चंद्रमा से यदि किसी पिंड को पृथ्वी पर लाया जाए तो क्या होगा? - chandrama se yadi kisee pind ko prthvee par laaya jae to kya hoga?

कृष्णा में दिया हुआ है कि एक फ्रेंड को हम पृथ्वी के केंद्र से चंद्रमा तक ले जाते हैं तो उसके भार तथा द्रव्यमान में क्या परिवर्तन होगा इन परिस्थितियों पर वह हमें पूछा द्वारा प्रशिक्षित के लिए सबसे पहले हम क्या करते हैं पृथ्वी के लिए उसकी सजना हमने यहां पर ले रखी है ठीक है और पृथ्वी के लिए उसके केंद्र को हमने यहां पर मारा है अभी कि हमें कुछ कुछ स्त्रियां देखनी होंगी जहां पृथ्वी के लिए उसके चाचा को हमने आज तक रखा हुआ है यहां पर कैपिटल आदि से पशु कर रखा है उसके दिमाग हम कैपिटल ऐसे प्रश्न करते हैं यह हमारे पास पृथ्वी है ठीक है पृथ्वी की सतह पृथ्वी की गहराई नीचे की ओर और यदि ऊंचाई दिखे तो क्या करें कि किस प्रकार प्रस्तुत किया जाएगा यहां पर चंद्रमा है हम यह मानकर चलते हैं कि चंद्रमा की स्थिति पृथ्वी से कुछ दूरी पर है यह हमें कुछ अच्छा ले लिया ठीक है तो पृथ्वी और चंद्रमा की दूरी मतलब यदि पृथ्वी सतह से देखें तो चंद्रमा उसके लिए ऊंचाई पर स्थित होगा सदस्य और हम नीचे से देखते हैं तो हमें सबसे पहले देखना होगा कि पृथ्वी की केंद्र से 17 तक आने

अस्पताल से वापस हमें सत्ता से दूर जाने तक में गुरु का प्रभाव किस तरह परिवर्तित होता है अब यहां पर हम यह मानकर चलते हैं कि पृथ्वी की सतह जहां में पृथ्वी की सतह पर पेस्ट और पढ़ा लिखा जाता है कि जी का मान जाता गुरुत्वीय त्वरण का मान पृथ्वी की सतह पर अधिकतम होता है अभी कि पृथ्वी की सतह से यदि हमने नीचे की ओर ऊंचाई पर हम जाते हैं देखिए दोनों ही स्थितियों में देखनी होगी अब यहां पर हम देख रहे हैं कि पृथ्वी की सतह से आप नीचे जाते हैं पृथ्वी के केंद्र की ओर जाते हैं तो उसको हमने देखे किसके लिए पृथ्वी के लिए उसकी आर मतलब उसकी त्रिज्या के रूप में प्रस्तुत किया है और जैसे हम नीचे आते जाते हैं तो पूछते थे हम 100% से नीचे की ओर मेरी हमेशा देखते हैं तो और इसी तरह यदि हम पूजा की ओर जा रहे हैं तो हम यहां पर इसे कैपिटल ऐसे प्रदर्शित करेंगे तो दिखेगा किस प्रकार से गुरुत्वीय त्वरण का मान प्रभावित होता है चित्रण का मन यदि प्रभावित हुआ यह सीधे-सीधे भारत से संबंधित होता है कि पृथ्वी द्वारा किसी वस्तु पर लगाए गए बल को हम भाग के रूप में व्यक्त करते हुए इसे जब दूसरे व्यक्ति क्या जाता है जो समाज क्या होता है उस वस्तु के लिए उसके द्रव्यमान

और कृतित्व के गुणनफल के बराबर जो है सीधे-सीधे किससे प्रभावित हो रहा है वह पृथ्वी पर गुरुत्वीय त्वरण का मान से प्रभावित होता है ठीक है अब हम सबसे पहले जाने की याद थी कि सतह से किधर तक जाने की स्थिति पहले देख लेते हैं उसके अनुसार हम देखेंगे कि ब्रिटेन के मान में किस प्रकार का परिवर्तन होता है लेकिन यदि हम एक कल से नीचे की ओर जा रहे हैं प्रतिज्ञा तो यहां पर अमन के चलते हैं कि देखिए पृथ्वी का पृथ्वी के स्थान के लिए उसके सदा को हमने सदा की स्थिति को ऊपर ले कर रखा है और बिल्कुल इसी तरह केंद्र की स्थिति को नीचे यहां पर केंद्र के रखा है ठीक है अब हम देख रहे हैं कि 17 सेकंड तक की दूरी कितनी है किधर जा के बराबर गहराई होगी जहां पर हमें मान देखना होगा कि गुरु चरण कमल कहां पर क्या होता है तो हमने पृथ्वी की सतह से उसे एच गहराई तक ले लिया का मतलब है कि एक सामान जो है ऐसा क्या है जो है सुने है और सामान जो है जिस दिन तू कहां पर है

वह पुरुष समाज के बराबर है अब यहां पर आज की स्थिति पर हमें क्या चाहिए गुरुत्व त्वरण का मान क्या होगा तो कृपण का मानव का रहने वाला है केंद्र से यदि हम निरपेक्ष रूप से उसकी दूरी को देखें कि केंद्र से वितरण का मान यहां पर होता है तो किस प्रकार का होता है तो दिखी केंद्र से ऊपर की ओर उस बिंदु तक यहां पर दूरी कितनी है लिखी उचाई के रुपयों पर हम बात करते हैं तो आज के रूप में तो आ ही दूरी पर इसका मतलब गुरुत्वीय त्वरण का मान क्या होगा और वह किस किस प्रकार परिवर्तित होगा यह दिया जाता है समीकरण से तो गहराई के साथ लिखिए गहराई के साथ गुरुजी चरण के माननीय परिवर्तन किस प्रकार से मिलता है यह हमें देखना होगा तो उसके लिए सूत्र क्या होता है इसलिए हमने यहां पर गुरुजी चरण को क्या माना हुआ है यह लक्ष्य पर सब क्या हुआ है तुझे देश का मान यहां पर क्या होगा वह देखेगा यह सामान यहां पर होता है जी यहां पर हमने जो ऊंचाई ली है अनुपात आरती के रूप में कुछ इस प्रकार से रक्त होता है यह समीकरण हमें मिला इसके आधार पर हम देखेंगे

गहराई के साथ कितना होता है या उसके मन में कितना परिवर्तन होता है तो देखिए यह संख्या है एक हमारे पास पर एक में कोई संख्या मेरे पास एक अनुपात आर्य ग्रुप में यदि इसका मालिक से अधिक होता है यह मानना तक अंतिम रूप से हम जी देश के मांगू क्या बोल पाएंगे जितेश का मांस होता है ग्रुप वितरण के मायने से मतलब सत्ता परिवर्तन का मान है कि कम से कम होता है क्या मतलब है कि आप जैसे जैसे गहराई पर जाते जाते हैं तो नीचे क्यों जाते जाते हैं गुरुजी चरण का मान कम होते जाता है गुरुत्वीय त्वरण का मान गई थी हम अब पृथ्वी के केंद्र पर माने केंद्र पर मानते हैं तो गुरुत्वीय त्वरण का मान जी यदि आप ने केंद्र के रूप में लिया हुआ है तो उसका मान क्या होगा उसका मान होगा इसका मतलब है कि सतह से आप नीचे जाते जाते हैं तो गुरुत्वीय त्वरण का मान कम होता है ठीक है और वर्तमान केंद्र की ओर से नहीं होता है अब यही सब प्रश्न पूछा गया है कि आप यदि कोई फ्रेंड को पृथ्वी के केंद्र से चंद्रमा तक ले जाते हैं तो हम बात कर रहे हैं हां पर उस वस्तु के लिए तो वस्तु के लिए हमें देखना है कि केंद्र पर होगा यदि वस्तु केंद्र पर

तो उसके बाहर की अभी बात हुई है ठीक है केवल भारत प्रभावित होता है एम यहां पर द्रव्यमान बताता हैदराबाद को हम क्या बोलते हैं लड़की धर्मांतर पर प्रस्तुत करते हैं जो सामान केवल पदार्थ में उसकी मात्रा पर निर्भर करता है ना की किसी स्थान विशेष पर अब यहां पर बात आती है यदि हम उस वस्तु को यहां पर दिखे लिखे लिख रहे हैं हम की वस्तु को यदि पृथ्वी के केंद्र से केंद्र से कहां तक यहां तक सत्ता पर ले आने पर ले आने पर लिखे जो कुर्ती तुरंत के मान में यहां पर क्या होता है बढ़ोतरी होती है हम देखे बात कर रहे हैं आप पर कि केंद्र से आप ऊपर क्यों ले जा रहे हैं उसे तो यहां पर प्रारंभिक रूप से हम बोलेंगे कि प्रारंभिक रूप से जी के विधि होगी जी के मानदेय वृद्धि की मांग में वृद्धि होने से हम क्या लिखे भारत सीधे-सीधे गुरुत्वीय त्वरण के मान से प्रभावित होती हैं मतलब समानुपाती होती हैं तो जी के मन में वृद्धि होने से धार्मिक

धार्मिक क्रमशः प्रतियोगी क्रमशः वृद्धि होगी इसके बाद हम क्या बात करने वाले हैं इसके बाद हम देखते हैं कि पृथ्वी की सतह पर वह वस्तु आ गई है जहां पर उसका मान अधिकतम है उसका भाई यहां पर अधिकतम होगा अब जैसे जैसे ही वह पृथ्वी की सतह से ऊपर एक ऊंचाई पर जाना चाहती मतलब जैसे ही उस आया बढ़ती जाती हैं तो हम यहां पर कौन सा सूत्र उपयोग करने वाले हैं कि पृथ्वी की ऊंचाई के साथ उनके मन में परिवर्तन देखे तो किसी निश्चित हो शायद उसे जी रेशम प्रस्तुत करेंगे जिस का मान क्या होता है समान होता है जी यहां पर आर आर का होगा वर्ग और नीचे हम लिखते हैं और धन कैपिटल एट वर्क के रूप में इन मानव पर निर्भर करता है गुरुत्वीय त्वरण का मान का मतलब यह है कि ऊपर व नीचे आ देखें यदि संख्या नीचे की ओर अधिक होती है तो यदि हम उस दिन को हल करते हैं तो उसका मान क्या होगा उसका मान होगा एक से कम एक से कम होगा तो हम यहां पर फिर से देख पा रहे हैं कि जी डबल इस्तेमाल होगा किसी निश्चित कुचाई पृथ्वी तल से ऊंचाई पर

कपड़े लाए तो चाय पर उसका मान वेतन का मान कम होगा उसके सतह पर गुरुत्वीय त्वरण का मान से यह सीधे सीधे प्रभावित करता है भार को प्रणाम बोल सकते हैं कि जैसे-जैसे हम ऊंचाई पर जाते हैं तो उस अनुसार पृथ्वी सतह से ऊंचाई पर ऊंचाई पर हम देख रहे हैं कि दिखे गुरुत्व त्वरण का मान में कमी आ रही है वितरण के माल में कमी आ रही है उचाई पर बाहर भी क्रमश घटता है भारत भी क्रमश या घटेगा हमेशा घटेगा और लिखी अब जब पृथ्वी पर से ऊपर जाते हुए चंद्रमा तक फ्री पहुंचती है तो चंद्रमा में हम देखते हैं कि गुरुत्वीय त्वरण का मान अंतिम रूप से तीसरे बिंदु की हम बात करेंगे कि चंद्रमा पर जो गुरुचरण होता है इसे हम यदि जिले से प्रस्तुत करें तो उसका मान पृथ्वी के गुरुत्व त्वरण से यदि चंद्रमा की सतह पर बात करें तो पृथ्वी की मूर्ति तोड़ने से एक बटे 6 गुना यहां पर होता है ठीक है अब यहां पर जो वस्तु का भार यहां पर हम देखें वस्तु का भार कहां पर चंद्रमा सतह पर

धर्मा सत्ता पर कितना होगा लिखे वह पृथ्वी पर जो माल है पृथ्वी पर मान डब्लू डब्लू से उसका मान क्या रहने वाले हैं यहां पर हम पृथ्वी पर यह मान को बता रहे हैं आवश्यक रूप से जो उसे बाहर प्रतीत होने वाला है चंद्रमा की सतह पर उसका मान होगा पृथ्वी के भार से लगभग 6 गुना 1 बटा 6 गुना कम ठीक है तो इसे डब्ल्यू एस ग्रुप मेंबर से करते हैं हमें बता रहा है कि चंद्रमा की सतह पर उस वस्तु का भार कितना होगा अब हम हमने बात करी थी भर के बारे में तो देख लिया कि भारत के बारे में जैसे ही आप पृथ्वी के केंद्र से ऊपर की ओर सदा तक जाते हैं रमेश आभार में वृद्धि होती है उसी तरह अब सतह से जब ऊपर क्यों जाते जाते हैं कर्म से भाग्य मन में कमी और चंद्रमा की सतह पर अंतिम रूप से आने पर भार का मांस होता है पृथ्वी की सतह प्रभाकर मांग का एक बड़े 6 गुना होता है याद रहमान की बात की जाती है तो धर्म आने परिवर्तन सुनी हो गया यहां धर्म आने परिवर्तन नहीं होगा का मतलब है कि द्रव्यमान वहां पर नियत रहने वाला है परंतु भाड़ में यहां पर परिवर्तन हो रहा है

धन्यवाद