फास्फोरस की कमी कैसे पूरी करें - phaasphoras kee kamee kaise pooree karen

फास्फोरस की कमी कैसे पूरी करें - phaasphoras kee kamee kaise pooree karen

डॉ जितेंद्र सिंह ,पशु चिकित्सा अधिकारी, कानपुर देहात, उत्तर प्रदेश

जब पशु दीवार चाटने लगे मिट्टी खाने लगे दूसरे पशुओं पेशाब पीने, कपड़ा खाने लगे तो पशु में फास्फोरस की कमी होती है……

पशुओं में फास्फोरस की कमी क्यों हो जाती है?

पशु चारा उगाने की जमीन में अगर फॉस्फोरस की कमी हो जाएगी तो उस भूमि में उगी चारा फसलों में भी फॉस्फोरस की कमी हो जाएगी और उन चारा फसलों को खाने वाले पशुओं में भी फॉस्फोरस की कमी हो जाएगी और उपरोक्त सभी लक्षण दिखाई देने लगेंगे। अगर पशु के पशुआहार मिश्रण में चोकर नहीं मिलाया गया है तो भी फॉस्फोरस की कमी हो सकती है। फॉस्फोरस चूंकि दूध में भी स्रावित होता है इसलिए दुधारू पशुओं के चारे दाने में उचित मात्रा फॉस्फोरस मौजूद ना होने पर भी उन पशुओं में फॉस्फोरस की कमी हो जाती है।

पशुओं को फॉस्फोरस चारा फसलों के अलावा और कहाँ से मिलता है?

चारा फसलों और अनाजों के छिलकों में फॉस्फोरस बहुतायत में पाया जाता है या फिर पशुआहार मिश्रण में मिलाया जाने वाला विटामिन मिनरल मिक्सचर इसका अच्छा स्रोत है।

पशुओं में फॉस्फोरस की कमी होने से क्या क्या नुकसान हो सकते हैं?

पशुओं में फास्फोरस की कमी होने पर

  1. पशुओं की भूख कम हो जाएगी
  2. पशु उन सभी चीजों को खाने की कोशिश करेगा जो उसे नहीं खानी चाहिए। वास्तव में वह दीवार चाट कर, मिट्टी खाकर या दूसरे पशुओं का पेशाब चाटकर अपनी फॉस्फोरस की कमी को पूरा करना चाहता है
  3. वृद्धिशील पशुओं की बढ़वार कम हो जाएगी
  4. फॉस्फोरस की कमी होने पर पशु की प्रजनन क्षमता प्रभावित होगी। पशु हीट में नहीं आएंगे।
  5. पशुओं की हड्डियां कमजोर हो जाएंगी

पशुओं में फॉस्फोरस की कमी ना होने देने के लिए क्या करें?

  1. चारा फसलें उगाते समय खेत में उचित मात्रा में N:P:K डालिये।
  2. पशुओं के लिए पशुआहार बनाते समय उसमें 30 से 40 प्रतिशत चोकर जरूर रखिए।
  3. पशुआहार बनाते समय उसमें 2 प्रतिशत की दर से उत्तम गुणवत्ता का विटामिन मिनरल मिक्सचर जरूर मिलाइए।
  4. पशुओं को बहुत अधिक मात्रा में कैल्शियम देने पर भी फॉस्फोरस की कमी हो जाती है इसलिए पशुओं को केवल कैल्शियम ही कैल्शियम नहीं खिलाते रहना है।
  5. पशुओं में अगर ऊपर बताये गए लक्षण दिखाई दें तो पशुओं को कम से कम पांच दिन तक फॉस्फोरस के इंजेक्शन लगवाइए (डॉक्टर की सलाह अनुसार)
  6. अपने पशुओं के लिए बढ़िया और उत्तम वर्ग (Quality) का पशु आहार(फीड) ही प्रयोग करें क्योंकि न्यूनतम वर्ग (Quality) का पशु आहार आपको एक बार सस्ता लगता है लेकिन वह आपके पशु के लिए बहुत हानिकारक सिद्ध होता है .

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Published on: 26 July 2021, 10:30 am IST

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हम अक्सर इस बात पर ध्यान केंद्रित करते हैं कि हमारे शरीर के लिए प्रोटीन और विटामिन कितने महत्वपूर्ण हैं, हालांकि, हम में से अधिकांश अपने मिनरल इन्टेक पर उतना ध्यान नहीं देते हैं। खनिज हमारे स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और फास्फोरस उनमें से एक है।

फास्फोरस हड्डियों के निर्माण में मदद करने के लिए महत्वपूर्ण है और शरीर के ऊर्जा उत्पादन में शामिल है। यह खनिज मुख्य रूप से हमारे दांतों और हड्डियों में पाया जाता है और शरीर की सभी कोशिकाओं में भी पाया जाता है। वास्तव में, यह हमारे शरीर में दूसरा सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला खनिज है।

जानिए क्यों फास्फोरस एक महत्वपूर्ण खनिज है

फास्फोरस एक महत्वपूर्ण खनिज है जो शरीर द्वारा विभिन्न कार्यों को करने के लिए आवश्यक है। अपर्याप्त फॉस्फोरस या ‘हाइपोफॉस्फेटेमिया’, एक ऐसी स्थिति है जो तब होती है जब रक्त में फास्फोरस का स्तर बहुत कम हो जाता है। इसका निम्न स्तर आपकी ऊर्जा के स्तर को गिरा सकता है और मांसपेशियों में थकान और कमजोरी का कारण बन सकता है।

इससे आपकी ऊर्जा का स्तर गिर जाता है। आपके शरीर में फास्फोरस की कमी का एक और संकेत कमजोर या कोमल हड्डियां, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द है।

एक वयस्क को लगभग 700-800 मिलीग्राम फॉस्फोरस की आवश्यकता होती है। संतुलित आहार खाने से प्राकृतिक स्रोतों से फास्फोरस की अनुशंसित मात्रा का सेवन करने में मदद मिल सकती है।

फास्फोरस प्राकृतिक रूप से अंडे, पनीर, दही, डार्क चॉकलेट और दूध जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जा सकता है। फास्फोरस युक्त खाद्य पदार्थों के अलावा, आहार कैल्शियम और प्रोटीन से भी भरपूर होना चाहिए, क्योंकि वे फास्फोरस को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद करते हैं।

आपके शरीर को फास्फोरस के पर्याप्त स्तर की आवश्यकता क्यों है

1. संपूर्ण शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखना

फास्फोरस सुनिश्चित करता है कि शरीर उन पोषक तत्वों का अच्छे से प्रोसेस कर रहा है जो हड्डियों और दांतों के विकास और रखरखाव के लिए महत्वपूर्ण हैं। मांसपेशियों की वृद्धि और रिकवरी जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के साथ-साथ तंत्रिका संकेतों के कार्य को फॉस्फोरस द्वारा ठीक तरह से किया जाता है।

यह खनिज डीएनए अनुक्रम का हिस्सा है और इसमें प्रमुख लिपिड, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट शामिल हैं, जो ऊर्जा को स्टोर करने और इसके स्तर को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।

2. हड्डियों और मांसपेशियों की ताकत में सुधार करता है

फास्फोरस हड्डियों और मांसपेशियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। यह हड्डियों के निर्माण के लिए कैल्शियम के साथ मिलकर काम करता है, और न्यूक्लिक एसिड और सेल मेम्ब्रेन को बनाए रखने में इसकी भूमिका ऊर्जा को बढ़ावा देने में मदद करती है, जिससे मांसपेशियों की वृद्धि होती है।

आपकि हड्डियों को मजबूती दे. चित्र : शटरस्टॉक

3. कोशिकाओं की मरम्मत करता है और गुर्दे के स्वास्थ्य को बढ़ाता है

फास्फोरस ऊर्जा को स्टोर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और एडीनोसिन ट्राइफॉस्फेट नामक एक अणु को इंगेज करने में मदद करता है। यह अणु थकान से लड़ने में मदद करता है, और चयापचय में सुधार करता है।

फास्फोरस, बी कॉम्प्लेक्स विटामिन के साथ मिलकर काम करते समय, सीरम फास्फोरस एकाग्रता को विनियमित करके गुर्दे की क्रिया को बढ़ावा देता है, जो यह सुनिश्चित करता है कि मूत्र उत्सर्जन फास्फोरस के शुद्ध अवशोषण से मेल खाता है। साथ ही, कैल्शियम के साथ इसका कार्य डैमेज कोशिकाओं को बनाए रखने और मरम्मत में मदद करता है।

तो लेडीज, अपनी हड्डियों और मांसपेशियों का ध्यान रखने के लिए फास्फोरस युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें!

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फास्फोरस क्या खाने से बढ़ता है?

फास्फोरस प्राकृतिक रूप से अंडे, पनीर, दही, डार्क चॉकलेट और दूध जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जा सकता है। फास्फोरस युक्त खाद्य पदार्थों के अलावा, आहार कैल्शियम और प्रोटीन से भी भरपूर होना चाहिए, क्योंकि वे फास्फोरस को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद करते हैं।

शरीर में फास्फोरस की कमी से कौन सा रोग होता है?

जब शरीर में इसकी कमी होती है तो हड्डियां कमजोर होती ही हैं साथ ही ऑर्थराइटिस, दांतों का कमजोर होना और मसूड़ों में दिक्कत जैसी समस्याएं होने लगती हैं। फास्फोरस की कमी से भूख में कमी और सामान्य संक्रमण भी हो सकता है। अगर भोजन को सही तरह से नहीं पकाते तो फास्फोरस से भरपूर खाद्य पदार्थ भी पौष्टिकता खो देते हैं।

फास्फोरस का सबसे अच्छा स्रोत कौन सा है?

वहीं, ओट्स, तिल, अलसी के बीज और राजमा में सबसे अधिक फास्फोरस पाया जाता है।

फास्फोरस कौन सा विटामिन है?

फास्फोरस के फायदे में दिल की धड़कन को नियंत्रित रखना भी शामिल है। विशेषज्ञों के मुताबिक विटामिन-बी की उपस्थिति में फास्फोरस हृदय गति को सामान्य बनाए रखने में भी मददगार साबित हो सकता है (1)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि फास्फोरस युक्त खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल करके हृदय गति को संतुलित रखा जा सकता है।