These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 10 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 13 मानवीय करुणा की दिव्या चमक. प्रश्न-अभ्यास (पाठ्यपुस्तक से) प्रश्न
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प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. (ख) जिस प्रकार उदास संगीत को सुनने पर एक निस्तब्धता छा जाती है, आँखें भर आती हैं, स्मृति में हृदय रो पड़ता है। एक-एक स्मृति मन को कचोटने लगती है। इस प्रकार स्मृति-पटल पर संपूर्ण जीवन-चरित्र आने लगता है और हृदय अवसाद से भर जाता है। इसीलिए लेखक ने कहा-फादर को याद करना एक उदास, शांत संगीत को सुनने जैसा है। रचना और अभिव्यक्ति प्रश्न 8. अध्यात्म के लिए भारत भूमि जगत में प्रसिद्ध रही है। अतः हो सकता है कि अध्यात्म में रुचि के कारण उन्होंने भारत आने का मन बना लिया हो। प्रश्न 9. मेरे लिए मेरी जन्मभूमि मातृभूमि है। यहीं की संस्कृति में खेल-कूदकर बड़ा हुआ हूँ। उसके प्रति मेरी श्रद्धा है, उससे मेरी स्मृतियाँ जुड़ी हैं जिन्हें चाहकर भी नहीं भुला सकता हूँ। उसके प्रति मेरी सकारात्मक भावनाएँ हैं। इससे मैं ऐसा कोई कार्य नहीं कर सकता हूँ जिससे जन्मभूमि को और मुझे अपमानित होना पड़े। भाषा-अध्ययन प्रश्न 10. यह वही देश है जहाँ युद्ध के मैदान में तलवारों की झनझनाहट और घोड़ों की हिनहिनाहट के बीच गीता का ज्ञान दिया जाता था, कबीर चर्खे के ताने-बाने में ज्ञान की गुत्थियाँ सुलझाते थे, रविदास जूते गाँठने के बर्तन में गंगाजल की पवित्रता बनाए रखते थे। यहाँ अतिथि को देवता मान पूजा जाता है, कन्या को दुर्गा समझा जाता है, गंगा-यमुना-सरस्वती आदि नदियों को माँ कहकर पुकारा जाता है और पूजा जाता है। इस तरह मेरा देश भारत अद्वितीय देश है। मेरे देश भारत की भौगोलिक स्थिति भी विचित्र है। साक्षात् भारत माता जीवंत प्रतिमूर्ति हैं। जिनके एक ओर उत्तर में गौरव के प्रतीक रूप में मुकुट के समान हिमालय विराजमान है तो दक्षिण में इनके चरणों को धोता हुआ हिंद महासागर है। ऐसा सुंदर तथा गौरवशाली देश है भारत । हमें अपने देश पर गर्व है। प्रश्न 11. मैं चाहता हूँ कि तुम इन छुट्टियों में भारत-भ्रमण के उद्देश्य से आ जाओ। भारत के जिन मनोहारी पर्वतीय स्थलों की चर्चा गत वर्ष करते थे उन्हें साक्षात् देखने से निश्चित ही आनंदानुभूति होगी। इस संबंध में पिता जी से परामर्श कर उन सभी पर्वतीय स्थलों पर घूमने चलेंगे, जिनका मैं शब्दों से तुम्हारे मानस-पटल पर चित्र बना रहा था। तुम शीघ्र ही एक माह रहने की योजना बनाकर भारत आ जाओ। मेरे साथ-साथ मेरे पिता जी भी तुमसे मिलने के लिए उत्कंठित हो रहे हैं। शेष मिलने पर। प्रश्न 12. Hope given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 13 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. NCERT-Solutions.com try to provide online tutoring for you. फादर के मुख से निकले शब्द जादू का काम कैसे करते हैं?प्रतिकूल एवं विषम परिस्थितियों में भी दिल से जुड़े लोगों का साथ कभी नहीं छोड़ते थे। लेखक की पत्नी और पुत्र की मृत्यु पर फादर के मुख से सांत्वना के जादू भरे शब्द इस बात के प्रमाण । उनके अंदर मानवीय करुणा की अपार भावनाओं के मौजूद रहने के कारण ही उनके लिए 'मानवीय करुणा की दिव्य चमक' विशेषण का प्रयोग किया गया है।
फादर के सांत्वना के जादू भरे शब्द किसका काम करते थे 1 Point रोशनी भरने का सुस्ती का अहंकार का ये सभी?इस तरह उनकी छवि परंपरागत संन्यासी की तरह नहीं थी। (क) नम आँखों को गिनना स्याही फैलाना है। (ख) फ़ादर को याद करना एक उदास शांत संगीत को सुनने जैसा है।
फादर कामिल बुल्के के पिताजी क्या काम करते थे?फादर कामिल बुल्के (अंग्रेज़ी: Father Kamil Bulcke ; 1 सितंबर 1909 – 17 अगस्त 1982) बेल्जियम से भारत आये एक मिशनरी थे।
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. फादर के शब्दों को जादू भरे क्यों कहा है?( 2 )फादर के शब्दों को जादू भरे शब्द क्यों कहा है ?(i) उनमें प्यार दुलारअनुभव और सांत्वना होती थी (ii)वह श्रोता को भ्रम में डाल देते थे (iii )उन पर यकीन करना मुश्किल था (iv ) वह प्रभावित करते थे पर असर नहीं डालते थे।
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