हिंदी न्यूज़ लाइफस्टाइलप्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण: बिना टेस्ट के ऐसे समझें, आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं Show
प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण: बिना टेस्ट के ऐसे समझें, आप प्रेग्नेंट हैं या नहींमां बनना एक खूबसूरत अहसास होता है। खासतौर पर पहली बार मां बनने से पहले मन में कई सवाल और आशंकाएं होती हैं। आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं इसका कन्फर्मेशन प्रेग्नेंसी टेस्ट के जरिये हो जाता है। इसके कुछ और...Kajal Sharmaटीम लाइव हिंदुस्तान,मुंबईFri, 16 Jul 2021 03:19 PM मां बनना एक खूबसूरत अहसास होता है। खासतौर पर पहली बार मां बनने से पहले मन में कई सवाल और आशंकाएं होती हैं। आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं इसका कन्फर्मेशन प्रेग्नेंसी टेस्ट के जरिये हो जाता है। इसके कुछ और भी लक्षण हैं जिनसे अंदाजा लग जाता है जैसे पीरियड का मिस होना। वहीं पीरियड मिस होने के पहले भी कई बार आपको जानने की उत्सकुता होती है कि आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं। कई बार ऐसा भी होता है कि पीरियड मिस हो जाने को लोग नॉर्मल लेते हैं और टेस्ट न करवाने पर लापरवाही होने पर कॉम्प्लिकेशंस हो जाते हैं। इन सारे कन्फ्यूजंस से बचने के लिए यहां कुछ लक्षण हैं जिनसे टेस्ट के पहले आप समझ सकती हैं कि आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं। पीरियड का मिस होनाअगर आप बच्चे पैदा करने की उम्र में हैं तो एक हफ्ते या इससे ज्यादा दिन तक पीरियड नहीं हुआ है तो इसकी वजह प्रेग्नेंसी हो सकती है। हालांकि पीरियड मिस होने की कई और भी वजहें होती हैं। स्ट्रेस या हॉरमोन्स में उतार-चढ़ाव भी पीरियड मिस होने की वजह हो सकती है। बार-बार टॉइलट जानापीरियड मिस होने के साथ अगर आपको टॉइलट सामान्य की अपेक्षा ज्यादा बार जाना पड़ रहा है तो ये लक्षण भी प्रेग्नेंसी की ओर इशारा है। प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर का खून बढ़ने से ब्लैडर में ज्यादा मात्रा में फ्लूइड इकट्ठा होता है। ब्रेस्ट में हल्का दर्द या भारीपनप्रेग्नेंसी की जब शुरुआत होती है तो हॉरमोन्स में बदलाव की वजह से ब्रेस्ट में भारीपन या हल्का दर्द महसूस हो सकता है। हॉरमोन्स के अडजस्ट होते ही कुछ हफ्तों में यह दिक्कत ठीक हो जाती है। उल्टी आना या जी मिचलानासुबह उठते ही, दिन के किसी भी वक्त या रात में जी मिचलाना या उल्टी आना भी प्रेग्नेंसी का लक्षण है। ज्यादातर यह लक्षण प्रेग्नेंसी के पहले महीने में दिखता है। हल्का बुखार होनाशरीर में बाहर से कुछ भी आता है तो इसका रिऐक्शन होता है। शरीर का तापमान बढ़ना भी एक तरह का ऐसा ही रिऐक्शन है। प्रेग्नेंसी होने पर आपको हल्की हरारत महसूस हो सकती है। फीवर आने की एक और वजह यह भी हो सकती है कि प्रेग्नेंट होने पर शरीर की इम्यूनिटी घट जाती है। ऐसा इसलिए होता है ताकि आपका प्रतिरक्षा तंत्र भ्रूण को खतरा समझकर उसे रिजेक्ट न करने लगे। इसलिए इस वक्त दूसरे इन्फेक्शंस की वजह से बुखार आ सकता है। पेट में दर्दकुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी की शुरुआत में गर्भाशय में हल्का दर्द भी महसूस होता है। वहीं हॉरमोन्स में बदलाव होने की वजह से दस्त या कब्ज की शिकायत हो सकती है। टेस्ट और स्मेल में बदलाव
प्रेग्नेंट होने के कितने दिन बाद लक्षण दिखाई देते हैं?आमतौर में प्रेग्नेंसी के शुरुवाती लक्षण 6 से 14 दिनों में दीखते हैं। इन लक्षणो में शामिल हैं शरीर का तापमान बढ़ना, ब्रेस्ट में सूजन, ज्यादा थकावट महसूस होना, ज्यादा नींद आना, ऐंठन और पेट संबंधी दिक्कते।
प्रेग्नेंट है या नहीं कैसे पता चलता है?प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण: बिना टेस्ट के ऐसे समझें, आप.... पीरियड का मिस होना ... . बार-बार टॉइलट जाना ... . ब्रेस्ट में हल्का दर्द या भारीपन ... . उल्टी आना या जी मिचलाना ... . हल्का बुखार होना ... . पेट में दर्द ... . टेस्ट और स्मेल में बदलाव. प्रेगनेंसी के पहले हफ्ते में क्या लक्षण दिखाई देते हैं?गर्भावस्था के शुरुआती लक्षणों में जी मिचलाना और उल्टी होना, कई बार पेशाब जाना आदि शामिल हैं। इसके इतर गर्भधारण करने पर महिला को थकान की शिकायत होती है। इसके साथ ही कुछ महिलाओं में सिर दर्द के साथ ही शुरुआत में पैरों में सूजन भी नजर आती है। इंप्लांटेशन ब्लीडिंग प्रेगनेंसी के शुरुआती संकेत में से एक है।
प्रेगनेंसी का संकेत क्या है?ये हैं दूसरे शुरुआती लक्षण: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक पसंदीदा भोजन से मन ऊबना, फूड क्रेविंग ज्यादा होना, थकान, रात के समय ज्यादा पेशाब लगना, मुंह का स्वाद कसैला हो जाना, ब्रेस्ट साइज में बदलाव, दर्द और सूजन, ब्लड स्पॉटिंग, कमजोरी, कमर दर्द, सिर दर्द, पैरों में क्रैम्प्स पड़ना और शरीर का तापमान बढ़ना भी ...
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