अनौपचारिक पत्र लेखन लगभग सभी कक्षाओं में अंकों में पूछा जाता है। अच्छा पत्र लिखना भी एक कला है जिसके अनुसार ही परीक्षा में अंक दिए जाते हैं। आपको परीक्षा में इस टॉपिक में पूरे अंक प्राप्त हों इसलिए इस ब्लॉग में informal letter in Hindi से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण नियम, फॉमेट और कुछ सैंपल्स दिए गए हैं। Show
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जरूर पढ़ें: Formal Letter in Hindi पत्र के प्रकारपत्र दो प्रकार के होते हैं:
अनौपचारिक पत्र क्या होते हैं?अनौपचारिक पत्र अपने माता-पिता, जानने वाले, दोस्तों या सगे संबंधियों के लिए लिखा जाता है। ये पत्र पूरी तरह से निजी या व्यक्तिगत होते हैं। इस तरह के पत्रों में व्यक्ति अपनी भावनाओं, विचारों व सूचनाओं को अपने प्रियजनों को भेजते हैं। इन पत्रों में भाषा बहुत ही सरल (सिंपल), सहज होती है। अनौपचारिक पत्र में हालचाल पूछने या उन्हें निमंत्रण भेजने, धन्यवाद देने या कोई महत्वपूर्ण सूचना देने के लिए लिखे जाते हैं। वहीं इस तरह के पत्रों में शब्दों की संख्या लिखने वाले व्यक्ति पर निर्भर करती है। अनौपचारिक पत्र के प्रकारInformal letter in hindi (अनौपचारिक पत्र) के निम्नलिखित प्रकार के होते हैं-
अनौपचारिक पत्राचारInformal letter in Hindi लिखे जाने का सही तरीका हम आगे देखेंगे आजकल हिंदी में भी अंग्रेजी पत्रों के अनुसार ही पत्र लिखे जाते हैं । पत्र के निम्नलिखित अंग होते हैं: पत्र लेखक का पतापत्र के सबसे ऊपर बाई ओर पत्र लेखक को अपना पता लिखना चाहिए। यदि छात्रों को परीक्षा भवन’ में पत्र लिखने के निर्देश दिए गए हैं, तो उन्हें अपना पता न लिखकर ‘परीक्षा ‘भवन’ तथा नगर का नाम, जहाँ परीक्षा हो रही है, लिख देना चाहिए। छात्रों को ऐसा कोई भी संकेत नहीं देना चाहिए, जिससे उनके बारे में कोई भी जानकारी किसी को भी मिल सके।जैसे- परीक्षा भवन, नई दिल्ली दिनांकपत्र लेखक को चाहिए कि पता लिखने के बाद ठीक उसके नीचे उस दिन का दिनांक लिखें I जैसे- दिनांक: 15 अप्रैल, 20xx या 15-04-20xx संबोधनInformal letter in hindi (अनौपचारिक पत्रों) में ‘संबोधन’ का विशेष महत्व होता है क्योंकि पत्र पढ़ने वाला सबसे पहले इसी को पढ़ता है। इन संबोधनों के माध्यम से पत्र लेखक पाठक के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करता है। संबोधनों को देखकर ही यह अनुमान लगाया जा सकता है कि पत्र अपने से छोटे को लिखा गया है या बड़े को तथा कितना प्यार या सम्मान व्यक्त किया गया है। संबोधन के कुछ नमूने इस प्रकार हैं:
यह देखें:पत्र लेखन अनौपचारिक पत्र का फॉर्मेटInformal Letter in Hindi का फॉर्मेट नीचे दिया गया है- 1. पता- सबसे ऊपर बाईं ओर प्रेषक (पत्र भेजने वाले) का नाम व पता लिखा जाता है। अनौपचारिक पत्र लिखते समय ध्यान रखने योग्य बातेंइनफॉर्मल लेटर लिखते समय ध्यान रखने योग्य बातें इस प्रकार हैं-
अनौपचारिक पत्र के उदाहरणइनफॉर्मल लेटर के उदाहरण नीचे दिए गए हैं- बधाई पत्र – मित्र के बड़े भाई को नौकरी मिलने की खुशी में बधाई देने के लिए मित्र को पत्र। परीक्षा भवन प्रिय मुकेश सप्रेम नमस्ते! कैसे हो मित्र? तुमने तो मुझे सूचित नहीं किया लेकिन तुम्हारे चाचा जी एक दिन मेरे घर आए थे। उन्हें दिल्ली में कल काम था। वे एक रात मेरे घर पर रुके भी थे। शायद वापस लौटकर जाने के बाद उन्होंने तुम्हें बताया भी होगा।उन्होंने ही सूचना दी कि मुंबई की एक बड़ी कंपनी में तुम्हारे बड़े भाई अमित भैया की नौकरी लग गई है। यह जानकर बहुत खुशी हुई। अमित भैया शुरू से ही परिश्रमी और होनहार थे। उनकी नौकरी लग जाने के बाद अब तुम्हारे परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाएगी और तुम्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने में कठिनाई नहीं होगी। अमित भैया को मेरी ओर से तथा मेरे मम्मी-पापा की ओर से बधाइयाँ देना। शेष सब सामान्य है। अपनी माता जी और दीदी को मेरा प्रणाम निवेदित करना। उत्तर की प्रतीक्षा में। तुम्हारा अपना निमंत्रण पत्र – बड़े भाई के विवाह का निमंत्रण देते हुए अपने मित्र को पत्र। परीक्षा भवन दिनांक: 18 अक्टूबर, 20xx प्रिय सुमीत तुम्हें यह जानकर प्रसन्नता होगी कि मेरे बड़े भाई का विवाह 16 नवंबर 20xX को होना निश्चित हुआ है। तुम्हें यह तो मैं अपने पिछले पत्र में बता ही चुका हूँ कि मेरे बड़े भैया ने पिछले साल ‘कंप्यूटर इंजीनियरिंग’ का कोर्स पूरा कर लिया था और तभी से वे बेंगलुरु की एक आई०टी० कंपनी में नौकरी कर रहे थे। मेरी होनेवाली भाभी बेंगलुरु के कॉलेज में लेक्चरर हैं। इस विवाह में तुम्हें और तुम्हारे परिवार के सभी लोगों को अवश्य शामिल होना है। मेरे मम्मी-पापा भी निवेदन कर रहे हैं कि आप सब लोग विवाह में अवश्य उपस्थित हों। अपने मम्मी-पापा से मेरी ओर से कहना कि अभी से ही आरक्षण करा लें, जिससे उस समय कठिनाई न हो। तुम तो जानते ही हो कि हमारे घर की यह पहली शादी है। शादी के अवसर पर बहुत से काम होंगे। मुझे आशा है कि तुम एक-दो दिन पहले आ जाओगे और काम में मेरा हाथ बटाओगे। शेष सब आनंद है। पत्र के उत्तर की तीक्षा में। तुम्हारा
मित्र शुभकामना पत्र – आपके बड़े भाई डॉक्टर बनना चाहते हैं। ‘मेडिकल प्रवेश परीक्षा’ की तैयारी में लगे हैं वे परीक्षा उत्तीर्ण हों, ऐसी शुभकामना व्यक्त करते हुए उनको पत्र। परीक्षा भवन दिनांक : 15 अप्रैल, 20xx आदरणीय बड़े भैया आशा है कि आप स्वस्थ होंगे तथा इन दिनों मेडिकल की प्रवेश परीक्षा की तैयारियों में पूरी तरह से लगे होंगे। बड़े भैया, आप तो स्वयं समझदार हैं, मैं आपको क्या लिखूं? पर फिर भी आप तो जानते ही हैं कि माँ और पिता जी की आशाएँ आपसे जुड़ी हुई हैं। इन दिनों आप अपने होस्टल में अकेले ही होंगे और पढ़ाई में लगे होंगे। पिता जी कह रहे थे कि आपको किसी अच्छे कोचिंग सेंटर में प्रवेश ले लेना चाहिए। वे लोग प्रवेश परीक्षाओं की अच्छी तैयारी कराते हैं। मुझे विश्वास है कि ईश्वर आपको अवश्य सफलता देगा और आपका दाखिला किसी अच्छे ‘मेडिकल कॉलेज’ में होगा। आशा है अपने छोटे भाई की शुभकामनाओं को स्वीकार करेंगे तथा प्रवेश लेने के बाद कुछ दिनों के लिए घर लौटेंगे। शुभकामनाओं सहित। आपका छोटा भाई आभार-प्रदर्शन पत्र – मोहसिन ने अपने बड़े भाई के द्वारा आपका खोया हुआ बैग भिजवा दिया है। इसके उपलक्ष्य मेंआभार-प्रदर्शन करते हुए पत्र। परीक्षा भवन प्रिय मोहसिन प्रेम नमस्ते! यद्यपि मेरी तुमसे मुलाकात नहीं है तथापि तुम्हारी ईमानदारी को देखते हुए यह कल्पना कर सकता हूँ कि तुम किस प्रकार के बच्चे होगे। आज की दुनिया में कहाँ कोई किसी के लिए इतनी तकलीफ़ उठाता है? मेरा बैग बस में रह गया था, इस बात को लेकर मैं बहुत परेशान था। मेरी मम्मी ने तो मुझे बहुत डाँटा था। मैं खुद अपनी लापरवाही पर बहुत दुखी था। यह तो अच्छा हुआ कि बैग तुम्हें मिला। तुमने उसमें से मेरी डायरी निकालकर मेरा पता खोज निकाला और अपने बड़े भाई के हाथों मेरे घर पर भिजवा दिया।मैं किन शब्दों में तुम्हारा शुक्रिया अदा करूँ। अब तो मेरा दिल तुमसे मिलने के लिए बेचैन है। मेरा फ़ोन नंबर xxxxxxxxxx है। पत्र मिलते ही तुम मुझे .फोन पर बताना कि मैं तुमसे मिलने कहाँ और कब आ सकता हूँ। अंत में मैं तुम्हें तथा तुम्हारे बड़े भाई के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करता हूँ और तुम्हें विश्वास दिलाता हूँ कि यदि कभी मेरे सामने ऐसी ही स्थिति आई तो मैं भी दूसरों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ंगा। पुनः बहुत-बहुत धन्यवाद। तुम्हारा नया मित्र यह पढ़ें: निबंध लेखन FAQsऔपचारिक पत्र और अनौपचारिक पत्र क्या होता है? वो पत्र औपचारिक पत्र कहलाता है, जो एक पेशेवर भाषा में लिखा गया हो, जो एक औपचारिक उद्देश्य के लिए निर्धारित प्रारूप के साथ हो जबकि अनौपचारिक पत्र वो पत्र होते हैं, जिन्हे किसी ऐसे व्यक्ति के लिए लिखा जाता है, जिसके साथ हमारा इनफॉर्मल रिलेशन होता है। अनौपचारिक पत्र का दूसरा नाम क्या है? अनौपचारिक को पारिवारिक पत्र भी कहा जाता है क्योंकि इनके माध्यम से हम अपनी संवेदना, आभार, कृतज्ञता इत्यादि व्यक्त करते हैं। अनौपचारिक पत्र क्या है? अनौपचारिक पत्र उन व्यक्तियों को लिखे जाते हैं, जिनसे पत्र लेखक का व्यक्तिगत या निजी संबंध होता है। अपने मित्रों, माता-पिता, अन्य संबंधियों आदि को लिखे गए पत्र अनौपचारिक-पत्रों के अंतर्गत आते है। अनौपचारिक पत्रों में आत्मीयता का भाव रहता है तथा व्यक्तिगत बातों का उल्लेख भी किया जाता है। अनौपचारिक पत्र के प्रकार कितने होते हैं? अनौपचारिक पत्र के प्रकार दिए गए हैं: बधाई पत्र, शुभकामना पत्र, निवेदन पत्र, संवेदना/सहानुभूति/सांत्वना पत्र, नाराजगी/खेद पत्र, सूचना/वर्णन संबंधी पत्र, निमंत्रण पत्र, आभार-प्रदर्शन पत्र, अनुमति पत्र, सुझाव/सलाह पत्र, क्षमा याचना एवं आश्वासन संबंधी पत्र। आशा करते हैं कि आपको informal letter in Hindi के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियाँ मिली होगीं। यदि विदेश में जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं तो आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए। अनौपचारिक पत्र कैसे लिखे हिंदी में?अनौपचारिक पत्र लिखते समय ध्यान रखने योग्य बातें. भाषा सरल व स्पष्ट होनी चाहिए।. पत्र लेखक तथा प्रापक की आयु, योग्यता, पद आदि का ध्यान रखा जाना चाहिए।. पत्र में लिखी बात संक्षिप्त होनी चाहिए।. पत्र का आरंभ व अंत प्रभावशाली होना चाहिए।. भाषा और वर्तनी-शुद्ध तथा लेख-स्वच्छ होना चाहिए।. हिंदी में औपचारिक पत्र कैसे लिखें?(1) 'सेवा में' लिख कर, पत्र प्रापक का पदनाम तथा पता लिख कर पत्र की शुरुआत करें। (2) विषय – जिसके बारे में पत्र लिखा जा रहा है, उसे केवल एक ही वाक्य में शब्द-संकेतों में लिखें। (3) संबोधन – जिसे पत्र लिखा जा रहा है- महोदय/महोदया, माननीय आदि शिष्टाचारपूर्ण शब्दों का प्रयोग करें।
अनौपचारिक पत्र का उदाहरण क्या है?मैं यहां कुशल से हूं। आशा करता हूं तुम भी कुशल पूर्वक होगी। बहुत दिनों से मैं तुम्हारे पत्र का इंतजार कर रहा था किंतु मुझे तुम्हारा कोई भी पत्र नहीं मिला, इसलिए मुझे बहुत चिंता हो रही थी। मुझे पता है कि तुम्हारी परीक्षाएं चल रही है, इसलिए तुम अपनी पढ़ाई में व्यस्त हो किंतु मैं तुमसे थोड़ा सा नाराज हूं।
अनौपचारिक पत्र कितने प्रकार के होते हैं?पत्र के मुख्यतः दो रूप होते हैं -. अनौपचारिक (निजी या व्यक्तिगत पत्र). औपचारिक (व्यवसायिक /कार्यालय पत्र). अनौपचारिक पत्र अपने मित्र तथा परिवार के किसी भी व्यक्ति (जो परिचित है) को लिखा जाता है।. औपचारिक पत्र किसी भी कार्यालय में या संस्थान से जुड़े व्यक्ति (जो अपरिचित है) को लिखा जाता है।. |