Internet User को निर्धारित शुल्क देकर इंटरनेट खाता, यूजर नेम तथा पासवर्ड प्राप्त किया जाता है। User Name Internet से जुड़ने के लिए तथा Password, Securiry (सुरक्षा) और गोपनीयता के लिएआवश्यक है। Show
वेब ब्राउसर (Web Browser): यह एक Application Software है जो वल्र्ड वाइड वेब (www) से सूचना तथा डाटा प्राप्त करने तथा उसे उपयोगकर्ता (Internet Equipment’s) के कम्प्यूटर पर प्रदर्षित करने का कार्य करता है। इसे वेब सर्च इंजन (web search engine) भी कहा जाता है। यह सर्फिंग करते समय उपयोगकर्ता को सूचना प्राप्त करने में सहायता करता है तथा समय की बचत भी करता है। यह
पूर्व में प्रयोग किए गए इंटरनेट साइट का विवरण रखता है तथा डाटा को डाउनलोड करने की सुविधा भी प्रदान करता है।
Opera मोबाइल फोन में प्रचलित वेब सर्वर (Web Server):वह कम्प्यूटर जो वेब पेज को भंडारित करता है तथा नेटवर्क से जुड़े अन्य कम्प्यूटरों के अनुरोध पर उन्हें वेब पेज उपलब्ध कराता है, वेब सर्वर कहलाता है। माॅडेम (Modem):यह Modulator-De-Modulator का संक्षिप्त रूप है। कम्प्यूटर डिजिटल संकेत उत्पन्न करता है जबकि संचार माध्यम पर केवल एनालाॅग संकेत भेजा जा सकता है। माॅडेम वह युक्ति है जो कम्प्यूटर के डिजिटल संकेतों (Digital Signals) को एनालाॅग संकेत में बदलकर संचार माध्यम पर भेजता है तथा आने वाले एनालाॅग संकेतों को डिजिटल संकेतों में बदलकर कम्प्यूटर के प्रयोग के योग्य बनाता है। माॅडेम के प्रकार (Types of Modem): बाहृ संरचना के आधार पर माॅडेम दो प्रकार के होते हैं- डोमेन नेम सिस्टम (Domain Name System) यह नेटवर्क पर कम्प्यूटर, सर्वर या वेबसाइट के निष्चित नामकरण की प्रणाली है ताकि उसे अलग पहचान दी जा सके। यह सामान्य भाषा
में दिए गए नाम को अंकीय पता (IP Address) में बदलता है तथा उससे संपर्क स्थापित करता है। डोमेन नेम (Domain Name) नेटवर्क में प्रत्येक कम्प्यूटर को एक विशेष नाम दिया जाता है जिसे डोमेन नेम कहते हैं। डोमेन नेम के दो
भाग होते हैं-
यूनीफार्म रिसोर्स लोकेटर (Uniform Resource Locator) यह कम्प्यूटर नेटवर्क की व्यवस्था है जो बताता है कि वांछित सूचना कहां उपलब्ध है और उसे कैसे प्राप्त किया जा सकता है। वल्र्ड वाइड वेब पर किसी वेब पेज का एड्रेसURL का उदाहरण है।
जैसे –http://www.google.com ट्रांसमिशन कंट्रोल प्रोटोकाल/इंटरनेट प्रोटोकाल (TCP/IP) इन दोनों सम्मिलित रूप से इंटरनेट प्रोटोकाल सूट (Internet Protocol Suite) कहा जाता है। इंटरनेट प्रोटोकाल (Internet Protocol) इंटरनेट पर संचार व्यवस्था सुनिश्चित करता है। इंटरनेट से जुड़े प्रत्येक कम्प्यूटर को एक विशेष अंकीय पता
(Numerical Address) दिया जाता है जिसे आईपी एड्रेस (IP Address) कहा जाता है। इंटरनेट के लिए आवश्यक उपकरण क्या है?इंटरनेट की दुनिया में जाने के लिए आपके पास एक कम्प्यूटर चाहिए जिसमें साउंड कार्ड हो और इंटरनेट कनेक्शन भी होना चाहिए । इसके माध्यम से आप ई-मेल और वाॅइस मेल भेज सकते है और प्राप्त कर सकते है साथ ही इसमें एक कैमरा भी होता है जो कि आॅनलाईन काॅन्फ्रेस आदि में उपयोगी होता है ।
इंटरनेट क्या है इसके विभिन्न उपकरणों का वर्णन करें?लाखों-करोड़ों कंप्यूटरों को परस्पर जोड़ने के लिए विशेष केबल्स, टेलीफोन लाइनें, उपग्रह, माइक्रोवेव्स और अन्य उपकरणों का प्रयोग किया जाता है। इंटरनेट में कुछ शक्तिशाली कंप्यूटर होते हैं, जिन्हें सर्वर कहा जाता है जो करोड़ों कंप्यूटरों द्वारा दी गई कमांड्स को संसाधित करते हैं।
इंटरनेट वर्किंग उपकरण क्या है?इंटरनेट (संपर्क उपकरण) की उपयोगिता || Utility of the Internet (Contact Tool) अलग-अलग स्थानों पर लगे कंप्यूटरों को जोड़कर सूचना यहांँ-वहांँ भेजने तथा लेने के लिए बनाई गई एक विशेष प्रणाली को इंटरनेट कहा जाता है। इसमें कंप्यूटर नेटवर्क प्रणाली के तहत संपूर्ण कार्य करते हैं।
इंटरनेट कितने प्रकार के होते हैं?Types of Internet in Hindi – इंटरनेट के प्रकार. Types of Internet in Hindi – इंटरनेट के प्रकार इंटरनेट के प्रकार से तात्पर्य इंटरनेट कनेक्शन के प्रकार से है इंटेररनेट कनेक्शन निम्नलिखित प्रकार के होते हैं।. मोबाईल इंटरनेट (Mobile Internet) ... . DSL. ... . ब्रॉड्बैन्ड (Broadband) ... . सैटेलाइट इंटरनेट (Satellite Internet). इंटरनेट के प्रमुख भाग कौन कौन से हैं?इंटरनेट, जिसे बहुधा नेट कहा जाता है में, तेज़ गति की संचार प्रौद्योगिकियों जैसे सैटेलाइट, माइक्रोवेव उपकरणों आदि द्वारा जुड़े हुए कम्प्यूटरों के नेटवर्क कॉम्पलेक्स शामिल होते हैं। यह विश्व भर में विभिन्न स्थानों पर स्थित एकत्रित सूचना संसाधन की बड़ी मात्रा Page 3 इंटरनेट की सरलता एवं त्वरित अभिगम अनुमत करता है।
इंटरनेट का प्रयोग करते समय कंप्यूटर पर कौन सा उपकरण लगाना पड़ता है?घरेलू कम्प्युटरों को इंटरनेट से जोड़ ने के लिए आवश्यक उपकरण को माडम (modem/cpe) कहा जाता है। यह 56 KBPS से लेकर 100 MBPS तक होता है या जैसा स्पीड चाहिए उसके अनुसार उपयोग करते हैं। यदि ऑप्टिकल फाइबर केबल से जुड़ा है तो ONT modem लगता है।
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