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Sakshi Pandya | नवभारत टाइम्स | Updated: Sep 2, 2020, 11:32 AM हेयर केयर और कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स में पैराबेन है या नहीं और अगर है तो इसके क्या साइड-इफेक्ट्स हैं, यह चर्चा का विषय रहा है। इस मुद्दे पर काफी बात की जाती है लेकिन इस पर अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। उपभोक्ता के नजरिये से इस पोस्ट में हम आपको आसान शब्दों में बता रहे हैं पैराबेन का मतलब और क्या पैराबेन-युक्त प्रोडक्ट्स खरीदने चाहिए या नहीं और इसके पीछे के कारण...आजकल खाने से लेकर लगाने तक की हर चीज में कंपनियां खतरनाक कैमिकल्स का इस्तेमाल करने लगी हैं। ऐसा ही एक कैमिकल है पैराबेन, जो आमतौर पर कॉस्मेटिक वस्तुओं में इस्तेमाल किया जाता है ताकि उत्पादों की उम्र को बढ़ाया जा सके। तभी आपने देखा होगा कि आमतौर पर ब्यूटी प्रोडक्ट्स को आप तीन साल तक इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, पैराबेन का इस्तेमाल प्रोडक्ट को बैक्टीरिया और फंगस से बचाने के लिए किया जाता है। Read More: हिना खान का ये ब्यूटी सीक्रेट आप भी आजमाएं, स्किन और बालों की खूबसूरती आसानी से पाएं पैराबेन का इस्तेमाल मॉइस्चराइज़र, शैंपू, और सीरम से लेकर क्रीम, लोशन और टूथपेस्ट तक में किया जाता है। यह आपको विभिन्न नामों भी मिल जाएंगे जैसे Butylparaben (ब्यूटाइल पैराबेन), Isobutylparaben (आइसोब्यूटाइल पैराबेन), Propylparaben (प्रोपाइल पैराबेन), methylparaben (मिथाइल पैराबेन), Ethylparaben (इथाइल पैराबेन)। कैसे पता करें की मेरे आपके पर्सनल प्रोडक्ट्स में यह है या नहीं? प्रोडक्ट्स के लेबल पर ध्यान दें। आपके प्रोडक्ट पर इनमें से कोई भी नाम हो सकता है - methylparaben, ethylparaben, propylparaben, butylparaben और isobutylparaben. अगर प्रोडक्ट के लेबल पर इनमें से कोई भी नाम है तो मतलब उस प्रोडक्ट में पैराबेन है।
मेकअप उतारने के साथ स्किन को बनाएगा सॉफ्ट, घर पर ऐसे बनाये रिमूवर पैराबेन प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने से नुकसान पैराबेन का इस्तेमाल 1950 के दशक से होता चला आ रहा है। वहीं CIR FDA ने पैराबेन को कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल किए जाने के लिए सुरक्षित भी बताया है। अब आपका सवाल होगा कि फिर क्यों पैराबेन को शरीर के लिए हानिकारक माना जाता है? दरअसल, पैराबेन के इस्तेमाल से त्वचा रूखी हो सकती है। पैराबेन युक्त प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने पर आपकी त्वचा पर चकत्ते, फफोले और सूजन भी आ सकती है। Parabens के कारण चेहरे पर झुर्रियां जल्दी आ जाती हैं। इसके अलावा कुछ मेडिकल रिपोर्ट में कहा गया है कि parabens एस्ट्रोजेन उत्पादन को बढ़ा सकते हैं, जिससे एस्ट्रोजन पॉजिटिव स्तन कैंसर और पुरुष बांझपन के मामले बढ़ सकते हैं। Read More: ऐसे बनाएंगी हेयर स्टाइल तो दुनिया देखते ही कहेगी वाह, जानें तरीका
पिंपल्स को दूर कर निखार लाएगा ये ओट्स स्क्रब हालांकि, जब से स्तन कैंसर के टिश्यू में पैराबेन का अंश पाया गया है तब से कंपनियों ने पैराबेन फ्री उत्पादों का निर्माण करना भी शुरू कर दिया है। डेनमार्क में तो बच्चों के प्रोडक्ट्स में पैराबेन के इस्तेमाल को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है। लेकिन 21वीं सदी में पैराबेन-मुक्त ब्यूटी प्रोडक्ट्स और स्किन केयर प्रोडक्ट्स को ढूंढना मुश्किल नहीं है। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें रेकमेंडेड खबरें
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