Plasma Jhilli Ke Karya
GkExams on 03-05-2022
प्लाज्मा झिल्ली (Cell membrane) क्या है : यह सेल का प्लाज़्मा झिल्ली लिपिड और प्रोटीन का एक नेटवर्क है जो सेल की सामग्री और सेल के बाहर के बीच की सीमा बनाता है। आपकी बेहतर जानकारी के लिए बता दे की इसे "कोशिका झिल्ली" भी कहा जाता है। सभी जीवित चीजों की कोशिकाओं में "प्लाज्मा झिल्ली (cell membrane structure)" होती है।
प्लाज्मा झिल्ली किससे बनी होती है?
यह लिपिड और प्रोटीन से बना होता है। प्रमुख लिपिड एक बाइलर में व्यवस्थित होते हैं और फॉस्फोलिपिड कहलाते हैं। ध्यान रहे की प्लाज्मा झिल्ली (cell membrane function) में कोलेस्ट्रॉल भी होता है। कोशिका झिल्ली में भी जैव रासायनिक जांच के अनुसार प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट होते हैं।
प्लाज्मा झिल्ली के कार्य :
यहाँ हम निम्नलिखित
बिन्दुओं द्वारा आपको प्लाज्मा झिल्ली के मुख्य कार्यों (cell membrane model) से अवगत करा रहे है, जो इस प्रकार है...
कोशिका को एक जगह से दूसरी जगह ले जाना। कोशिका को उसके आसपास के वातावरण से बचाना। पानी को प्रवेश करने या बहार निकलने से रोकना। कोशिका के अंदर और बाहर क्या जाता है उस पर नियंत्रण रखना। चलनी के रूप में कार्य करना, केवल लिपिड को पार करने की अनुमति देता है।
Comments Gu on 02-12-2022
प्लाज्माझिलाली के कार्य
Anamika on 06-11-2022
Plasma jhilli ke kary
Kamna ahirwar on 17-10-2022
Plasma membrane ke karyo ka barnan
Ashvin Armo on 14-12-2021
Plasma jhilli ki sanrachna AVm karya
Satya Prakash on 26-09-2018
Science information
झिल्ली कितने प्रकार की होती हैं?
पारगम्यता के आधार पर झिल्लियाँ चार प्रकार की होती हैं- (i) पारगम्य, (ii) अपारगम्य, (iii) अर्द्ध-पारगम्य तथा (iv) वरणात्मक पारगम्य।
झिल्ली से बंधे अंग क्या हैं?
लाइसोसोम एकल झिल्ली-बद्ध अंग है, जो पाचक एंजाइमों से भरा होता है। कोशिकांग: कोशिकांग को झिल्ली से बंधे कोशिकीय घटकों के रूप में परिभाषित किया गया है। ये कोशिकांग कोशिका के भीतर मौजूद होते हैं और अपने कार्यों में स्वतंत्र होते हैं।
कोशिका झिल्ली का दूसरा नाम क्या है?
कोशिका झिल्ली को सी. क्रेमर एवं नेगेली (1855) ने कोशिका कला एवं प्लोव ने जीवद्रव्य कला कहा।
मानव शरीर की झिल्ली क्या है?
झिल्ली (membrane) दो स्थानों, दिकों, अंगों, पात्रों या खंडो के बीच स्थित एक पतली अवरोधक परत होती है जो कुछ चुने पदार्थों, अणुओं, आयनों या अन्य सामग्रियों को आर-पार जाने देती है लेकिन अन्य सभी को रोकती है। जीव-शरीरों में ऐसी कई झिल्लियाँ पाई जाती हैं, जिन्हें जैवझिल्लियाँ कहा जाता है।