झारखंड में कौन कौन से खनिज संपदा ए ज्यादा मात्रा में उपलब्ध है - jhaarakhand mein kaun kaun se khanij sampada e jyaada maatra mein upalabdh hai

झारखण्ड की धरती सही अर्थों में भूगर्भा और रत्नगर्भा है। इस धरा ने अपने अन्दर न जाने कौन-कौनसे बहुमूल्य खनिज सम्पदाओं के विपुल भण्डार को संजोये रखा है। इस नवनिर्मित प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मूल आधार ही यहां से प्राप्त खनिज सम्पदा एवं उस पर आधारित उद्योग धन्धे हैं। लोहरदगा, धनबाद, झरिया, सिन्दरी, कुमारधबी, रामगढ़, टाटी सिल्वै, नोआ मण्डी आदि अनेक शहर खनिज सम्पदाओं के ढ़ेर पर बने एवं विकसित हैं। भारत के खनिज सम्पदा के कुल उत्पादन का ४०% हिस्सा झारखण्ड से ही प्राप्त किया जाता है। यह प्रदेश देश का ५८% अबरख, ३०% कायनाइट, ३३% ताम्बा, ३३% कोयला, ३२% बा�क्साइट तथा २३% के आसपास लोहा उत्पादित करता है।

इन खनिज सम्पदाओं के अलावा इस धरती के गर्भ में क्रोमियम, मैंगनीज, चीनी मिट्टी, फायर क्ले, चूना पत्थर, बेराइट, डोलेमाइट, ऐसबेस्टस, यूरेनियम, गंधक, सोना और टंगस्टन भी पाए जाते हैं।

झारखण्ड के खनिज सम्पदा और उनके उत्पादन क्षेत्र का विवरण नीचे टेबल में दिया गया है :

क्रम सं.

खनिज सम्पदा का नाम

उत्पादन क्षेत्र

१.

ताम्बा

घाटशिला, राखा

२.

अबरख

कोडरमा, झुमरी तिलैया

३.

कायनाइट

लिप्साबुरु, रावखरसावाँ

४.

बॉक्साइट

लोहरदगा, राँची

५.

यूरेनियम

जादुगोड़ा

६.

कोयला

झरिया, चन्द्रपुरा

७.

ग्रेफाइट

डालटेनगंज

८.

लौह अयस्क

सिंहभूम, डालटेनगंज

९.

मैंगनीज

गुआ, नोवामुंडी

१०.

सोना

दक्षिण छोटानागपुर

११.

चांदी

हजारीबाग, पलामू

१२.

एसबेस्टस

राँची, सिंहभूम

१३.

चीनी मिट्टी

राँची, संथाल परगना

१४.

रॉक फास्फेट

राँची, धनबाद

१५.

चूना पत्थर

दामोदर घाटी, संथाल परगना

१६.

डोलोमाइट

चाईबासा, पलामू

१७.

बेनेडियम

सिंहभूम

१८.

टंगस्टन

हजारीबाग, सिंहभूम

१९.

शीशा

बारागुंडा, टांडा

२०.

टीन

संथाल परगना, हजारीबाग

२१.

फेल्सपार

सिंहभूम

२२.

क्रोमियम

सरायकेला, जोनूटानु

खनिज सम्पदा का झारखण्ड में भण्डारण

क्रम सं.

खनिज का नाम

भारत में स्थान

प्रमुख क्षेत्र जहां खनिज सम्पदा उपलब्ध है

१.

ताम्बा

प्रथम

घाटशिला, राखा

२.

अभ्रख

प्रथम

कोडरमा, झुमरी तिलैया

३.

कायनाइट

प्रथम

लिप्साबुरु, राजखरसावाँ

४.

बॉक्साइट

प्रथम

लोहरदगा, राँची

५.

यूरेनियम

प्रथम

जादुगोड़ा

६.

कोयला

प्रथम

झरिया, चन्द्रपुरा

७.

ग्रेफाइट

द्वितीय

डालटेनगंज

८.

लौह अयस्क

तृतीय

सिंहभूम, डालटेनगंज

९.

मैंगनीज

सातवां

गुआ, नोवामुंडी

अन्य खनिज एवं उनके क्षेत्र

क्रम सं.

खनिज सम्पदा का नाम

झारखण्ड में उत्पादन क्षेत्र

१.

सोना

दक्षिण छोटानागपुर

२.

चांदी

हजारीबाग, पलामू

३.

एसबेस्ट्

रांची, सिंहभूम

४.

चीनी मिट्टी

रांची, संथान परगना

५.

रॉक फास्फेट

रांची, धनबाद

६.

चूना पत्थर

दामोदर घाटी, संथाल परगना

७.

डोलोमाइट

चाईबासा, पलामू

८.

बेनेडियम

सिंहभूम

९.

टंगस्टन

हजारीबाग, सिंहभूम

१०.

शीशा

बारागुंडा, टांडा

११.

टीन

संथाल परगना, हजारीबाग

१२.

फेल्सपार

सिंहभूम

१३.

क्रोमियम

सरायकेला, जोनूटानु

झारखंड में कौन सा खनिज संपदा सबसे अधिक पाया जाता है?

खान एवं खनिज | लोहरदगा | भारत

झारखंड में कौन कौन से खनिज संपदा ए ज्यादा मात्रा में उपलब्ध है कम से कम 4 खनिजों के नाम लिखिए?

एशिया में मैंगनीज, बॉक्साइट, निकेल, जस्ता और ताँबा के भी निक्षेप हैं। यूरोप विश्व में लौह अयस्क का अग्रणी उत्पादक है। रूस, यूक्रेन, स्वीडन और फ्रांस लौह अयस्क के विशाल निक्षेप वाले देश हैं। ताँबा, सीसा, जस्ता, मैंगनीज और निकेल खनिजों के निक्षेप पूर्वी यूरोप और यूरोपीय रूस में पाए जाते हैं ।

खनिज उत्पादन में झारखंड का कौन सा स्थान है?

झारखंड खनिज उत्पादन की दृष्टि से संपूर्ण भारत में सर्वोच्च स्थान पर है । इसके कारण इसे रत्नगर्भ भी कहा जाता है । मूल्य की दृष्टि से भारत के कुल खनिज उत्पादन का 26 प्रतिशत एवं उत्पादन की दृष्टि से देश के कुल खनिज उत्पादन का लगभग 40 प्रतिशत हिस्सा वर्तमान में अकेले झारखंड से निकला जाता है।

झारखंड में कौन से खनिज पदार्थ प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं?

प्रचुर खनिज संपदाओं और विस्तृत वन्य प्रदेश से भरपूर झारखंड पूरे देश का सबसे अमीर राज्यों में से एक है। इस क्षेत्र में कोयला, लौह अयस्क, अभ्रक, बॉक्साइट और चूना पत्थर और तांबा, क्रोमेट, एस्बेस्टस, क्यानाइट, चाइना क्ले, मैंगनीज, डोलोमाइट, यूरेनियम आदि के असीम भंडार हैं