हमारे शरीर को सुचारू रूप से चलाने में आहार की भूमिका अहम होती है। कुछ खाद्य हमें बीमार कर सकते हैं, वहीं कुछ हमें स्वस्थ रखने के साथ-साथ कई बीमारियों से लड़ने में भी मदद कर सकते हैं। फिर चाहे वह अल्सर कोलाइटिस की परेशानी ही क्यों न हो। स्टाइलक्रेज के लेख में आज हम अल्सरेटिव कोलाइटिस में क्या खाएं व क्या नहीं खाएं, इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी हासिल करेंगे। इसके अलावा, लेख में अल्सरेटिव कोलाइटिस के लिए आहार चार्ट का नमूना भी पेश कर रहे हैं। Show
पढ़ना शुरू करें सबसे पहले जानेंगे अल्सरेटिव कोलाइटिस डाइट क्या है । विषय सूची
अल्सरेटिव कोलाइटिस क्या है और इसमें अल्सरेटिव कोलाइटिस डाइट कैसे मदद करती है?अल्सरेटिव कोलाइटिस आंतों से संबंधित एक बीमारी है। यह इंफ्लामेटरी बाउल डिजीज (IBD) का ही एक प्रकार है। इसमें बड़ी आंत व मलाशय में सूजन और घाव हो सकते हैं, जो पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकते हैं (1)। इस वजह से अल्सर कोलाइटिस की समस्या को नियंत्रित करने के लिए अल्सर कोलाइटिस डाइट अहम भूमिका निभा सकती है। दरअसल, कुछ खाद्य पदार्थ अल्सर कोलाइटिस की समस्या को कम कर सकते हैं, तो वहीं कुछ इसे बढ़ा सकते हैं, जिनके बारे में लेख में आगे विस्तार से चर्चा करेंगे (2)। आगे पढ़ें लेख में इस भाग में अल्सरेटिव कोलाइटिस में क्या खाएं, यह बता रहे हैं। अल्सरेटिव कोलाइटिस में क्या खाएं – Food to Eat for Ulcerative Colitis in Hindiअब हम उन खाद्य पदार्थों के बारे में बात करेंगे, जिनका सेवन अल्सरेटिव कोलाइटिस की समस्या से राहत दिला सकता है। साथ ही हम यह स्पष्ट कर देते हैं कि यहां बताए गए खाद्य पदार्थ को अल्सरेटिव कोलाइटिस का इलाज न समझें। यह कुछ हद तक इस समस्या से राहत प्रदान कर सकते हैं। 1. फलों का जूसअल्सरेटिव कोलाइटिस की समस्या में फलों के जूस का सेवन फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, इस रोग में कई फलों का सेवन लाभकारी माना जाता है। चूहों पर किए गए एक शोध की मानें, तो अनार, अंजीर व खजूर का जूस अल्सरेटिव कोलाइटिस में राहत प्रदान कर सकता है। इसके पीछे इन तीनों फलों में मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण को लाभकारी माना जा सकता है (3)। वहीं, एक अन्य शोध में बताया गया है कि नोनी फल एंटी इंफ्लामेशन गुणों से भरपूर होता है, जो कि सूजन संबंधी बीमारियों को रोकने में अहम भूमिका निभा सकता है। अल्सरेटिव कोलाइटिस भी आइडीबी का ही एक प्रकार है। ऐसे में अल्सरेटिव कोलाइटिस से राहत पाने के लिए नोनी के जूस का सेवन भी किया जा सकता है (4)। इसके अलावा, एक रिसर्च में अल्सरेटिव कोलाइटिस वाले लोगों के लिए लो फूड मैप डाइट तैयार किया गया है, जिसमे केला, स्ट्रॉबेरी, रसबेरी, ब्लूबेरी, संतरा, अंगूर, किवी, नींबू, कीवी, पैशन फ्रूट व अन्य फलों का सेवन करने की सलाह दी गई है (5)। इस आधार पर माना जा सकता है कि फल और फलों का जूस अल्सरेटिव कोलाइटिस में लाभदायक परिणाम प्रदर्शित कर सकते हैं। 2. ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थओमेगा -3 फैटी एसिड में एंटी-इंफ्लामेटरी प्रभाव होता है, जो सूजन संबंधी बीमारियों में उपयोगी साबित हो सकता है, जिसमें अल्सरेटिव कोलाइटिस का नाम भी शामिल है (6)। ओमेगा-3 फैटी एसिड की पूर्ति के लिए सैल्मन, मैकेरल, टूना, हेरिंग और सार्डिन मछली का सेवन किया जा सकता है (7)। ऐसे में माना जा सकता है कि ओमेगा -3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन अल्सरेटिव कोलाइटिस में सहायक हो सकता है। 3. स्क्वैश यानी कद्दूअल्सरेटिव कोलाइटिस में क्या खाएं, इसका एक जवाब स्क्वैश भी हो सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से जानकारी मिलती है कि अल्सरेटिव कोलाइटिस में होने वाली सूजन को कम करने के लिए कुछ विशेष आहार का सेवन कर सकते हैं, जिसमें स्क्वैश भी शामिल है। हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि कद्दू पूरी तरह से पका होना चाहिए व उसमें बीज न हो। कद्दू की प्यूरी बनाकर सेवन करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है (8)। 4. ब्राउन राइसअल्सर कोलाइटिस के मरीजों के स्वास्थ्य के लिए ब्राउन राइस का सेवन अच्छा माना गया है। इससे जुड़े एक शोध में बताया गया है कि अल्सरेटिव कोलाइटिस के मरीजों को व्हाइट राइस की जगह ब्राउन राइस का सेवन करने की सलाह दी गई है (9)। दरअसल, ब्राउन राइस में एंटी कोलाइटिस प्रभाव पाया जाता है, जो अल्सरेटिव कोलाइटिस की समस्या को काफी हद तक नियंत्रित करने में मदद कर सकता है (10)। इस आधार पर माना जा सकता है कि ब्राउन राइस का सेवन अल्सरेटिव कोलाइटिस में किया जा सकता है। 5. शकरकंदअल्सरेटिव कोलाइटिस की समस्या में शकरकंद उपयुक्त आहार में से एक माना जा सकता है। एक शोध की मानें, तो शकरकंद में एंटी इंफ्लामेटरी यानी सूजन को कम करने वाला गुण मौजूद होता है (11)। जैसा कि हमने ऊपर भी बताया कि अल्सरेटिव कोलाइटिस का मुख्य कारण आंतों में सूजन होना है (1)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अल्सरेटिव कोलाइटिस की समस्या में शकरकंद के फायदे देखे जा सकते हैं। 6. अंडाएक शोध में अमेरिकन डायटेटिक एसोसिएशन द्वारा आंत रोग सूजन के लिए कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी गई है, जिसमें अंडे को भी शामिल किया गया है। वहीं, फ्राइड एग का सेवन न करने की सलाह दी गई है। इसलिए, अंडे को खाने में शामिल कर रहे हैं, तो अंडे को उबालकर खाना बेहतर हो सकता है (12)। इस आधार पर माना जा सकता है कि अल्सरेटिव कोलाइटिस में अंडे का सेवन लाभकारी हो सकता है। 7. एवोकाडोअल्सरेटिव कोलाइटिस के लिए आहार की लिस्ट में एवोकाडो का नाम भी शामिल है। एक शोध में साफतौर से इस बात का जिक्र मिलता है कि एवोकाडो के एथेनॉल अर्क में एंटी कोलाइटिक प्रभाव मौजूद होता है, जो इस बीमारी से लड़ने में प्रभावकारी हो सकता है (13)। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि अल्सर कोलाइटिस की समस्या में एवोकाडो का सेवन लाभकारी हो सकता है। 8. ओट्सअल्सरेटिव कोलाइटिस के मरीज अपने आहार में ओट्स को शामिल कर सकते हैं। दरअसल, इस संबंध में एक शोध किया गया है। परीक्षण के लिए अल्सरेटिव कोलाइटिस के 22 मरीजों को रोजाना 60 ग्राम ओट्स का सेवन कराया गया। 12 हफ्ते के बाद देखा गया कि ओट्स का सेवन करने से उनमें पेट संबंधित परेशानियों में 24 से 55 प्रतिशत तक कमी पाई गई (14)। इस आधार पर माना जा सकता है कि ओट्स का सेवन अल्सरेटिव कोलाइटिस में लाभकारी हो सकता है। 9. कम फैट वाले मांसअल्सरेटिव कोलाइटिस डाइट चार्ट में कम फैट वाले मांस को शामिल किया जा सकता है। इससे संबंधित एक शोध में कम फैट वाले मांस को आहार में शामिल करने के साथ फ्राइड मीट, सॉसेज और बेकन मीट का सेवन करने से परहेज करने के लिए कहा गया है (12)। ऐसे में अल्सर कोलाइटिस के मरीज कम फैट वाले मांस को अपने आहार का हिस्सा बना सकते हैं। 10. डेयरी प्रोडक्टअल्सरेटिव कोलाइटिस में डेयरी प्रोडक्ट को अपने आहार में शामिल किया जा सकता है। एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि आईबीडी से पीड़ित मरीजों में लैक्टोज इंटोलरेंस की समस्या हो सकती है। वहीं, डेयरी उत्पादों से परहेज करने से शरीर में कैल्शियम और विटामिन डी की कमी की संभावना बढ़ सकती है। ऐसे में अल्सरेटिव कोलाइटिस के मरीजों को लैक्टोज फ्री डेयरी उत्पाद जैसे कॉटेज चीज, मक्खन, योगर्ट आदि का सेवन करने की सलाह दी जाती है (5)। स्क्रॉल करें कोलाइटिस में क्या खाएं के बाद अल्सरेटिव कोलाइटिस में क्या नहीं खाना चाहिए यह भी जान लीजिए। अल्सरेटिव कोलाइटिस में क्या नहीं खाना चाहिए – Foods to Avoid Ulcerative Colitis in Hindiऊपर लेख में हमने जाना कि कोलाइटिस में क्या खाएं। अब यह भी जान लेते हैं कि अल्सरेटिव कोलाइटिस में किन चीजों का सेवन करने से परहेज करना चाहिए (1) (5):
यह भी पढ़ें लेख के इस भाग में हम अल्सरेटिव कोलाइटिस के लिए आहार चार्ट साझा कर रहे हैं। अल्सरेटिव कोलाइटिस के लिए आहार चार्ट – Sample Diet Chart for Ulcerative Colitis in Hindiयहां हम अल्सरेटिव कोलाइटिस के लिए आहार चार्ट पेश कर रहे हैं। हालांकि, इस डाइट चार्ट को हम आपके लिए एक उदाहरण के तौर पर शेयर कर रहे हैं। इसमें बताई गई खाद्य सामग्री और उसकी मात्रा में व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य के अनुसार बदलाव किए जा सकते हैं।
नोट : अल्सरेटिव कोलाइटिस के मरीज डॉक्टर से पूछकर ही अपना डाइट चार्ट प्लान करें। ऊपर नमूना डाइट चार्ट दिया गया है। इसमें चिकित्सक मरीज की शारीरिक स्थिति के अनुसार बदलाव कर सकते हैं। नीचे स्क्रॉल करें लेख के अंतिम भाग में हम अल्सर कोलाइटिस से बचाव से जुड़ी कुछ अन्य टिप्स के बारे में जानेंगे। अल्सरेटिव कोलाइटिस से बचाव के लिए कुछ और टिप्स – Other Tips for Ulcerative Colitis in Hindiअल्सरेटिव कोलाइटिस डाइट प्लान जानने के बाद हम कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं, जो अल्सरेटिव कोलाइटिस से राहत पाने में मददगार साबित हो सकते हैं (1) (12)।
फूड फॉर अल्सरेटिव कोलाइटिस लेख को पढ़ने के बाद हम उम्मीद करते हैं कि अल्सरेटिव कोलाइटिस में क्या क्या खाना चाहिए इसका जवाब आपको मिल गया होगा। इसके अलावा, लेख में हमने अल्सरेटिव कोलाइटिस में क्या नहीं खाना चाहिए इसके बारे में भी बताया है। साथ ही यहां पर अल्सरेटिव कोलाइटिस से बचाव के लिए कुछ अन्य टिप्स भी बताए गए हैं, जो इसके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि अगर किसी को अल्सर कोलाइटिस की समस्या है, तो डॉक्टर से इसका इलाज जरूर करवाएं। अक्सर पूछे जाने वाले सवालअल्सरेटिव कोलाइटिस के लिए सबसे अच्छा नाश्ता कौन सा है? अल्सरेटिव कोलाइटिस में नाश्ते के रूप में केला, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, खरबूजा, अंगूर, कीवी आदि फलों का सेवन लाभकारी हो सकता है (5)। क्या केला अल्सरेटिव कोलाइटिस के लिए हानिकारक हो सकता है? नहीं, अल्सरेटिव कोलाइटिस में केला का सेवन अच्छा माना जाता है (5)। क्या टमाटर कोलाइटिस के लिए अच्छा नहीं होता है? अल्सर कोलाइटिस आहार पर किए गए एक अध्ययन में टमाटर का सेवन अच्छा माना गया है (5)। ऐसे में टमाटर का सेवन कोलाइटिस में सुरक्षित माना जा सकता है। क्या चिकन का सेवन अल्सरेटिव कोलाइटिस के लिए अच्छा है? अल्सरेटिव कोलाइटिस में चिकन का सेवन किया जा सकता है (15)। बशर्ते, चिकन तला हुआ व मसालेदार न हो। संदर्भ (Sources) :Articles on StyleCraze are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Read our editorial policy to learn more.
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अनुज जोशी ने दिल्ली विश्वविद्यालय से बीकॉम और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से मास कम्युनिकेशन में एमए किया है। अनुज को प्रिंट... more कोलाइटिस में क्या खाने से परहेज करना चाहिए?कोलाइटिस के मरीजों को फाइबर से भरपूर चीजों को खाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह उनके लिए हानिकारक हो सकती है। इसलिए वीट ब्रेड, पास्ता और अनाज की बजाय आप आटे का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा आप ब्राउन राइस और क्युनोवा भी खाने से बचें।
कोलाइटिस में कौन सा फल खाएं?फूड आइटम जिनका आप आसानी से सेवन कर सकते है
फल और सब्जियां: फल (स्टू सेब, केला, पपीता, अनार, नाशपाती, खरबूजे (पानी तरबूज, कस्तूरी तरबूज) और सब्जियां (सभी प्रकार की लौकी, भिंडी, टिंडा, हरी पत्तेदार सब्जियां (भारतीय पालक, मेथी के पत्ते, धनिया पत्ती))।
क्या कोलाइटिस ठीक हो सकती है?अल्सरेटिव कोलाइटिस आंतों से जुड़ी एक समस्या है, जिसमें बड़ी आंत में सूजन और जलन की परेशानी होती है। कोलन में छाले हो जाते हैं और उस हिस्से में सूजन की समस्या बनी रहती है। समय रहते इस बीमारी के लक्षणों को पहचान कर लें तो दवाओँ की मदद से ठीक होने की पूरी-पूरी संभावना रहती है।
आंतों की सूजन में कौन से फल खाएं?केला: केले का सेवन अक्सर स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि इसके रोजाना सेवन से आंतों से जुड़ी कई गंभीर समस्याएं दूर हो जाती हैं। ये पाचन क्रिया को बेहतर बना के रखने में भी मदद करता है। यदि पेट में सूजन की समस्या रहती हो या बार-बार दर्द रहता हो तो केला का सेवन आप कर सकते हैं।
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