Show करवा चौथ व्रत की पूजन विधिकरवा चौथ का व्रत कैसे करें
स्त्रियां इस व्रत को पति की दीर्घायु के लिए रखती हैं। यह व्रत अलग-अलग क्षेत्रों में वहां की प्रचलित मान्यताओं के अनुरूप रखा जाता है, लेकिन इन मान्यताओं में थोड़ा-बहुत अंतर होता है। सार तो सभी का एक होता है पति की
दीर्घायु। करवा चौथ व्रत विधि :- * व्रत के दिन प्रातः स्नानादि करने के पश्चात यह संकल्प बोलकर करवा चौथ व्रत का आरंभ करें- 'मम सुखसौभाग्य पुत्रपौत्रादि सुस्थिर श्री प्राप्तये करक चतुर्थी व्रतमहं करिष्ये।' और भी पढ़ें :करवा चौथ की पूजा में क्या क्या बनाया जाता है?दिन भर चंद्रोदय काल तक निर्जल व्रत करना चाहिए। करवा चौथ का पूजन चंद्रोदय के बाद किया जाता है। सबसे पहले गौरी-गणेश का पूजन किया जाता है, इसके बाद करवा माता या सौभाग्य दायिनी ललिता देवी का पूजन किया जाता है। जल,धूप-दीप,नैवेद्य,रोली,अक्षत,पुष्प,दूब एवं पंचामृत से विधिवत गौरी-गणेश का पूजन कर हलवा-पूड़ी का भोग लगाना चाहिए।
करवा चौथ में करवे में क्या भरा जाता है?पूजा में कैसे होता है इसका इस्तेमाल
एक जिसमें महिलाएं अर्घ्य देती हैं यानी जिसे उनकी सास ने दिया होता है. दूसरा वो जिसमें पानी भरकर बायना देते वक्त सास को देती हैं. करवा में फिर रक्षासूत्र बांधकर, हल्दी और आटे के सम्मिश्रण से एक स्वातिक बनाया जाता है. एक करवे में जल और दूसरे करवे में दूध भरा जाता है.
पहली बार करवा चौथ का व्रत कैसे करें?सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।. स्नान करने के बाद मंदिर की साफ- सफाई कर ज्योत जलाएं।. देवी- देवताओं की पूजा- अर्चना करें।. निर्जला व्रत का संकल्प लें।. इस पावन दिन शिव परिवार की पूजा- अर्चना की जाती है।. सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें। ... . माता पार्वती, भगवान शिव और भगवान कार्तिकेय की पूजा करें।. करवा चौथ व्रत की विधि क्या है?करवा चौथ व्रत की उत्तम विधि
सूर्योदय से पहले स्नान कर व्रत रखने का संकल्प लें. फिर मिठाई, फल, सेवई और पूड़ी खाकर व्रत शुरू करना चाहिए. इसके बाद शिव परिवार और श्रीकृष्ण की स्थापना करें. गणेश जी को पीले फूलों की माला, लड्डू और केले चढ़ाएं. तथा भगवान शिव और पार्वती को बेलपत्र और श्रृंगार की चीजें अर्पित करें.
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