किसान एक स्थान पर क्यों रहा करते थे - kisaan ek sthaan par kyon raha karate the

किसान

व्यवसाय

व्यवसाय प्रकार

नौकरी

गतिविधि क्षेत्र

खेती
विवरण

रोज़गार
का क्षेत्र

खेत

किसान उन्हें कहा जाता है, जो खेती का काम करते हैं। इन्हें 'कृषक' और 'खेतिहर' के नाम से भी जाना जाता है। ये बाकी सभी लोगों के लिए खाद्य सामग्री का उत्पादन करते हैंं। इसमें विभिन्न फसलें उगाना, बागों में पौधे लगाना, मुर्गियों या इस तरह के अन्य पशुओं की देखभाल कर उन्हें बढ़ाना भी शामिल है। कोई भी किसान या तो खेत का मालिक हो सकता है या उस कृषि भूमि के मालिक द्वारा काम पर रखा गया मजदूर हो सकता है।

अच्छी अर्थव्यवस्था वाले जगहों में किसान ही खेत का मालिक होता है और उसमें काम करने वाले उसके कर्मचारी या मजदूर होते हैं। हालांकि इससे पहले तक केवल वही किसान होता था, जो खेत में फसल उगाता था और पशुओं, मछलियों आदि की देखभाल कर उन्हें बढ़ाता था।

किसान एक स्थान पर क्यों रहा करते थे - kisaan ek sthaan par kyon raha karate the

नेपाल के दार्चुला जिले में एक किसान

प्रकार[संपादित करें]

कुछ देशों में सामान्यतः इस शब्द का उपयोग पशुपालन और उसको बढ़ाने से होता है, जिसमें भेड़, बकरी, घोड़े आदि आते हैं। अमेरिका में इसके लिए रेंचर्स शब्द का उपयोग किया जाता है और ऑस्ट्रेलिया व यूनाइटेड किंगडम में ग्रेजियर्स शब्द प्रचलित है। दुग्ध उत्पादन में लगे लोगों को भी इन देशों में किसान कहा जाता है। इसी के साथ साथ मुर्गियों, बत्तख, हंस आदि को बढ़ाने वाले और उनसे मांस, अंडे और पंखों का उत्पादन करने वालों को भी किसान ही माना जाता हैl

कुछ विकसित देशों में किसान शब्द का उपयोग किसी व्यवसायी या पेशेवर के लिए किया जाता है, जिसके पास फसल उगाने के लिए जमीन और रुचि तो होता ही है, पर साथ ही साथ वह लोगों को उसमें काम करने के लिए भी रखता है या किसी के द्वारा उस कार्य को करवाता है।

व्यावसायिक खतरे और कीटनाशक पदार्थ से खतरा[संपादित करें]

किसान एक स्थान पर क्यों रहा करते थे - kisaan ek sthaan par kyon raha karate the

ट्रैक्टर आधुनिक खेती का प्रतीक बन गया है।

कृषि कार्य में कई सारे खतरे होते हैं। इनमें खेती करने वाले किसानों को खेत में कई सारे खतरनाक जीव-जन्तुओं का सामना करना पड़ता है। खेत में काम करते समय बिच्छुओं, चीटियों, मधुमक्खियों आदि के काटने का बहुत बड़ा खतरा रहता है। किसानों को बहुत भारी और बड़े मशीनों के साथ काम करना पड़ता है, उनसे भी चोट लगने और मौत होने की भी संभावना रहती है।

घातक कीटनाशक पदार्थ के प्रयोग से खतरा

खेती किसानी में अत्याधिक मात्रा में कीट पदार्थ का प्रयोग की जाने की वजह से खतरा बढ़ते ही चले जा रहा है रसायन और कीटनाशक का प्रयोग की वजह से किसानों में भी इसका इन्फेक्शन आ जाने के कारण मनुष्य जीवन के इम्यूनिटी पावर पर असर पड़ रहा है कीटनाशक पदार्थ का उपयोग करने के कारण फसलों में भी एक नाशक पदार्थ के अंश चले जाते हैं जिस वजह से भी मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो चुकी है अतः घातक कीटनाशक योग का प्रतिबंध कर प्राकृतिक तरीके से खेती किसानी शुरू करनी चाहिए जो पूरी तरह से सुरक्षित और फसल की शुद्धता भी बनी रहती है इंसान के रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने हेतु जहर मुक्त अनाज फसल का सेवन करना चाहिए

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • कृषि
  • पशुपालन
  • भारतीय कृषि

सन्दर्भ[संपादित करें]

किसान उन्हें कहा जाता है, जो खेती का काम करते हैं। इन्हें 'कृषक' और 'खेतिहर' के नाम से भी जाना जाता है। ये बाकी सभी लोगों के लिए खाद्य सामग्री का उत्पादन करते हैंं। इसमें विभिन्न फसलें उगाना, बागों में पौधे लगाना, मुर्गियों या इस तरह के अन्य पशुओं की देखभाल कर उन्हें बढ़ाना भी शामिल है। कोई भी किसान या तो खेत का मालिक हो सकता है या उस कृषि भूमि के मालिक द्वारा काम पर रखा गया मजदूर हो सकता है।

      अच्छी अर्थव्यवस्था वाले जगहों में किसान ही खेत का मालिक होता है और उसमें काम करने वाले उसके कर्मचारी या मजदूर होते हैं। हालांकि इससे पहले तक केवल वही किसान होता था, जो खेत में फसल उगाता था और पशुओं, मछलियों आदि की देखभाल कर उन्हें बढ़ाता था।
      कृषि कार्य में कई सारे खतरे होते हैं। इनमें खेती करने वाले किसानों को खेत में कई सारे खतरनाक जीव-जन्तुओं का सामना करना पड़ता है। खेत में काम करते समय बिच्छुओं, चीटियों, मधुमक्खियों आदि के काटने का बहुत बड़ा खतरा रहता है। किसानों को बहुत भारी और बड़े मशीनों के साथ काम करना पड़ता है, उनसे भी चोट लगने और मौत होने की भी संभावना रहती है।
Papitha

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • किसान पोर्टल (भारत सरकार)
  • डॉ. विजय शिंदे का आलेख - ‘फांस’ से उठता सवाल : खेती से किसान मन क्यों लगाए
  • किसान हेल्प

खेती करने के लिए लोगों को एक जगह क्यों बनना पड़ा?

उत्तर: खेती करने वाले लोग एक ही स्थान पर लंबे समय तक रहते थे, क्योंकि भूमि को कृषि योग्य बनाने, बीजों को बोने, फसल की देखभाल तथा फसल के पकने के लिए एक लंबे समय की आवश्यकता होती थी। इसलिए खेती करने वाले लोगों को एक ही स्थान पर लंबे समय तक रहना पड़ता था।

किसान हमारे लिए क्या करते हैं?

किसान उन्हें कहा जाता है, जो खेती का काम करते हैं। इन्हें 'कृषक' और 'खेतिहर' के नाम से भी जाना जाता है। ये बाकी सभी लोगों के लिए खाद्य सामग्री का उत्पादन करते हैंं। इसमें विभिन्न फसलें उगाना, बागों में पौधे लगाना, मुर्गियों या इस तरह के अन्य पशुओं की देखभाल कर उन्हें बढ़ाना भी शामिल है।

किसानों का हमारे जीवन में क्या महत्व है?

किसान को धरती पुत्र भी कहा जाता है, अमीर हो या गरीब, राजा हो या उद्योगपति सभी का जीवन किसान की मेहनत पर आश्रित है। किसान दिन-रात गर्मी, बारिश, ठंड की परवाह किए बिना अपने खेतों में अपने श्रम से फसलें उगाता है और वही अनाज पूरे देश के लोगों की भूख को शांत करता है। इसीलिए किसानों का महत्व शास्त्रों में भी वर्णित है।

भारत एक कृषि प्रधान देश है क्यों?

भारत ‌संरचनात्मक दृष्टि से गांवो का देश है ,और सभी ग्रामीण समुदायों में अधिक मात्रा में कृषि कार्य किया जाता है इसी लिए भारत को भारत कृषि प्रधान देश की संज्ञा भी मिली हुई है। लगभग 70% भारतीय लोग किसान हैं। वे भारत देश के रीढ़ की हड्डी के समान है। खाद्य फसलों और तिलहन का उत्पादन करते हैं।