अगर गर्दन की नस दबने के लक्षणों की बात करें, तो आपको
गर्दन में तेज दर्द के साथ हाथ-पैरों में सुन्नता या झुनझुनी महसूस होना, कंधे, बाजु या हाथ तीनों में कमजोरी महसूस होना, इन तीनों हिस्सों में अजीब सी बेचैनी होना आदि शामिल हैं। इससे राहत पाने के लिए तुरंत डॉक्टर से मिलना और इलाज करना जरूरी है। हालांकि कुछ घरेलू उपाय भी हैं, जो दबी नस से होने वाले दर्द से राहत दे सकते हैं। शरीर के कई हल्के दर्दों से राहत पाने के लिए आपको पर्याप्त आराम करना चाहिए। नसों के दबने से होने वाले दर्द भी यह उपाय काम आ सकता है। जाहिर है फिजिकल एक्टिविटी आपके दर्द को बढ़ा सकती है। इस दौरान ज्यादा भार उठाने, खेल या कसरत करने से बचें। नींद भी नसों को ठीक करती है क्योंकि नींद के दौरान शरीर खुद की मरम्मत करता है। ठंडा और गर्म सेकशरीर की सूजन और दर्द को कम करने के लिए आप गर्म या ठंडे सेक का उपयोग कर सकते हैं। एक बार में 10-15 मिनट के लिए एक गर्म पैक या हीटिंग पैड को सीधे रूप से प्रभावित हिस्से पर लगाएं। इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और हिस्से में रक्त प्रवाह बढ़ता है। आप इसी तरह आइस पैक भी लगा सकते हैं। स्पलिंटजब आपकी नस दब गई हो तो स्प्लिंट पहनना प्रभावित क्षेत्र को ठीक करने और आगे के नुकसान को रोकने के लिए बेहतर उपचारों में से एक है। जब आप रात को सोते हैं तो किसी भी प्रकार की जलन को रोकने के लिए स्प्लिंट भी सहायक होता है। मालिश करनाप्रभावित हिस्से पर मालिश करने से दर्द, सुन्नता और तनाव को कम करने में मदद मिल सकती है। तनाव को दूर करने और मांसपेशियों को आराम देने के लिए अपनी गर्दन और अन्य प्रभावित क्षेत्रों पर हल्का दबाव डालें। ज्यादा जोर लगाकर मालिश न करें। पोश्चर ठीक करेंजब आपका पोश्चर खराब होता है तो नस में दर्द भी होता है। जब आप बैठते हैं या खड़े होते हैं तो गलत मुद्रा आपके शरीर पर बेवजह तनाव का कारण बनती है और इससे रीढ़ की हड्डी, मांसपेशियों को नुकसान हो सकता है। हमेशा सही मुद्रा में बैठें या सोएं। तंत्रिका पर दबाव को कम करने और इसे ठीक करने करने के लिए कुशन, बेहतर चेयर आदि का इस्तेमाल करें। डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें अक्सर दुर्बल नर्वस सिस्टम और कमजोर हड्डियों वाले व्यक्ति की नस पर नस चढ़ जाती है। कुछ लोगों को यह आधी रात में सोते समय परेशान करती है। उस वक्त कलेजा मुंह को आ जाता है कि कैसे उसे सामान्य किया जाए। फिजियोथेरेपी एक्यूप्रेशर में इसका अचूक इलाज बताया गया है। आइए आप भी जान लीजिए ताकि भविष्य में यह परेशानी आपको हो तो आप तुरंत इलाज कर सकें। जिस पैर की नस चढ़ी है उसी तरफ के हाथ की बीच वाली अंगुली के नाखून के नीच वाले भाग को तेजी से दबाएं और छोड़ें, ऐसा लगातार करें जब तक कि नस ठीक न हो जाए। आपको अचरज होगा कि 2 मिनट से ज्यादा नहीं लगेंगे और नस तुरंत सामान्य हो जाएगी। ऐसा कई बार होता है कि कोई काम करते समय या बिना किसी वजह भी अचानक आपकी किसी नस में दर्द होने लगता है, जिसे हम आम भाषा में नस चढ़ना कह देते हैं। नस चढ़ने का अर्थ होता है किसी मांसपेशी का अपने आप जबरदस्ती सिकुड़ जाना। इसमें अचानक बहुत तेज दर्द होता है और ये दर्द कुछ समय तक रहता है। (और पढ़ें - मांसपेशियों में खिंचाव के लक्षण) नस चढ़ने की समस्या बहुत ही आम है और शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। आमतौर पर नस चढ़ने की समस्या जांघ, हाथ, पैर, गर्दन, पिंडली और पेट में होती है। इसके लिए ज्यादातर आपको डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि ये अपने आप या कुछ प्राथमिक उपचार से सही हो जाता है। हालांकि, कुछ मामलों में आपको डॉक्टर से चिकित्सा लेने की आवश्यकता हो सकती है। (और पढ़ें - मांसपेशियों में ऐठन के लक्षण) इस लेख में नस चढ़ जाए तो क्या करें, पैर की नस चढ़ने पर क्या करें, गर्दन की नस चढ़ने पर क्या करना चाहिए, कमर की नस चढ़ जाए तो क्या करें और नस चढ़ने पर डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए के बारे में बताया गया है। कंधे में नस चढ़ने पर क्या करें?नस पर नस चढ़ने पर थोड़ा सा नमक मुंह में रखे, कुछ देर तक नमक को चाटने से आप खुद फर्क महसूस करेंगे। बॉडी में पोटाशियम की मात्रा में कमी होने पर ही नस पर नस चढ़ती है। ऐसे में आप दर्द से छुटकारा पाने के लिए केले का सेवन करें। नस में खिंचाव वाली जगह की तेल से मसाज करे।
नस चढ़ जाए तो कैसे ठीक करें?नस चढ़ने पर क्या करें
1- ज्यादा थकान होने पर सोते वक्त पैरों की गरम तेल से मालिश करें. 2- नस चढ़ने पर उस जगह की बर्फ से सिकाई करें. इससे आराम मिलेगा. 3- तेज दर्द हो तो नमक की पोटली बनाकर गर्म सिकाई करें.
गर्दन में नस पर नस चढ़ जाए तो क्या करना चाहिए?अगर गर्दन की नस दबने के लक्षणों की बात करें, तो आपको गर्दन में तेज दर्द के साथ हाथ-पैरों में सुन्नता या झुनझुनी महसूस होना, कंधे, बाजु या हाथ तीनों में कमजोरी महसूस होना, इन तीनों हिस्सों में अजीब सी बेचैनी होना आदि शामिल हैं। इससे राहत पाने के लिए तुरंत डॉक्टर से मिलना और इलाज करना जरूरी है।
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