कवि को कोयल से ईर्ष्या क्यों हो रही है? Show कोयल की स्वतंत्रता से कवि को ईर्ष्या हो रही है। वह आकाश में स्वतंत्रता से उड़ान भर रही है और कवि का जीवन जेल की काल कोठरी के अन्धकार में बंद है। कोयल गाकर अपने आनंद को प्रकट कर सकती है पर कवि के लिए तो रोना भी एक बड़ा गुनाह है जिसकी उससे सजा मिल सकती है। 194 Views कोयल की कूक सुनकर कवि की क्या प्रतिक्रिया थी? कोयल की कूक सुनकर कवि को ऐसा लगता है जैसे कोयल उसके लिए कोई संदेशा लेकर आई है। सन्देश शायद महत्वपूर्ण है नहीं तो कोयल सुबह होने तक का इंतज़ार करती। 939 Views भाव स्पष्ट कीजिए। मृदुल वैभव की रखवाली-सी से कवि का तात्पर्य कोयल की मीठी तथा कोमल आवाज़ से है। आज के इस कष्टमय संसार में कुछ मृदुलता और सरसता बची है तो वह कोयल की आवाज़ में ही बची है। किन्तु उसकी आवाज़ में मिठास होने के बाद भी जब वह वेदना पूर्ण आवाज़ में चीख़ उठती है तो कवि उससे उसकी वेदना का कारण पूछता है। 631 Views कविता के आधार पर पराधीन भारत की जेलों में दी जाने वाली यंत्रणाओं का वर्णन कीजिए। कविता के आधार पर हम यह कह सकते हैं कि तत्कालीन समाज में अंग्रेज़ों द्वारा भारतीय कैदियों को तरह तरह की यातनाएँ दी जाती थी। जैसे:- 775 Views किस शासन की तुलना तम के प्रभाव से की गई है और क्यों? अंग्रेजी शासन की तुलना कवि ने तम के प्रभाव से की है क्योंकि अँग्रेज शासन प्रणाली अन्धकार की तरह काली है। यहाँ अन्धकार का मतलब अन्याय से है। वे हमारे देशवासियों पर अनेक प्रकार के जुल्म ढा रहे थे। 645 Views कवि ने कोकिल के बोलने के किन कारणों की संभावना बताई? कवि ने कोयल के बोलने की निम्न संभावनाएँ बताई हैं - 384 Views कवि को कोयल से ईर्षयाव क्यों हो रही है?Answer: कवि को कोयल से ईर्ष्या हो रही है इसका सबसे बड़ा कारण कोयल की स्वतंत्रता तथा कवि की पराधीनता है। कवि अंग्रेज़ी सरकार की काल-कोठरी में कैद है परन्तु कोयल हरियाली डाली पर रहती है। वह पूरे आकाश में स्वतंत्र उड़ सकती है परन्तु कवि की दुनिया काल-कोठरी के अंधकारमय जीवन में सिमटकर रह गई है।
कवि को कोयल से ईर्ष्या क्यों हो रही है कैदी और कोकि ला कवि ता केआधार पर उत्तर दीजि ए?कोयल की कूक सुनकर कवि को ऐसा लगता है जैसे कोयल उसके लिए कोई संदेशा लेकर आई है। सन्देश शायद महत्वपूर्ण है नहीं तो कोयल सुबह होने तक का इंतज़ार करती। कविता के आधार पर पराधीन भारत की जेलों में दी जाने वाली यंत्रणाओं का वर्णन कीजिए।
कवि कोयल से क्या कहता है?भाव स्पष्ट कीजिए- (क) मृदुल वैभव की रखवाली - सी, कोकिल बोलो तो! (ख) हूँ मोट खींचता लगा पेट पर जूआ, खाली करता हूँ ब्रिटिश अकड़ का कूँआ । 6. अद्धरात्रि में कोयल की चीख से कवि को क्या अंदेशा है?
अर्धरात्रि में कोयल की चीख से कवि को क्या संदेश?आधी रात में कोकिला की चीख से कवि को यह आशंका होती है कि कोकिला को किसी प्रकार का कष्ट है। कवि को लगता है कि वह किसी डाकू की कैद में है जोकि उसे पेट भर खाने को नहीं देता, उसे तरह-तरह की मानसिक तथा शारीरिक यातनाओं को सहना पड़ता है।
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