Rajasthan Board RBSE Solutions for Class 7 Hindi Vasant Chapter 8 शाम एक किशान Textbook Exercise Questions and Answers. Show
RBSE Class 7 Hindi Solutions Vasant Chapter 8 शाम एक किशानRBSE Class 7 Hindi शाम एक किशान Textbook Questions and Answersकविता से - प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3.
कविता से आगे - प्रश्न 1. प्रश्न 2.
प्रश्न 3. अनुमान और कल्पना - शाम के बदले यदि आपको एक कविता सुबह के बारे में लिखनी हो तो किन-किन चीजों की मदद लेकर अपनी कल्पना को व्यक्त करेंगे? नीचे दी गई। कविता की पंक्तियों के आधार पर सोचिए - भाषा की बात - प्रश्न 1. (i) संज्ञा शब्दों में सा/सी शब्दों का उपमा (तुलना) के रूप में प्रयोग किया गया है, जैसे - (ii) इन शब्दों में सा/सी शब्दों का प्रयोग विशेषण के रूप में किया गया है, जैसे - प्रश्न 2. दहक - सिमटा - RBSE Class 7 Hindi शाम एक किशान Important Questions and Answersप्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न - प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. प्रश्न 9. लघूत्तरात्मक प्रश्न - प्रश्न 10. प्रश्न 11. निबन्धात्मक प्रश्न - प्रश्न 12. प्रश्न 13. शाम एक किशान Summary in Hindiपाठ-परिचय - 'शाम-एक किसान' कविता के रचयिता सर्वेश्वरदयाल सक्सेना हैं। इस कविता में सर्दी की शाम के प्राकृतिक दृश्य का एक किसान के रूप में चित्रण किया गया है। सप्रसंग व्याख्याएँ - 1. आकाश का साफा ............................................. गल्ले सा। कठिन-शब्दार्थ :
प्रसंग - यह पद्यांश 'शाम-एक किसान' नामक शीर्षक कविता से लिया गया है। इस कविता के रचयिता श्री सर्वेश्वरदयाल सक्सेना हैं। कवि ने यहाँ सर्दी की एक शाम का वर्णन किया है। व्याख्या - कवि सर्दी की शाम के सुन्दर प्राकृतिक दृश्य का किसान के रूप में चित्रण करते हुए कहता है कि शाम को पहाड़ मानो बैठे हुए एक किसान जैसा हो और आसमान पहाड़ के सिर पर साफ़े के समान बँधा है। पहाड़ के नीचे बहती हुई नदी, उस पहाड़ के घुटनों पर रखी चादर जैसी लग रही है। पलाश के पेड़ों पर खिले लाल-लाल फूल जलती हुई अँगीठी जैसे लग रहे हैं। पूरब की दिशा में क्षितिज पर अंधकार गहराता जा रहा है, जो सिमटकर बैठी हुई। भेड़ों के झुण्ड-सा प्रतीत हो रहा है और पश्चिम में अस्त होता हुआ सूरज किसान की सुलगती चिलम जैसा दिखता है। मानो किसान हाथ में थामे चिलम पी रहा है। कवि ने अंधकार को भेड़ों गल्ले सा क्यों कहा है?यहाँ पर नदी की तुलना चादर से तथा अंधकार की तुलना 'भेड़ों की गल्ले' अर्थात् झुंड से की गई है । इसका भाव यह है - जिस प्रकार भेड़ों के झुंड में भेड़ें एक-दूसरे से सटकर इकट्ठी बैठती हैं, वैसे ही अंधकार भी बराबर रूपों में चारों ओर फैल गया ।
भेड़ों के गल्ले सा इस वाक्यांश में गल्ले सा का अर्थ क्या है?सिमटा बैठा है भेड़ों के गल्ले-सा। भावार्थ- दूर स्थित पहाड़ आसमान की पगड़ी धारण किए हुए अपने हाथों में सूरज की चिलम पीता हुआ सा लगता है। दूसरे शब्दों में दूर से पहाड़ पगड़ी पहने एक किसान की तरह बैठे हुए चिलम पीता हुआ सा दिखाई देता है। पहाड़ के नीचे बहती हुई नदी किसान के घुटनों पर रखी चादर की तरह दिखती है।
भेड़ों के झुंड सा अंधकार कहाँ बैठा है?Expert-Verified Answer. भेड़ों के झुंड-सा अंधकार पूरब दिशा में बैठा है ।
अंधकार कहाँ और किस तरह बैठा है?Answer: अंधकार सब में होता है।
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