मन के दो अर्थ कौन कौन से होते हैं? - man ke do arth kaun kaun se hote hain?

मन

दिल, जी, अंतरात्मा, चालीस सेर का भार

मनी'

दृढ़, मज़बूत, स्थिर, ऊंचाई तथा अजेय स्थान, वो मार्ग जहाँ से गुज़रना संभव न हो, मज़बूत जगह कि उसे हासिल न किया जा सके

मने

० मानों का पुराना रूप

मना'

मना, बाज़ रखना, रोकना, नाजायज़, नामुनासिब, क़ानून या रस्मोरिवाज के ख़िलाफ़, रोक, बुरा, नादुरुस्त, निषेध, मनाही, अविहित, निषिद्ध, मना किया हुआ

मनें

मनों

ऐसा भासित होता है कि, मानो, जैसे

मना'ई

मनाँ

मनू'

मन्ना'

निषेधक, प्रतिरोधक, मना करने वाला, रोकने वाला

मना-मनी

मनो

मनाती

स्वीकार कराना, सकरवाना, आग्रह करना

मनाना

किसी को कुछ मानने में प्रवृत्त करना। ऐसा काम करना कि जिससे कोई कुछ मान ले।

मनू

ब्रह्मा का बेटा मनु, आदम , सृष्टि का पहला मानव

मनता

मनाना, सन्देह दूर करना, विश्वास दिलाना

मन्ना

मनाज़िर

चीज़ें जो नज़र आएं, नज़ारे, तमाशे

मनानिया

एक प्राचीन मूर्ति पूजा करने वाली क़ौम का नाम

मन-मत

मन-मेल

मन में

मन-'अरफ़

मन-भर

मन-भत

वो जिसके चारों ओर हीरे-मोती, रत्नों आदि की दीवार हो, शेषनाग की राजधानी

मन-चोर

दिल चुराने वाला, जिसने दिल ले लिया हो, जिस पर दिल आ गया हो; अर्थात : माशूक़, प्रेमी

मन-मिले

वो जो संयुक्त और संघटित हों

मन-मँगे

मन-मौज

दिल ख़ुश करने वाला सुखद विचार जो अचानक लहर की तरह आए, प्रसन्नता, ख़ुशी, अनुमान, क़यास, विचार, ख़याल, उमंग, तरंग

मनक़ूला

तर्कहीन वो (विद्या) जिसमें बुद्धिमत्ता के बजाय नक़ल पर ज़ोर हो जैसे: हदीस, फ़िक़्ह आदि, रिवायती, एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जायी हुई चीज़, नक्ल की हुई, प्रतिलिपित

मन-लगन

मन-मगन

अपने आप में मगन रहने वाला, मौजी, मस्तमौला, हँसमुख

मन-मस्त

अपने आप में मस्त रहने वाला, ज़िंदा-दिल, हँसमुख, प्रसन्न

मनाज़िली

मनाज़िरी

मनों-मन

मन-मुक़िर

मन-मंडप

शेषनाग का निवास स्थान

मन-रंजक

मनी'अ

मन-बचन

मन-गुमन

मन-पसंद

मन-भावन, जो दिल को पसंद आए, पसंदीदा, दिल-पसंद अथवा प्रिय, महबूब, प्यारा

मन-बंदा

मन-उठन

मन-थरन

मन्नताँ

मन-मुहन

मान शब्द के दो कौन से अर्थ है?

मान के हिंदी अर्थ अपनी प्रतिष्ठा या सम्मान अथवा गौरव का उचित अभिमान या ध्यान। आत्म-गौरव या आत्मप्रतिष्ठा का मन में रहनेवाला भाव या विचार।

मन का दूसरा अर्थ क्या है?

मन के तीन रूप माने गए हैं-चेतन, अवचेतन और अचेतन, लेकिन मन की सख्या इतने तक ही सीमित नहीं है। कई बार ये तीन मन तीन हजार बन जाते हैं।

मन शब्द के सही अर्थ क्या है?

मन मस्तिष्क की उस क्षमता को कहते हैं जो मनुष्य को चिंतन शक्ति, स्मरण-शक्ति, निर्णय शक्ति, बुद्धि, भाव, इंद्रियाग्राह्यता, एकाग्रता, व्यवहार, परिज्ञान (अंतर्दृष्टि), इत्यादि में सक्षम बनाती है। सामान्य भाषा में मन शरीर का वह हिस्सा या प्रक्रिया है जो किसी ज्ञातव्य को ग्रहण करने, सोचने और समझने का कार्य करता है।

मन से उत्पन्न को क्या कहते हैं?

मनःभव : वि० [सं० मनोभव] १. मन से उत्पन्न। २.