मानव विकास सूचकांक क्या है pdf? - maanav vikaas soochakaank kya hai pdf?

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आज के इस पोस्ट के माध्यम से हम आपके साथ मानव विकास सूचकांक PDF शेयर करेंगे, जिसे आप इसी पोस्ट में नीचे दिए गए डायरेक्ट डाउनलोड लिंक की सहायता से निशुल्क डाउनलोड करके पढ़ सकते है|

मानव विकास सूचकांक, अर्थव्यवस्था का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अध्याय है जिसका प्रकाशन संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के द्वारा किया गया था और इसका प्रतिपादन पाकिस्तान के अर्थशास्त्री महबूब-उल-हक़ द्वारा किया गया है| अगर आप इसके बारे में विस्तार से जानना चाहते है तो आपको आज का यह पीडीऍफ़ नोट्स अवश्य ही पढना चाहिए|

मानव विकास सूचकांक के अंतर्गत मुख्य रूप से तीन सूचकांक आते है-

  • जीवन प्रत्याशा सूचकांक
  • शिक्षा सूचकांक
  • आय सूचकांक

जीवन प्रत्याशा सूचकांक किसी भी देश की जनसँख्या का जन्म के समय सपेक्स जीवन प्रत्याशा की उपलब्धि का मानप करता है|

शिक्षा सूचकांक के अंतर्गत दो आंकड़े को लिया जाता है, पहला 25 वर्षीय व्यस्क द्वारा स्कुल में बिताये गए वर्ष और 5 वर्षीय बालक द्वारा जीवन में स्कुल में बिताये जाने वाले वर्ष|

आय सूचकांक के अंतर्गत जीवन निर्वाह स्तर के मापन हेतु व्यक्ति सकल घरेलु उत्पाद को प्रति व्यक्ति क्रय शक्ति तुल्यता आधारित सकल राष्ट्रीय आय से प्रतिस्थापित किया जाता है|

अगर आप मानव विकास सूचकांक के बारे में विस्तृत जानकारी सरल भाषा में प्राप्त करना चाहते है तो इस पोस्ट में शेयर किये गए पीडीऍफ़ नोट्स का अध्ययन अवश्य करे|

Human Development Index PDF: Overview

PDF Name मानव विकास सूचकांक PDF
Language Hindi
No. of Pages 8
PDF Size 1.6 MB
Category Economics
Quality Excellent

Download मानव विकास सूचकांक PDF

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आज के इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपके साथ Human Development Index PDF शेयर किया, उम्मीद है कि इस पीडीऍफ़ नोट्स में दी गयी जानकारी आपको अवश्य पसंद आएगी| अगर आप प्रतियोगी परीक्षा के लिए तैयारी कर रहे है तो वित्तीय बाजार PDF भी आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकता है|

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Kajal Sharma

Kajal Sharma is a Author of this Educational Blog, through this blog she will share important educational information with the visitor of this blog.

Contents

  • 1 स्वास्थ्य
  • 2 शिक्षा
  • 3 संसाधनों तक पहुँच
  • 4 प्रतिव्यक्ति वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (PPP)
  • 5 मानव विकास सूचकांक 2022 से जुड़े मुख्य तथ्य
  • 6 भारत का प्रदर्शन
  • 7 भारत के पड़ोसी देशों का प्रदर्शन
  • 8 उपलब्धियाँ (Achievements):
  • 9 कमियाँ (Shortfalls):
    • 9.1 मानव विकास सूचकांक – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

हाल ही में UNDP (United Nation Development Programme) द्वारा मानव विकास सूचकांक (Human Development Index, HDI) 2022 की रिपोर्ट जारी की गई.

मानव विकास को मानव विकास सूचकांक (Human Development Index, HDI) के रूप में मापा जाता है. इसे मानव विकास की आधारभूत उपलब्धियों पर निर्धारित एक साधारण समिश्र सूचक (composite indicator) के रूप में मापा जाता है और विभिन्न देशों द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा तथा संसाधनों तक पहुँच  के क्षेत्र में की गई उन्नति के आधार पर उन्हें श्रेणी (rank) प्रदान करता है. यह श्रेणी 0 से 1 के बीच के स्कोर पर आधारित होता है, जो एक देश, मानव विकास के महत्त्वपूर्ण सूचकों में अपने रिकॉर्ड से प्राप्त करता है.

मानव विकास सूचकांक UNDP (United Nation Development Programme) द्वारा नापा जाता है.  UNDP का headquarter न्यूयॉर्क में है. इसकी स्थापना 1965 को हुई थी. चलिए जानते हैं मानव विकास सूचकांक क्या होता है और इसको मापने के लिए किन पैमानों (measures) का प्रयोग किया जाता है? साथ ही साथ यह भी जानेंगे कि भारत का रैंक इस साल क्या रहा.

स्वास्थ्य

स्वास्थ्य के सूचक को निश्चित करने के लिए जन्म के समय जीवन-प्रत्याशा को चुना गया है. जितनी उच्च जीवन-प्रत्याशा होगी, उतनी ही अधिक विकास का सूचकांक (HDI) होगा.

शिक्षा

यहाँ पर शिक्षा का अभिप्राय प्रौढ़ साक्षरता दर तथा सकल नामांकन अनुपात से है. इसका अर्थ यह है कि पढ़ और लिख सकने वाले वयस्कों की संख्या तथा विद्यालयों में नामांकित बच्चों की संख्या अधिक होने से सूचकांक (index) में वृद्धि होती है.

संसाधनों तक पहुँच

संसाधनों तक पहुँच को क्रय शक्ति/purchasing power (अमेरिकी डॉलर में) के सन्दर्भ में मापा जाता है.

सूचकांक निर्मित करने के लिए प्रत्येक सूचक के लिए सर्वप्रथम न्यूनतम तथा अधिकतम मान निश्चित कर लेते हैं:

जन्म के समय जीवन प्रत्याशा: 25 वर्ष और 85 वर्ष

सामान्य साक्षरता दर: 0 प्रतिशत और 100 प्रतिशत

प्रतिव्यक्ति वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (PPP)

$100 अमेरिकी डॉलर और $40, 000 अमेरिकी डॉलर. इनमें से प्रत्येक आयाम को 1/3 भारिता (weights) दी जाती है. मानव विकास सूचकांक (Human Development Index) इन सभी आयामों को दिए गए weights का कुल योग होता है. स्कोर, 1 के जितना निकट होता है, मानव विकास का स्तर उतना ही अधिक होता है. इस प्रकार 0.983 का स्कोर अति उच्च स्तर का, जबकि 0.268 मानव विकास का अत्यंत निम्न स्तर माना जायेगा.

Source: The Hindu

मानव विकास सूचकांक 2022 से जुड़े मुख्य तथ्य

वैश्विक प्रदर्शन

  • स्विट्ज़रलैंड ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. नोर्वे ने दूसरा स्थान लाया और आइसलैंड ने तीसरा.
  • COVID-19 महामारी, रूस के यूक्रेन पर आक्रमण और जलवायु संकट के कारण 90 प्रतिशत देशों में मानव विकास का स्कोर नीचे चला गया है.
  • इस कमी ने सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में बाधा पहुँचाई है.
  • मानव विकास सूचकांक की हालिया गिरावट में एक बड़ा योगदान जीवन प्रत्याशा में वैश्विक गिरावट है, जो 2019 में 72.8 वर्ष से घटकर 2021 में 71.4 वर्ष हो गया है।

मानव विकास सूचकांक क्या है pdf? - maanav vikaas soochakaank kya hai pdf?

भारत का प्रदर्शन

  1. मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) 2021 में भारत 191 देशों में से 132वें स्थान पर है (पिछले वर्ष से दो स्थान की गिरावट दर्ज की गई)।
  2. यह तीन दशकों में पहली बार लगातार दो वर्षों में अपने स्कोर में गिरावट को दर्शाता है। ज्ञातव्य है कि वर्ष 2020 में, भारत 0.642 के एचडीआई मूल्य के साथ 130वें स्थान पर था।
  3. COVID-19 के प्रकोप से पहले, 2018 में भारत का HDI मान 0.645 था।
  4. एचडीआई स्कोर में यह गिरावट वैश्विक प्रवृत्ति के अनुरूप है जो दर्शाता है कि देश COVID-19 महामारी के प्रकोप के बाद से मानव विकास में पिछड़ गए हैं।
  5. 2021 में भारत में एचडीआई में गिरावट को जन्म के समय जीवन प्रत्याशा में गिरावट के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जो 70.7 वर्ष से घटकर 67.2 वर्ष हो गया है।
  6. भारत में स्कूली शिक्षा के अपेक्षित वर्ष 11.9 वर्ष है, और स्कूली शिक्षा का औसत वर्ष 6.7 वर्ष है।
  7. GNI प्रति व्यक्ति स्तर $6,590 है।
  8. COVID-19 महामारी ने लैंगिक असमानता को भी बढ़ा दिया है, जिसमें वैश्विक स्तर पर 6.7% की वृद्धि हुई है।

भारत के पड़ोसी देशों का प्रदर्शन

  • श्रीलंका = 73
  • चीन = 79
  • भूटान = 127
  • बांग्लादेश = 129
  • म्यांमार = 147
  • नेपाल = 143
  • पाकिस्तान = 161
  • अफगानिस्तान = 170
  • मालदीव = 90

उपलब्धियाँ और कमियाँ (Achievements and Shortfalls)

मानव विकास सूचकांक (HDI) मानव विकास में उपलब्धियों एवं कमियों को मापता है.

उपलब्धियाँ (Achievements):

उपलब्धियाँ मानव विकास के प्रमुख क्षत्रों में की नई उन्नति की सूचक हैं. ये सर्वाधिक विश्वनीय माप नहीं है, क्योंकि ये वितरण (distribution) के सम्बन्ध में कोई सूचना नहीं देती.

कमियाँ (Shortfalls):

मानव गरीबी सूचकांक, मानव विकास सूचकांक (Human Development Index) से सम्बंधित है और मानव विकास में कमियों को मापता है. इनमें कई पक्षों को सम्मिलित किया जाता है, जैसे – 40 वर्ष कम आयु तक जीवित न रह पाने की संभाव्यता (feasibility), प्रौढ़ निरक्षरता दर (adult illiteracy rate), स्वच्छ जल तक पहुँच न रखने वाले लोगों की संख्या और अल्प्भार वाले छोटे बच्चों की संख्या (number of underweight children) आदि. मानव विकास सूचकांक इन पैमानों (measures) द्वारा संयुक्त अवलोकन कर के किसी देश में मानव विकास की स्थिति का यथार्थ चित्र प्रस्तुत करता है.

मानव विकास सूचकांक – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

विश्व भूगोल से सम्बंधित सभी पोस्ट यहाँ इकठ्ठा किये जा रहे हैं: – Word Geography in Hindi –

मानव विकास सूचकांक क्या है?

मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) जीवन प्रत्याशा, शिक्षा (शिक्षा प्रणाली में प्रवेश करने पर स्कूली शिक्षा के पूरे वर्ष और स्कूली शिक्षा के अपेक्षित वर्ष), और प्रति व्यक्ति आय संकेतक का एक सांख्यिकीय समग्र सूचकांक है, जिसका उपयोग देशों को मानव विकास के चार स्तरों में क्रमबद्ध करने के लिए किया जाता है।

मानव विकास क्या है मानव विकास सूचकांक का महत्व बताइए?

मानव विकास सूचकांक का महत्व (manav vikas suchkank ka mahatva) – किसी राष्ट्र के समग्र विकास की गणना के लिए विकास के सामाजिक उपायों को निर्धारित करना आवश्यक है। मानव विकास सूचकांक सामाजिक, आर्थिक कारकों को मापता है और इसलिए, इन कारकों के संदर्भ में किसी देश के प्रदर्शन को मापने में बहुत प्रभावी माना जाता है।

मानव विकास सूचकांक कैसे मापा जाता है?

प्रतिव्यक्ति वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (PPP) मानव विकास सूचकांक (Human Development Index) इन सभी आयामों को दिए गए weights का कुल योग होता है. स्कोर, 1 के जितना निकट होता है, मानव विकास का स्तर उतना ही अधिक होता है. इस प्रकार 0.983 का स्कोर अति उच्च स्तर का, जबकि 0.268 मानव विकास का अत्यंत निम्न स्तर माना जायेगा.

मानव विकास की परिभाषा क्या है?

मानव विकास, स्वास्थ्य भौतिक पर्यावरण से लेकर आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्वतंत्रता तक सभी प्रकार के मानव विकल्पों को सम्मिलित करते हुए लोगों के विकल्पों में विस्तार और उनके शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं तथा सशक्तीकरण के अवसरों में वृद्धि की प्रक्रिया है।