Show प्रश्न 1 “माँ के उर पर शिशु सा समीप।” उक्त पंक्ति में कवि का ‘शिशु’ से तात्पर्य है– 1 नदी 2 कोक 3 द्वीप✔ 4 सर्प प्रश्न 2 नाव के पार लगते ही कवि कैसे हो जाते हैं— 1 बेहोश 2 भावुक 3 दार्शनिक✔ 4 आक्रोशित प्रश्न 3 नौका विहार की तुलना किससे की गयी है— 1 जीवन से✔ 2 सैर सपाटे से 3 भ्रमण से 4 मृत्यु से प्रश्न 4 कविता में निम्न में से किसका वर्णन है—- 1 शाश्वत जीवन 2 शाश्वत गति 3 शाश्वत संगम 4 सभी✔ प्रश्न 6 सुमित्रानंदन पंत जी को हिंदी के ज्ञानपीठ पुरस्कार के किस क्रम का पुरस्कार प्राप्त हुआ था—– 1 दूसरा 2 पांचवा 3 तीसरा 4 पहला✔ प्रश्न 6 सांप को कविता नौका विहार में किससे बना हुआ बताया गया है—- 1 धातु से✔ 2 कोमल दही से 3 लकड़ी से 4 बर्फ से प्रश्न 7 नौका विहार सुमित्रानंदन पंत जी के किस संग्रह में संकलित है—- 1 पल्लव 2 ग्रन्थि 3 गुंजन✔ 4 शोकोच्छ्वास प्रश्न सुमित्रानंदन पंत जी की तुलना किस अंग्रेजी लेखक से की जाती है—- 1 वर्ड्सवर्थ✔ 2 शेक्सपियर 3 जॉन मिल्टन 4 जॉन स्मिथ प्रश्न 9 नौका विहार कविता का प्रकाशन वर्ष है—- 1-1940 ई. 2-1930 ई. 3-1932 ई.✔ 4-1935 ई. प्रश्न 10 नौका विहार कविता में नाव की तुलना किससे की गई है— 1 मोर 2 हंसिनी✔ 3 सांप 4 कोयल प्रश्न 11 अप्सरा के समान कविता में किसे कहा गया है— 1 चन्द्रमा को 2 नदी को 3 शुक्र तारा को✔ 4 पतवार को प्रश्न 12 संसार की समानता नौका विहार कविता में किससे किया गया है— 1 तारा से 2 नदी से 3 पतवार से 4 धारा से✔ प्रश्न 13 परिवर्तन कविता किस रचना में संकलित है— 1 गुंजन 2 पल्लव✔ 3 ग्रन्थि 4 लोकायतन प्रश्न 14 बड़े-बड़े राजा और देवता किसके सामने सिर झुकाने के लिए विवश हैं— 1 ब्रम्हा 2 ईश्वर 3 काल 4 परिवर्तन✔ प्रश्न 15 कवि ने परिवर्तन की तुलना किससे की है— 1 वासुकी सर्प 2 अत्याचारी शासक 3 कालरूपी क्रीड़ा 4 उपरोक्त सभी✔ प्रश्न 16 संसार का अश्रुपूर्ण इतिहास किसका इतिहास है—- 1 राजाओं का 2 योद्धाओं का 3 वीरों का 4 परिवर्तन का✔ प्रश्न 17 परिर्वतन की सत्ता को कवि ने कैसा बताया है— 1 कमजोर 2 शक्तिशाली 3 सर्वोपरि✔ 4 नाटकीय प्रश्न 18 परिवर्तन कविता में किस शैली का प्रयोग किया गया है— 1 भावात्मक 2 विवरणात्मक 3 वर्णनात्मक✔ 4 व्यास प्रश्न 19 परिवर्तन कविता की भाषा है— 1 खड़ी बोली✔ 2 ब्रजभाषा 3 बघेली 4 अवधी प्रश्न 20 परिवर्तन कविता में मुख्यतः किस रस का प्रयोग किया गया है— 1 वीर रस 2 शांत रस✔ 3 अद्भुत रस 4 श्रृंगार रस नौका विहार का प्रकाशन कब हुआ?
नौका विहार कविता का भावार्थ क्या है?हे जगत् और जीवन के अंर्तयामी भगवान जीवन और मरण के आर-पार जीवन का नौका विहार भी शाश्वत है। अर्थात् जन्म के पश्चात् मृत्यु और मृत्यु के पश्चात् जन्म जीवन का अटल धर्म है। नौका विहार के आनन्द में मैं तो अपनी सता को ही भूल बैठा, मुझे अपनी भी सुध नहीं रही, किन्तु यह तो जीवन का चिरन्तन प्रमाण है ।
नौका विहार किसकी रचना है और इसमें किसका वर्णन है?सन्दर्भ प्रस्तुत पद्यांश हमारी हिन्दी पाठ्यपुस्तक में संकलित सुमित्रानन्दन पन्त द्वारा रचित 'नौका-विहार' शीर्षक कविता से उदधत है। प्रसंग प्रस्तुत पद्यांश में कवि पन्त जी ने चाँदनी रात में किए गए नौका-विहार का चित्रण किया है। इसमें कवि ने गंगा की कल्पना नायिका के रूप में की है।
नौका विहार कविता के कवि कौन है?पन्त की प्रसिद्ध कविता 'नौका-विहार' की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए। 'नौका-विहार' प्रकृति के सुकुमार कवि तथा चतुर चितेरे सुमित्रानन्दन पन्त की सर्वश्रेष्ठ के कविताओं में से एक है।
|