हेलो फ्रेंड प्रश्न है नारियल का फल किस प्रकार का है स्टील फॉल सा राशिफल दृढ़ पर संपूर्ण फल कौन से प्रकार का फल है ना रियली हमें बताना तो वह नारियल एक ऐसा फल है जिसे हम रेशा भी प्राप्त कर सकते हैं हम उससे फल यानी कि खाद्य पदार्थ भी प्राप्त कर सकते हैं खाद्य पदार्थ से प्राप्त कर सकते हैं और इसके द्वारा हमें कोकोनट मिल्क जाने की नारियल का दूध भी मिलता है जो कि बहुत ही पोषक तत्व युक्त जो है रहता है तो पोषक तत्व भी बहुत सारे से मिलते हैं ठीक है नारियल एक प्रकार का क्या है आजकल फल है कैसा फल है स्टील फर्नीचर स्टील पर होता है इसमें दृढ़ बाहर पल विधि पाई जाती है दृढ़ बहाए पल भी होती है ठीक है बाहर बहुत ही यह जो है बाहर की तरफ कठोर फल बिजी होती है जिसको हम उसका खोल कहते हैं ठीक Show उसके बाद रेशेदार मध्य पल भी पाई जाती है रेशेदार मध्य पर विधि पाई जाती है जिससे रेशा प्राप्त होता है ठीक है और जिलीनो माता पार्वती होती है अंतर विधि पाई जाती है ठीक है इसके अलावा जो नारियल का फल होता है ठीक है यह जो है पूजा की दृष्टि से या धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण तो यहां पर पहला है आज ट्रिपल तो इसका उदाहरण है नारियल बिल्कुल सही है यह उसके बाद दिया है सर आजकल तो सरस्वत जो है उसके अंतर्गत आता है टमाटर के बिल्कुल सॉफ्ट बताएं ठीक है नारियल पल हमारे का उदाहरण नहीं है दृढ़ पर तो दृढ़ पर होता है बादाम जो कि बहुत ही ज्यादा कठोर होता है बाहर से भी और अंदर से भी जो है वह गाड़ी तो यह भी सही नहीं होता और संपूर्ण पल का उदाहरण है हमारा कपास तो यह भी रॉन्ग आंसर तो जो राइट आंसर है वह है ऑप्शन ए आशा करता कुछ प्रश्न का उत्तर समझ आया होगा वीडियो को देखने के लिए धन्यवाद नारियल (कोकोस न्यूसीफेरा) नारियल एक बहुवर्षी एवं एकबीजपत्री पौधा है। इसका तना लंबा तथा शाखा रहित होता है। मुख्य तने के ऊपरी सिरे पर लंबी पत्तियों का मुकुट होता है। ये वृक्ष समुद्र के किनारे या नमकीन जगह पर पाये जाते हैं। इसके फल हिन्दुओं के धार्मिक अनुष्ठानों में प्रयुक्त होता है। बांग्ला में इसे नारिकेल कहते हैं। नारियल के वृक्ष भारत में प्रमुख रूप से केरल,पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में खूब उगते हैं। महाराष्ट्र में मुंबई तथा तटीय क्षेत्रों व गोआ में भी इसकी उपज होती है। नारियल एक बेहद उपयोगी फल है। नारियल देर से पचने वाला, मूत्राशय शोधक, ग्राही, पुष्टिकारक, बलवर्धक, रक्तविकार नाशक, दाहशामक तथा वात-पित्त नाशक है। नारियल के पत्तो का उपयोग हम छाते के लिए कर सकते है ꫰ निरुक्त[संपादित करें]संस्कृत में इसको नालिकेरः कहते हैं। "नल्यते केन वायुना ईर्यते इति नालिकेर:"। वर्णभ्रंश के कारण, सामान्य भाषण में यह नारिकेल बन गया। इससे बंगला शब्द नारिकेल तथा हिन्दी शब्द नारियल निकले हैं | औषधीय गुण[संपादित करें]नारियल की तासीर ठंडी होती है। नारियल का पानी हल्का, प्यास बुझाने वाला, अग्निप्रदीपक, वीर्यवर्धक तथा मूत्र संस्थान के लिए बहुत उपयोगी होता है।
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बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]नारियल में फल के प्रकार को क्या कहते हैं?Solution : नारियल का फल अष्ठिल फल (Drupes) का उदाहरण है |नारियल में दृढ़ बाह्यफलभित्ति, रेशेदार मध्यफलभित्ति एवं झिल्लीनुमा अन्तःफलभित्ति पाई जाती है।
आम नारियल में फल के प्रकार को क्या कहते हैं?Video Solution: आम तथा नारियल दोनों ही 'अष्ठिल' प्रकार के फल हैं। आम में, मांसल मध्यफलभित्ति खाने योग्य भाग है।
नारियल कितने प्रकार के होते हैं?देश में नारियल की वैसे तो कई प्रकार की किस्में मौजूद हैं लेकिन मुख्य रूप से तीन प्रकार की ही प्रजातियां पाई जाती हैं. इनमें लंबी, बौनी और संकर प्रजाति शामिल है. लम्बी प्रजाति के नारियल आकार में सबसे बड़े होते हैं और इनकी उम्र भी सबसे ज्यादा होती है.
नारियल के क्या क्या नाम है?नारियल का वनस्पतिक नाम कोकस न्यसीफेरा (Cocos nucifera) होता है और नारियल का कुल एरिकेसी (Arecaceae) है।
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