पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक और पूर्व नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव मामले में जाने-माने अधिवक्ता हरीश साल्वे ने अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में भारत का पक्ष रखा था। एक सुनवाई के लिए लाखों रुपए लेने वाले साल्वे ने जाधव के लिए सिर्फ एक रुपए में केस लड़ा था। एक रिपोर्ट के मुताबिक साल्वे हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट दोनों के लिए 6-15 लाख रूपए प्रति सुनवाई फीस लेते हैं। उनके क्लाइंट्स में सलमान खान, मुकेश अंबानी, ललिल मोदी, मुलायम सिंह यादव, मायावती, अमरिंदर सिंह, प्रकाश सिंह बादल जैसे लोग शामिल हैं। Show 2/12
जब भी देश के मशहूर वकीलों की बात होती है उसमें राम जेठमलानी का नाम जरूर लिया जाता है। रामजेठमलानी आज इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन देश के सबसे बड़े क्रिमिनल लॉयर के तौर पर उन्हें आज भी याद किया जाता है। राम जेठमलानी अपनी फीस को लेकर अक्सर सुर्खियों रहते थे। लीगली इंडिया की साल 2015 की रिपोर्ट के अनुसार राम जेठमलानी देश के सबसे महंगे वकील थे और वो हर पेशी के 25 लाख रुपये लेते थे। जेठमलानी सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट दोनों अदालतों में 25 लाख से अधिक फीस लेने वाले वकीलों में शामिल थे। आइए जानते हैं देश के अन्य वरिष्ठ वकील एक पेशी के लिए कितने रुपये फीस लेते हैं। 3/12
फाली नरीमन- राम जेठमलानी की मृत्यु के बाद सबसे ज्यादा फीस लेने वाले वकील हैं फाली नरीमन । नरीमन सुप्रीम कोर्ट में पेशी की 8 से 15 लाख रुपये फीस लेते हैं। (SOURCE- लीगली इंडिया रिपोर्ट/ 2015) 4/12
पी चिदंबरम- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम सुप्रीम कोर्ट की पेशी के लिए 6-7 लाख रुपये जबकि हाईकोर्ट की पेशी के लिए 7 से 15 लाख रुपये फीस लेते हैं। (SOURCE- लीगली इंडिया रिपोर्ट/ 2015) 5/12
सलमान खुर्शीद- कांग्रेसी नेता अपनी वकालत के लिए भी मशहूर है। खुर्शीद सुप्रीम कोर्ट में पेशी के लिए 5 लाख से अधिक रुपये लेते हैं जबकि हाईकोर्ट के लिए 8 से 11 लाख रुपये लेते हैं। (SOURCE- लीगली इंडिया रिपोर्ट/ 2015) 6/12
केटीएस तुलसी- तुलसी की सुप्रीम कोर्ट में फीस 5-6 लाख रुपये है जबकि हाई कोर्ट में 8-9 लाख रुपये है। तुलसी इन दिनों गुरुग्राम के रेयान स्कूल में सातवीं के छात्र प्रद्युम्न की हत्या का केस लड़ रहे हैं। (SOURCE- लीगली इंडिया रिपोर्ट/ 2015) 7/12
कपिल सिब्बल- सिब्बल की सुप्रीम कोर्ट में फीस 5 से 15 लाख रुपये है जबकि हाईकोर्ट में फीस 9 से 16 लाख रुपये है। (SOURCE- लीगली इंडिया रिपोर्ट/ 2015) 8/12
शांति भूषण- वरिष्ठ वकील शांति भूषण सुप्रीम कोर्ट में पेशी के लिए 4.5 लाख से 6 लाख और हाईकोर्ट में भी इतनी ही फीस लेते हैं। (SOURCE- लीगली इंडिया रिपोर्ट/ 2015) 9/12
पूर्व अटॉर्नी जनरल और सीनियर एडवोकेट मुकुल रोहतगी की फीस की बात करें तो Pathlegal ने 2017 में एक रिपोर्ट छापी थी जिसमें लिखा था कि तब उनकी फीस 5 लाख रुपए प्रति सुनवाई हुआ करती थी। 10/12
अभिषेक मनु सिंघवी का नाम भी देश के बड़े वकीलों में शुमार है। सुप्रीम कोर्ट में अभिषेक मनु सिंघवी की फीस 6 से 11 लाख बताई जाती है तो वहीं दिल्ली हाई कोर्ट में वह 7 से 15 लाख प्रति सुनवाई लेते हैं। 11/12
गोपाल सुब्रमण्यम साल 2009 से 2011 तक भारत के सॉलिसिटर जनरल भी रह चुके हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के शिक्षण संस्थानों में ओबीसी कोटा और दिल्ली में सीलिंग जैसे मुद्दों पर भी कोर्ट में बहस की थी। साल 2017 में बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक गोपाल सुब्रमण्यम बतौर फीस 5.5 लाख से 15 लाख रुपए तक लेते हैं। 12/12
के के वेणु गोपाल को 30 जून, 2017 को भारत सरकार द्वारा अटॉर्नी जनरल नियुक्त किया गया था। अटॉर्नी जनरल के रूप में उन्होंने आधार, राफेल आदि जैसे महत्वपूर्ण मामलों में केंद्र का बचाव किया। साल 2017 में बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि के के वेणु गोपाल सुप्रीम कोर्ट में प्रति सुनवाई 5 लाख से 7.5 लाख रुपए चार्ज किया करते हैं। वहीं दिल्ली हाईकोर्ट के लिए उनकी फीस 7 से 15 लाख के करीब बताई गई। देश का सबसे बड़ा वकील कौन है?देश के सबसे बड़े वकीलों में कमाई के लिहाज से पहला नंबर राम जेठमलानी का ही आता है। जेठमलानी सुप्रीम कोर्ट के जाने-माने वकील और राजनीतिज्ञ हैं। वह कई बड़े-बड़े मुकदमें लड़ चुके हैं जिनमें राजीव गांधी, इंदिरा गांधी की पैरवी से लेकर आसाराम की जमानत तक के केस शामिल हैं। इनकी प्रति हियरिंग फीस 25 लाख रुपए है।
भारत के सबसे अच्छे वकील कौन है?हरीश साल्वे भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे महंगे वकीलों में से एक हैं। देश के कई कोर्ट में साल्वे केस लड़ चुके हैं। वे 1999 से 2002 के बीच भारत के सॉलिसिटर जनरल के रूप में भी काम कर चुके हैं। वे देश के सबसे सफलतम वकीलों में गिने जाते हैं।
राज्य का सबसे बड़ा वकील कौन होता है?महाधिवक्ता (ऐडवोकेट जनरल) किसी देश या प्रान्त का उच्च विधि अधिकारी होता है जो प्राय: विधिक मामलों में न्यायालय या सरकारों को सलाह देने का काम करता है। उदाहरण के लिये भारत में सभी राज्यों में महाधिवक्ता होते हैं। राज्य में जो स्थिति महाधिवक्ता की है वही स्थिति केन्द्र में महान्यायवादी (एटॉर्नी जनरल) की होती है।
वकील कितने प्रकार के होते हैं?वकील कितने प्रकार के होते हैं?. सरकारी वकील. प्राइवेट वकील. जूनियर वकील. सीनियर वकील. वरिष्ठ वकील. फैमिली वकील. लोअर, जिला एवं हाई कोर्ट का वकील. सुप्रीम कोर्ट का वकील. |