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पाठ नादान दोस्त से आपको क्या सन्देश मिलता है?वे दोनों अंडों की सुरक्षा के लिए अच्छे कार्य ही करते हैं। परन्तु ज्ञान और अनुभव की कमी के कारण वे उनकी बर्बादी का कारण बन बैठते हैं। प्रेमचंद ने इसीलिए उन दोनों को नादान दोस्त कहा है। यह कहानी हमें सीख देती है कि किसी भी कार्य को करने से पहले पूरी तरह से सुनिश्चित कर लें कि जो आप कर रहे हैं, वह सही है या नहीं।
अगर आपको नादान दोस्त कहानी का शीर्षक रखना हो तो आप क्या रखेंगे?Solution : इसका अन्य शीर्षक यह हो सकता है-. बच्चों की नादानी. अथवा . अण्डों की सुरक्षा.।
पाठ नादान दोस्त के आधार पर बताइए कि अंडों को ध्यान से कौन देख रहा था?उत्तर:- कार्निस पर अंडों को देखकर केशव और श्यामा के मन में जो कल्पनाएँ और उन्होंने चोरी-चुपके जो कुछ कार्य किए, वे उचित नहीं थे। परंतु उनकी बालसुलभ जिज्ञासाओं का उत्तर देने के लिए कोई नहीं था और उन्हें इस बात का भी ज्ञान नहीं था कि चिड़िया के अंडे को नहीं छूते। वह तो उसे सुख-सुविधाएँ देना चाहते थे।
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