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छोटे बच्चों के लिए शहद खांसी की दवा का काम करता है। ये बलगम और कफ को पतला कर बाहर निकाल देता है। आप एक साल से अधिक उम्र के बच्चों को खांसी से निजात पाने के लिए एक चम्मच शहद रोज खिलाएं। शहद में एलर्जी रोकने वाली दवाओं से बेहतर साबित हो सकता है। ये खांसी को गंभीर रूप लेने से रोकता है और बेहतर नींद लाने में मदद करता है। यह भी पढ़ें : बच्चों को चॉकलेट खिलाने के फायदे और सही मात्रा बच्चों में खांसी का घरेलू इलाज है भापगले में जमा बलगम को साफ करने के लिए बच्चे को गर्म भाप दिलवाएं। इससे शिशु को
आराम मिलेगा। आप बाथरूम में गर्म पानी के धुएं में शिशु को कुछ मिनट बैठाकर भी भाप दिलवा सकती हैं। सुरक्षा के तौर पर इस दौरान आपको भी बच्चे के साथ बैठना होगा। यह भी पढ़ें : ये 5 संकेत मिल रहे हैं तो अब शिशु को दे सकते हैं ठोस आहार बच्चों में खांसी का घरेलू उपचार है पानीखांसी होने पर शिशु को अधिक मात्रा में तरल पदार्थ दें। कैफीन-फ्री चाय, सूप या नींबू
मिलाकर गुनगुना पानी पीीने से बलगम साफ होने में मदद मिल सकती है और गले में खराश का इलाज भी होता है। इसके अलावा दिनभर में बच्चे को पानी भी अधिक पिलाएं। यह भी पढ़ें : वैक्सीन लगवाने के बाद शिशु के दर्द को कैसे कम करें सिर ऊंचा कर के रखेंशिशु का सिर थोड़ा ऊंचा कर के लिटाएं। इससे उसे सांस लेने में आसानी होती है। गर्दन के पीछे तकिया लगा दें जिससे बच्चे का सिर आसानी से ऊपर उठ सके। यह भी पढ़ें : बच्चों को पाउडर मिल्क देना कितना सही है अजवाइन और लहसुन की भापछोटे बच्चों में जुकाम-खांसी का इलाज लहसुन और अजवाइन से भी किया जा सकता है। लहसुन में बैक्टीरिया-रोधी गुण होते हैं और अजवाइन वायरस एवं बैक्टीरिया को मारने की ताकत रखती है। लहसुन की दो से तीन कलियां और दो चुटकी अजवाइन लेकर तवे पर एक मिनट के लिए भून लें। इस मिश्रण को ठंडा होने पर बच्चे के पास रख दें। इसकी खुशबू से बच्चे की खांसी-जुकाम के इलाज में मदद मिलेगी। यह भी पढ़ें : बोतल से दूध पीना नहीं छोड़ रहा बच्चा तो ये तरीके करेंगें आपकी मदद बच्चों की सर्दी जुकाम और खांसी के घरेलू उपचारडॉक्टर को कब दिखाएंघरेलू नुस्खों की मदद से आप शिशु में खांसी का इलाज कर सकते हैं लेकिन अगर आपको निम्न लक्षण नजर आ रहे हैं तो तुरंत बाल रोग चिकित्सक को दिखाएं :
अगर शिशु में इस तरह के लक्षण दिख रहे हैं तो आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ये किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या के संकेत हो सकते हैं जिनका समय पर इलाज किया जाना जरूरी है। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें
नासिक मार्ग में म्यूकस को ढीला करने के लिए भाप लेना सबसे असरकारी तरीका है। शिशु के कमरे में फेशियल स्टीमर या वेपोराइजर की मदद से भाप फैला दें। 6 महीने से कम उम्र के शिशु के लिए बाथरूम में गर्म पानी को नल से बहने दें और शिशु को बाथरूम में 10 से 15 मिनट तक लेकर बैठ जाएं। एक साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए गर्म पानी में यूकेलिप्टस ऑयल की कुछ बूंदें भी डाल सकते हैं। यह भी पढ़ें : दिमाग तेज करने के लिए 6 महीने के बच्चे को कैसे खिलाएं बादाम बच्चों की सर्दी का इलाज है नमक के पानी के गरारेदो साल से अधिक उम्र के बच्चे को नमक के पानी से गरारे करवाएं। इसके लिए एक कप गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक डालें और बच्चे को गरारे करने के लिए कहें। बच्चे को पहले सादे पानी से गरारे करना सिखाएं। यह भी पढ़ें : बच्चों के लिए Pre school चुनने से पहले इन बातों पर करें गौर शिशु को जुकाम का इलाज है गुनगुना पानी6 महीने के शिशु को उबला हुआ पानी पिलाएं। पानी बच्चे के हिसाब से हल्का गुनगुना होना चाहिए। इससे शिशु का शरीर हाइड्रेट रहता है और शरीर से विषाक्त पदार्थ निकल जाते हैं। ये जुकाम से जल्दी राहत दिलाने का असरदार तरीका है। यह भी पढ़ें : बच्चों के शरीर में खून बढ़ाने के लिए आसान तरीके शिशु को जुकाम की दवा है सरसों का तेलएक साल के बच्चे के लिए जुकाम के इलाज के लिए सरसों का तेल भी बहुत असरकारी नुस्खा है। एक चम्मच सरसों का तेल लें और उसमें 1 लहसुन की कली और लौंग डालकर एक चुटकी अजवाइन का पाउडर मिलाएं। इन सब चीजों को एक मिनट तक गर्म करें। लहसुन जलना नहीं चाहिए। अब इसे छन्नी से छान लें। इस मिश्रण के गुनगुना होने पर बच्चे की छाती और पीठ की मालिश करें। यह भी पढ़ें : दूध पीने में आनाकानी करता है आपका बच्चा तो दूध में मिलाकर दें ये चीज नवजात शिशु जुकाम का घरेलू उपाय है शहदशहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट रात में होने वाली खांसी, गले में इंफेक्शन और खांसी या जुकाम की वजह से बार-बार नींद टूटने का इलाज करने में मददगार होते हैं। एक साल से कम उम्र के बच्चे को शहद न दें। एक साल से अधिक उम्र के बच्चे को रात को सोने से पहले आधा चम्मच शहद दें। यह भी पढ़ें : शिशु को कब, कैसे और किस उम्र से खिलाना चाहिए खीरा बच्चों में जुकाम का इलाज है अदरकबच्चों में खांसी, जुकाम और कफ
जमने के इलाज में अदरक बहुत असरकारी है। ये शरीर को गर्म कर के बलगम को पिघला देती है। दो साल से अधिक उम्र के बच्चे को अदरक की चाय पिलाएं। आधा इंच की
अदरक
लें और एक कप पानी में इसे 5 मिनट तक उबालें। इसके बाद पानी को छान लें और उसमें आधा चम्मच नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाएं। गुनगुना बच्चे को पिलाएं। यह भी पढ़ें : बच्चों को सुसाइड करने से कैसे रोकें Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें 1 महीने के बच्चे को खांसी हो जाए तो क्या करना चाहिए?शिशु को बार-बार हो रही है खांसी तो अपनाएं ये घरेलू उपाय. शिशु की खांसी का इलाज है शहद छोटे बच्चों के लिए शहद खांसी की दवा का काम करता है। ... . बच्चों में खांसी का घरेलू इलाज है भाप ... . बच्चों में खांसी का घरेलू उपचार है पानी ... . सिर ऊंचा कर के रखें ... . अजवाइन और लहसुन की भाप ... . डॉक्टर को कब दिखाएं. नवजात शिशु को खांसी है तो कैसे पता करें?मुझे कैसे पता चलेगा कि शिशु को सर्दी-जुकाम है या कुछ और गंभीर समस्या है?. नाक बहना और साफ श्लेम आना, जो कि गाढ़ा होकर सफेद, पीले या हरे रंग का हो सकता है. नाक बंद होना. हल्की खांसी. हल्का बुखार (ऐसा हमेशा नहीं होता). 5 मिनट में खांसी से छुटकारा कैसे पाएं?अदरक से भी सूखी खांसी में आराम मिलता है। इसके लिए अदरक की एक गांठ को कूटकर उसमें एक चुटकी नमक मिला लें और दाढ़ के नीचे दबा लें। उसका रस धीरे-धीरे मुंह के अंदर जाने दें। 5 मिनट तक उसे मुंह में रखें और फिर कुल्ला कर लें।
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