नायब तहसीलदार का प्रमोशन कैसे होता है? - naayab tahaseeladaar ka pramoshan kaise hota hai?

आज सभी लोग सरकारी नौकरी पाना चाहते हैं पर ये इतना आसान नहीं होता क्योंकि इसके लिए खूब तैयारी करनी होती है। जी तोड़ मेहनत करने के बाद कहीं जाकर कोई अच्छी जॉब मिल पाती है। ऐसा ही एक पद जिसके लिए आपको कड़ी मेहनत और परिश्रम करना होगा वो है तहसीलदार। ये उप कलक्टर के नाम से भी जाने जाते है और उन्हें सरकार ही नियुक्त करती है। भारत में तहसीलदार के काम वो किस राज्य में नियुक्त है इस पर निर्भर होता है। जब भारत में अंग्रेज का शासन था तभी भी तहसीलदार नियुक्त किये जाते थे। जिनका काम राजस्व जुटाना था। भारत में आजादी के बाद भी सरकार तहसीलदार को नियुक्त करती है। और उन्हें काम आवंटित किया जाता है। तहसीलदार एक इसलामी शब्द है जहाँ इसका मतलब होता है राजस्व संग्रह जहाँ एक व्यक्ति को तहसील का राजस्व संभालना होता है।

नायब तहसीलदार का प्रमोशन कैसे होता है? - naayab tahaseeladaar ka pramoshan kaise hota hai?

अक्सर लोगों के Tahsildar बनने से जुड़े कई सवाल होतें हैं। इसलिए आज आपको इस पोस्ट के माध्यम से तहसीलदार किसे कहते है? तहसीलदार कैसे बनते हैं ? व Tahsildar बनने के लिये क्या योग्यता है?  साथ ही Tahsildar kaise bane, naib tahsildar banane ke liye kya kare, how to become tahsildar in Hindi, naib tahsildar exam tips in hindi के बारे में जानकारी प्रदान करेगें जिससे आपको काफी कुछ सहायता मिलेगी।

तहसीलदार कौन होता है –

एक Tahsildar अपने तहसील का राजस्व प्रभारी होता है और कई राज्यों में इन्हें तालुकादार भी कहा जाता है। इन्हें कर अधिकारी भी कहा जाता है। और साथ ही ये राजस्व निरीक्षक भी है। इन्हें सरकार द्वारा तहसील दिया जाता है जहाँ इन्हें ये सब सरकारी काम करने होते है। जो इन Tahsildar के नीचे काम करते है उन्हें उप-तहसीलदार या नायब तहसीलदार कहा जाता है। आप ऑनलाइन साइट पे इसके बारे में सारी जानकारी प्राप्त कर सकते है और अपनी योग्यता के अनुसार अप्लाई कर सकते है। यह साइट लोको को मार्गदर्शन भी करता है जिससे वो सही से मेहनत करे और ऐसी सरकारी नौकरी प्राप्त कर सके।

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तहसीलदार बनने की योग्यता –

सामान्य श्रेणी के लोगो को लिए इस पद के लिए १८-४० वर्ष की उम्र होनी चाहिए। जो उम्मीदवार जनजाति से संबंधित है उन्हें ३ वर्ष की छूट मिलती है और उनके लिए ये १८-४३ तय की गई है। जो लोग शारीरिक समस्या से पीड़ित है और सामान्य श्रेणी में है उनके लिए आयु सीमा १८-४२ हो सकती है। सभी उम्मीदवार को अपने जाती श्रेणी के अनुसार Tahsildar की परीक्षा निश्चय की गयी आयु सिमा में देनी जरुरी है।

तहसीलदार की परीक्षा देना के लिए शैक्षिक योग्यता भी बहुत ज़रुरी है। किसी भी उम्मीदवार के पास ग्रैजुएट या पोस्ट ग्रैजुएट की डिग्री होना आवश्यक है। ये डिग्री भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से होनी चाहिए वरना आपकी ऐप्लीकेशन रद कर दी जाएगी।जिन लोगो ने कानून की डिग्री प्राप्त की है उन्हें वरीयता दी जाती है और उनका सिलेक्शन पहले होता है।

Tehsildar Work In Hindi / Tahsildar Ka Kya Kaam Hota Hai –

तहसीलदार के निम्न लिखित कर्तव्य होते हैं जिन्हें तहसीलदार को पूरी निष्ठा के साथ निभाना होता है –

  • तहसीलदार राजस्व एजेंसी के प्रभारी है और इसलिए राजस्व से संबंधित रिकॉर्ड और खातों की रखरखाव की जिम्मेदारी उनकी होती है।
  • सरकारी देय राशि समय पर भरे और सरकार को किसी भी तरह का नुकसान न हो।
  • जो भी सरकारी धन तहसीलदार के चार्ज में इकट्ठा होता है उसकी सुरक्षा करना उन्हीं का काम होता है।
  • तहसीलदारों को सिर्फ राजस्व से संबंधित काम नहीं बल्कि कुछ क़ानूनी भूमि का भी काम उनके ही अंतर्गत में आता है। प्रौपर्टी को खाली करवाना और साथ ही में उसका आवंटन का हक़ भी तहसीलदार का होता है।
  • तहसीलदार को अपने तालुका के अंदर जो भी सरकार से संबंधित मुकदमा होते है उनकी भी देख-रेख करनी होती है। यह एक जिम्मेदारी वाली पोस्ट है जिसे पूरी ईमानदारी से निभानी होती है।
  • तहसीलदार को अपने निगरानी में काम करने वाले पटवारी और क़ानूनगोस का भी निरीक्षण करना होता है। इनका सबसे मुख्य काम राजस्व का है और इसके लिए सरकार इन्हें नियुक्त करती है।

Tahsildar kaise bane? तहसीलदार बनने के लिए क्या करे –

आज सभी लोग अपनी ओर से खूब मेहनत करते है सरकारी नौकरी के लिए ओर उसमे तहसीलदार की बहुत ही मांग है ओर इससे ये साबित होता है की यह नौकरी मिलना कोई आसान काम नहीं है। हमारे देश में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ गई है जिसके कारण यदि आप मेहनत न करो तो परीक्षा में उत्तीर्ण होना काफी मुश्किल हो सकते है। तहसीलदार के पद के लिए सबसे अधिक तो आपकी उम्र ओर शिक्षा हैं लेकिन इसके अतिरिक्त इसके लिए रिक्ति होना भी बहुत आवश्यक है।

यदि किसी राज्य में तहसीलदार की आवश्यकता होती है तो उस राज्य के सर्विस कमीशन इसका विज्ञापन जारी करवाते है। यदि आप ने तहसीलदार की परीक्षा दी है ओर उसमे अच्छे अंक से निपुण हो तो तहसीलदार के लिए ऐप्लाई कर सकते हो ओर आपका इंटरव्यू लिया जाता है जिसके आधार पे आपको जॉब मिलती है। यदि किसी राज्य में नायब तहसीलदार की भर्ती हो रही हो तो भी आपको आवेदन देना चाहिए। जब भी किसी राज्य में तहसीलदार की रिक्ति होती है तो ज्यादातर नायब तहसीलदार का प्रमोशन किया जाता है। भारत में ५०% नायब तहसीलदारों को प्रमोशन होते है जिनके बाद उन्हें तहसीलदार की पोस्ट मिल जाती है ओर इसलिए आपको नायब तहसीलदार के लिए भी ऐप्लाई करना चाहिए।

तहसीलदार के पदों पर कई बार सीधी भर्ती भी की जाती है लेकिन इसके लिए उम्मीदवार को सिविल सेवा परीक्षा देनी होती है और उसमे अच्छे अंक लाना होते है। भर्ती की प्रक्रिया राज्य के रिक्तियों के अनुसार होती है।

तहसीलदार की चयन प्रक्रिया –

Tahsildar बनने के लिए आपको एक चयन प्रक्रिया से गुजरना होता है। जिसको यदि आप पास कर लेते हैं तो आप Tahsildar बन सकते हैं। चयन प्रक्रिया में कई चरण होतें हैं जिन्हें आपको स्टेप बाय स्टेप पुरे करने होते हैं –

  1. जाँच परीक्षा (Screening Test)
  2. मुख्य परीक्षा (Main Exam)
  3. साक्षात्कार (Interview)

1. स्क्रीनिंग टेस्ट –

सबसे पहले तो यह चेक किया जाता है की आप मुख्य परीक्षा देने के क़ाबिल है या नहीं ओर इसलिए लिए उम्मीदवार का स्क्रीनिंग टेस्ट होता है। इसमें उम्मीदवारों से सामान्य ज्ञान के निर्धारित कुछ १५० बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाते है जिनके लिए उन्हें २ घंटो का समय मिलता है। यह परीक्षा के रिजल्ट पे आधारित है की उम्मीदवार परीक्षा के लायक है या नहीं।

2. मुख्य परीक्षा –

जो उम्मीदवार स्क्रीनिंग टेस्ट में अपनी योग्य घोषित होते है उन्हें फिर मुख्य परीक्षा देनी होती है। इसमें कुल ४ पेपर होते है जो सभी को देने अनिवार्य है और ४ में ही अच्छे अंको से पास होना भी जरुरी है। इस परीक्षा से प्राप्त किये गए अंक से आपकी रैंकिंग निर्धारित होती है जिस पे से आपकी आगे की प्रोसेस की जाती है।

3. इंटरव्यू –

जो उम्मीदवार स्क्रीनिंग टेस्ट और मुख्य टेस्ट में सफल होते है उन्हें आखिर में इंटरव्यू देना होता है। इसके लिए उम्मीदवार को किसी भी जगह पर बुलाया जाता है और अधिकारी उम्मीदवारों से कुछ सवाल पूछते है जिनका जवाब उन्हें आना चाहिए। सिर्फ जवाब देना से आपको नौकरी नहीं मिल जाती आप किस तरह से सवाल को समझते है और उसका उत्तर कैसे देते है इस पर आपको नौकरी दी जाती है।

तहसीलदार का वेतन कितना होता है –

तहसीलदार का वेतन 9,300 रुपये से 34,800+ तक का मासिक वेतन होता है और ये कुछ आपके काबिलियत पे भी निर्भर है। आपको इसके साथ बहुत सी सुविधाएं भी दी जाती है जैसे की वाहन और घर खर्च। यह नौकरी ज्यादातर तालुका के लिए होती है और इसलिए आपको शहर से दूर रहना पड़ता है।

आप को भी यदि ऐसी नौकरी चाहिए तो आपको अपने लिए स्टडी टाइम टेबल बनाना होगा जिससे से प्रति दिन एक टॉपिक कवर कर सके। तहसीलदार की प्रतिस्पर्धा बढ़ गई है इसलिए आपको इसकी तैयारी पहले से ही करनी होगी और याद रखिये जिन्होंने मेहनत की होगी वो जरूर ही परीक्षा में निपुण होंगे। आपको पीछे वर्षों के पेपर को ध्यान में रखते हुए तैयारी करनी चाहिए जिससे आपको परीक्षा के बारे में जानकारी प्राप्त हो सके।

तहसीलदार की नौकरी की आज बहुत मांग है और इसके लिए खास सिविल परीक्षा है जिसके आधार पे सीधे भर्ती हो जाती है। तहसीलदार के पद ले लिए आप आवेदन कर सकते है लेकिन वो राज्य के रिक्ति पे निर्भर होता है। आपको बहुत सी परीक्षा देनी होती है इस पद के लिए और उसके बाद आपको तालुका सौंपा जाता है। आज बहुत से लोग है जो सिविल परीक्षा के लिए तैयारी करते है ताकि उनकी सीधी भर्ती हो जाये।

तप दोस्तों यह थी तहसीलदार किसे कहते है? तहसीलदार कैसे बने? व तहसीलदार बनने के लिए क्या करे? के बारे में आवश्यक जानकारी। यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगे, तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें। साथ ही यदि आपका किसी प्रकार का कोई सवाल हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करें। हम जल्द ही आपके सवालों के जवाब देने की कोशिश करेगें ।। धन्यवाद ।।

तहसीलदार का प्रमोशन कैसे होता है?

एक तहसीलदार को 8 साल से 15 साल में प्रमोशन करके उप जिला मजिस्ट्रेट (SDM) बना दिया जाता है और कुछ साल एसडीएम के पद पर काम करने के बाद इन्हें डीएम के पद पर प्रमोट कर दिया जाता है.

नायब तहसीलदार की नियुक्ति कैसे होती है?

भारत में ५०% नायब तहसीलदारों को प्रमोशन होते है जिनके बाद उन्हें तहसीलदार की पोस्ट मिल जाती है ओर इसलिए आपको नायब तहसीलदार के लिए भी ऐप्लाई करना चाहिए। तहसीलदार के पदों पर कई बार सीधी भर्ती भी की जाती है लेकिन इसके लिए उम्मीदवार को सिविल सेवा परीक्षा देनी होती है और उसमे अच्छे अंक लाना होते है।

तहसीलदार प्रमोशन के बाद क्या बनता है?

कुछ तहसीलदार तो ऐसे हैं जिनके अधीन कुछ लोग पटवारी रह चुके हैं और अब वे उन्हें वरिष्ठता सूची में पीछे छोड़कर डिप्टी कलेक्टर बनकर उनके सीनियर अधिकारी हो जाएंगे।

नायब तहसीलदार का वेतन कितना होता है?

34,800 रुपया से लेकर 1,20,000 रुपया तक मिलता है.

नायब तहसीलदार के क्या कार्य होते हैं?

वे मुख्य रूप से कर्तव्यों के लिए जिम्मेदार हैं, वे विकास योजनाओं, सड़कों के निर्माण, नालियों, तटबंधों, मिट्टी संरक्षण और सुधार, फुटपाथ के निर्माण व निष्पादन में सहायता करते हैं

नायब तहसीलदार में क्या अंतर है?

तहसीलदार कर नायब तहसीलदार- किसी तहसील के प्रभारी अधिकारी को तहसीलदार कहा जाता है। तहसीलदार और नायब तहसीलदार के राजस्व और मजिस्ट्रेटिक कर्तव्यों में कोई डिफरेंस नही है। दोनों राजस्व मामलों में सहायक कलेक्टर ग्रेड सेकेण्ड की शक्तियों का प्रयोग सर्कल राजस्व अधिकारियों के रूप में करते हैं।