प्रिज्म का अपवर्तनांक कितना होता है - prijm ka apavartanaank kitana hota hai

प्रिज्म का अपवर्तनांक कितना होता है - prijm ka apavartanaank kitana hota hai

एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर प्रकाश की किरण सीधी न जाकर अभिलम्ब की तरफ या अभिलम्ब से दूर मुड़ जाती है। अभिलम्ब की तरफ मुड़ेगी या अभिलम्ब से दूर जायेगी - यह दोनों माध्यमों के अपवर्तनांक पर निर्भर करता है।

प्रिज्म का अपवर्तनांक कितना होता है - prijm ka apavartanaank kitana hota hai

किसी बिन्दु से निकलने वाले वेवफ्रॉण्ट जब कम अपवर्तनांक वाले माध्यम से अधिक अपवर्तनांक वाले माध्यम में प्रवेश करते हैं तो उनमें परिवर्तन होता है। ऊपर वाले वेवफ्रॉण्ट पूर्णतः वृत्ताकार हैं जबकि नीचे वाले वृत्ताकार न होकर लगभग अतिपरवलय के आकार के हैं।

किसी माध्यम (जैसे जल, हवा, कांच आदि) का अपवर्तनांक (रिफ्रैक्टिव इण्डेक्स) वह संख्या है जो बताती है कि उस माध्यम में विद्युतचुम्बकीय तरंग (जैसे प्रकाश) की चाल किसी अन्य माध्यम की अपेक्षा कितने गुना कम या अधिक है। यदि प्रकाश के सन्दर्भ में बात करें तो सोडा-लाइम कांच का अपवर्तनांक लगभग 1.5 है जिसका अर्थ यह है कि कांच में प्रकाश की चाल निर्वात में प्रकाश की चाल की अपेक्षा 1.5 गुना कम अर्थात (1/1.5 = 2/3) हो जाता है।

जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है तो दोनो माध्यमों का अपवर्तनांक अलग-अलग होने की दशा में प्रकाश की किरण अपने पथ से मुड़ जाती है। यह मुड़ना किस तरफ होगा - यह इस बात पर निर्भर करता है कि किस माध्यम का अपवर्तनांक कम और किसका अधिक है। यह मुड़ना स्नेल के नियम (Snell's Law) का पालन करता है।

विभिन्न पदार्थों के अपवर्तनांक 

जल= 1.33

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

  • Dielectric materials
  • Negative Refractive Index
  • Science World
  • RefractiveIndex.INFO Refractive index database featuring online plotting and parameterisation of data
  • sopra-sa.com Refractive index database as text files (sign-up required)
  • Simple home-made experiment which allows to determine refractive index of water

एक प्रिज्म के माध्यम से अपवर्तन

हमारा उद्देश्य: 

आपतन (i) के कोण के साथ का विचलन (d) के कोण का अध्ययन करना और i-d वक्र से न्यूनतम विचलन (D) के कोण का पता लगाना।

 (ii) A और D का प्रयोग कर प्रिज्म की पदार्थ के अपवर्तनांक का पता लगाना

सिद्धांत  

प्रिज्मं 

प्रिज्मं के पारंपरिक ज्यामितीय आकार में त्रिकोणीय आधार और दो आयताकार भुजाएं होती हैं। इसे त्रिकोणीय प्रिज्म कहा जाता है।

कांच, प्लास्टिक और फ्लोराइट जैसी पदार्थ से प्रिज्म् बनाया जा सकता है। प्रकाश को उसके घटकों में विभाजित करने के लिए इसका प्रयोग किया जा सकता है।

जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाता है, तो यह अपवर्तित हो जाता है और भिन्न कोण पर नए माध्यम में प्रवेश करता है। प्रकाश के पथ में झुकाव की मात्रा उस कोण पर निर्भर करती है जो प्रकाश की आपतित किरण प्रिज्म् की सतह के साथ बनाती है और दो माध्यमों के अपवर्तनांक के बीच के अनुपात पर निर्भर करती है। इसे स्नेल का नियम कहा जाता है।

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जहां, n प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक है

i आपतन का कोण है

R अपवर्तन का कोण है।

कई पदार्थों का अपवर्तनांक प्रयुक्त‍ प्रकाश की तरंगदैर्ध्य के साथ बदलता रहता है। इस परिघटना को प्रकीर्णन कहा जाता है।

अपवर्तनांक (n), प्रिज्म (A)  के कोण और न्यूनतम विचलन (d) के कोण के बीच संबंध

निम्नतलिखित त्रिकोणीय प्रिज्म पर विचार करें।

प्रिज्म का अपवर्तनांक कितना होता है - prijm ka apavartanaank kitana hota hai

दो अपवर्तन करने वाले पृष्ठों ABFE और ACDE के बीच कोण A प्रिज्म का कोण कहा जाता है।

प्रिज्म के माध्यम से गुजरने पर प्रकाश की किरण का दो अपवर्तन होता है। यदि भुजा AB पर गिरने वाला एकवर्णी प्रकाश KL है, तो यह अपवर्तित हो जाता और LM के साथ-साथ चलता है। यह M पर एक बार फिर से अपवर्तित होता है और MN के साथ-साथ बाहर निकलता है। वह कोण जिसके माध्यम से होकर निर्गामी किरण आपतित किरण की दिशा से विचलित होती है, उसे विचलन 'd' का कोण  कहा जाता है।

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जैसे-जैसे आपतन के कोण में वृद्धि होती है, विचलन का 'कोण कम होता जाता है और न्यूनतम मान तक पहुँच जाता है। यदि आपतन के कोण में आगे और वृद्धि होती है, तो विचलन के कोण में भी वृद्धि होती है।

प्रिज्म का अपवर्तनांक कितना होता है - prijm ka apavartanaank kitana hota hai

X- अक्ष के साथ-साथ आपतन(i)  के कोण और Y-अक्ष के साथ-साथ विचलन (d) का कोण लेकर आपतन (i) के कोण और विचलन (d) के कोण के बीच ग्राफ खींचें। इसे घुमावदार ग्राफ होना चाहिए।   

ग्राफ से न्यूनतम विचलन का कोण प्राप्त होता है। d को न्यूनतम विचलन का कोण मान लें, तो सूत्र का प्रयोग कर प्रिज्म की पदार्थ के अपवर्तनांक (n) की गणना की जाती है,

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प्रिज्म का अपवर्तनांक कितना है?

प्रिज्म का अपवर्तनांक 2. है।

प्रिज्म में अपवर्तन क्या है?

प्रिज्म के द्वारा प्रकाश का अपवर्तन (Refraction of Light through a Prism) जब प्रकाश की किरण हवा से काँच के प्रिज्म में प्रवेश करता है, तो अभिलम्ब की तरफ झुक जाता है। पुन: जब ये प्रकाश की किरण प्रिज्म से बाहर हवा में निकलता है तो अभिलम्ब से दूर झुक जाते हैं।

कांच का अपवर्तनांक क्या होता है?

यदि प्रकाश के सन्दर्भ में बात करें तो सोडा-लाइम कांच का अपवर्तनांक लगभग 1.5 है जिसका अर्थ यह है कि कांच में प्रकाश की चाल निर्वात में प्रकाश की चाल की अपेक्षा 1.5 गुना कम अर्थात (1/1.5 = 2/3) हो जाता है।

प्रिज्म कोण का मान कितना होता है?

एक प्रिज्म का कोण `60^(@)` है तथा अल्पतम विचलन कोण `38^(@)` है | प्रिज्म के पदार्थ का - YouTube.