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ये है कड़कनाथ मुर्गा, अंडे से लेकर मीट तक होता है काला, पर स्वाद जबरदस्त
चंडीगढ़. कड़कनाथ मुर्गा पूरी तरह से काला होता है, भारत में ही पाए जाने वाले इस मुर्गे की मांग काफी है, क्योंकि इसकी मुर्गी का एक अंडा 50 रुपए तक बिकता है। इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट में कड़कनाथ मुर्गे को कैसे बनाया जाए इस पर डेमो सेशन हुआ। पंख से लेकर मीट तक सब काला है... - कड़कनाथ के पंख से लेकर मीट तक सब काला है। यहां तक की हड्डियां भी। मिलता भी सिर्फ देश में एक ही जगह से है, जो मध्य प्रदेश की भील प्रजाति पालती है। स्वाद से लेकर रेट तक सब कड़क है, इसलिए इसे कहते है कड़कनाथ मुर्गा। - इसे बनाने से लेकर खाने तक में रेगुलर से अलग तकनीक इस्तेमाल होती है। इसी तकनीक को बताया गया था, इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, पंजाब यूनिवर्सिटी में। जहां शेफ लाइव डेमो से तीन तरह से कड़कनाथ मुर्गे को बना रहे थे। गर्म तासीर होती है इस मुर्गे की कड़कनाथ मुर्गे की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे एसी ग्रेवी के साथ बनाया जाता है जिसकी तासीर ठंडी हो। इसमें मुर्गे को पहले उबाला जाता है और ग्रेवी को अलग से बनाया जाता है। इसमें घी, हींग जीरा मेथी,अजवाइन, साथ ही धनिया पाउडर को डाला जाता है। इसके बाद दोनों को मिलाकर यह तैयार होता है। कड़कनाथ मुर्गे का मांस काफी नर्म होता है, यह जब पकता है तो मुंह में आसानी से घुल जाता है। आटे में लपेट कर भुनाया जाता है... कड़कनाथ को रोस्टेड तरीके से भी बनाया जा सकता है, इसमें मुर्गे को गर्म मसालों में मिलाकर एक नर्म कपड़े से लपेटा जाता है, इसके बाद इसको चारों तरफ से आटे से ढक दिया जाता है। इसके बाद इसे अवन में पकाया जाता है। पंद्रह मिनट तक पकाने के बाद, चिकन में से कपड़े और आटे की परत को खाला जाता है और इसे सर्व किया जाता है। आगे की स्लाइड्स में देखें तस्वीरें... नई दिल्लीः आईपीएल (IPL) की टीम चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Superkings) के कप्तान और इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) जल्द ही कड़कनाथ मुर्गी का पालन शुरू करने जा रहे हैं. इस मुर्गी का मीट ही नहीं बल्कि अंडा भी सबसे महंगा होता है. इसके लिए उन्होंने 2 हजार चूजों का ऑर्डर भी दे दिया है. अगर आप भी इसकी फॉर्मिंग करना चाहते हैं तो कर सकते हैं. खाने में होता है बहुत हेल्दी इतनी है बाजार में कीमत इंटरनेट
पर मिल जाएगी पूरी जानकारी 1500 फीट जगह चाहिए एक हजार मुर्गों के लिए यह भी पढ़ेंः छठ पर घर जाने का है प्लान, इन ट्रेनों में खाली हैं सीटें, जल्दी कर लें बुकिंग Video- जब देश के मशहूर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी का नाम कड़कनाथ मुर्गे (Kadaknath Murga) के बिजनेस से जुड़ा है, तब से हर कोई जानना चाहता है कि आखिर में कड़कनाथ मुर्गा पालन कैसे आम पोल्ट्री फार्म (Poultry Farm) से अलग है? अगर कोई कड़कनाथ मुर्गे का फार्म खोलना चाहे तो कैसे इसकी शुरुआत करे? Kadaknath Murgi Palan: कड़कनाथ मुर्गा दुनिया भर में अपनी खास पहचान बना चुका है. भारत में इस कारोबार का मुख्य केंद्र मध्य प्रदेश के झाबुआ में है. मध्य प्रदेश के कड़कनाथ मुर्गे को GI Tag भी मिला हुआ है. लेकिन अब धीरे-धीरे देश के दूसरे राज्यों में भी लोग कड़कनाथ मुर्गा पालन की तरह रुख कर रहे हैं. कड़कनाथ मुर्गे की पहचान कड़कनाथ मुर्गे और मुर्गी की सबसे बड़ी खासियत है कि यह पूरी तरह से काला (Black kadaknath) होता है. यही नहीं, इसका मांस काला और खून भी काला होता है. कड़कनाथ मुर्गे सेहत के लिए फायदेमंद कड़कनाथ मुर्गे का मांस सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. इसमें आयरन और प्रोटीन बहुत ज्यादा होता है. जबकि कोलेस्ट्रॉल का मात्रा बेहद कम होता है. जिससे हॉर्ट और डायबिटीज के रोगियों के लिए यह चिकन बेहद फायदेमंद (Health Benefits of Kadaknath) माना जाता है. अब जब कड़कनाथ मुर्गे की इतनी खासियत है तो फिर इसकी डिमांड भी हमेशा रहती है. इसलिए यह बेहतर कमाई का भी जरिया है. यही नहीं, सरकार भी पोल्ट्री फार्म के लिए आर्थिक मदद देती है. जिससे कई राज्यों में अब लोग कड़कनाथ मुर्गा पालन से जुड़ रहे हैं. इस बिजनेस के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने उत्तर प्रदेश के बिजनौर में United Poultry चलाने वाले अर्शी शम्सी से संपर्क किया. उन्होंने बताया कि नए लोग इस कारोबार की शुरुआत कैसे कर सकते हैं. उनसे सवाल जवाब के अंश: सवाल- अगर कोई कड़कनाथ मुर्गा पालना चाहे तो शुरुआत कहां से करे? सवाल- कितने दिन में चूजे तैयार हो जाते हैं? सवाल- आम पोल्ट्री फार्म के मुकाबले कड़कनाथ का बिजनेस कैसे अलग
है? बता दें, कड़कनाथ मुर्गा पालन के लिए चूजों की मांग इतनी ज्यादा है कि मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) समय पर चूजे नहीं मुहैया करा पा रहे हैं. अच्छी-खासी कमाई कड़कनाथ मुर्गी के चूजे का रेट 70-100 रुपये के बीच है. इसके एक अंडे का रेट 20-30 रुपये तक होता है. कड़कनाथ चिकन आमतौर पर 700-1000 रुपये किलो तक बिकता है. वहीं सर्दियों में जब मांस की खपत ज्यादा होती है, उस वक्त कड़कनाथ मुर्गे के मांस की कीमत 1000-1200 रुपये किलो तक पहुंच जाती है. धोनी में आजमा रहे हैं इसमें हाथ जहां तक इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की बात है तो वे क्रिकेट के बाद अब किसानी और पशुपालन (Poultry Farming) के क्षेत्र में भाग्य आजमा रहे हैं. धोनी ने मध्य प्रदेश के झाबुआ से कड़कनाथ के चूजों की पहली खेप इसी साल की शुरुआत में मंगाई थी. जिसे वो तैयार कर बाजार में बेच चुके हैं, और अब वो कड़कनाथ मुर्गा पालन को विस्तार दे रहे हैं. सबसे ताकतवर मुर्गा कौन सा होता है?जो लड़ाकू, ताकतवर और सबसे महंगे बिकते हैं. डोंग ताओ-डोंग ताओ मुर्गे को ड्रैगन चिकन भी कहते हैं. ये इतना खास है कि आपने ऐसा मुर्गा शायद ही देखा हो. इसमें पुरुष मुर्गे का वजन 5.5 किलो तक होता है जबकि मुर्गी 04 किलो तक की होती है.
दुनिया का सबसे महंगा मुर्गा कौन सा है?'कड़कनाथ' को दुनिया की सबसे महंगी चिकन ब्रीड माना जाता है. 'कड़कनाथ' के मांस में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है.
कौन सा मुर्गा खाना चाहिए?कड़कनाथ मुर्गे चारे में बरसीम और चरी आदि खाते हैं। इन्हें पालने में लागत कम लगती है और मुनाफा काफी ज्यादा होता है। अपनी कई खूबियों के कारण इस मुर्गे की सबसे अधिक मांग है। इसकी एक खास बात यह भी है कि अन्य मुर्गों की तुलना में इसमें वसा और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है, जिसे खाने से शरीर को नुकसान नहीं होता है।
कौन सा मुर्गा अच्छा होता है?कड़कनाथ मुर्गे का मांस सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. इसमें आयरन और प्रोटीन बहुत ज्यादा होता है. जबकि कोलेस्ट्रॉल का मात्रा बेहद कम होता है. जिससे हॉर्ट और डायबिटीज के रोगियों के लिए यह चिकन बेहद फायदेमंद (Health Benefits of Kadaknath) माना जाता है.
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