🇮🇳 🏡Home » Topics » औपचारिक पत्र (Formal Letter Hindi) सेवा में, विषय – अपनी कविता को प्रकाशित कराने हेतु संपादक महोदय को पत्र। मान्यवर, अतः मेरा आपसे अनुरोध है कि आप
अपने प्रतिष्ठित समाचार पत्र के अन्तर्गत मेरी कविता को प्रकाशित करने का कष्ट करें। आपके इस प्रयास निश्चित ही मेरे आत्मविश्वास को बढ़ावा मिलेगा। मैं उम्मीद करता हूं कि आप मुझे निराश नहीं करेंगे। इसके लिए मैं आपका आभारी रहूंगा। भवदीय, List of Topics
Akhbar ke sampadak ko aavedan patra विषय पर विभिन्न कक्षाओं के छात्रों के लिए यहाँ पर पत्र लेखन के उदाहरण दिये गए हैं। पत्र लेखन के इन उदाहरणों के आधार पर आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में भी पत्र लेखन कर सकते हैं। परीक्षा भवन, संपादक विषय – संपादक को आवेदन पत्र। महोदय, सविनय निवेदन है कि मैं आपके अखबार का नियमित पाठक हूं। मैं आपको सूचित करना चाहता हूं कि पिछले 2 दिनों से मेरे निवास स्थान केआस-पास एक खुले क्षेत्र में कुछ अराजक प्रवृत्ति के लोगों के आ जाने के कारण यहां का माहौल बहुत ख़राब हो गया है। रात दिन तेज आवाज में संगीत सुनना, शराब पीकर हंगामा करना ही इनकी दिनचर्या है। टोकने या कहने पर लड़ने को तैयार हों जातें हैं। सधन्यवाद भवदीय संपादक को पत्र। कक्षा (9-10)परीक्षा भवन संपादक, विषय – मोहल्ले में फैली गंदगी के लिए संपादक को आवेदन पत्र। महोदय, सविनय निवेदन है कि मैं आपके अखबार का नियमित पाठक हूं। इस अखबार के माध्यम से मैं आपको बताना चाहता हूं कि मेरे मोहल्ले में इन दिनों गंदगी की गंभीर समस्या है जिसके कारण वहां रहना दूभर हो गया है। अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि आप मेरे मोहल्ले में फैली इस गंदगी के बारे में अपने अखबार में छापी जिससे संबंधित विभाग के कान पर जूं रेंगे। मुझे विश्वास है कि आपके इस कदम से अवश्य ही लभ होगा। इसके लिए मैं आपका सदा आभारी रहूंगा। सधन्यवाद भवदीय अखबार के संपादक को पत्र लिखिए। (6, 7, 8)E-205 संपादक विषय- संपादक को पत्र। महोदय, सविनय निवेदन है कि मैं आपके लोकप्रिय अखबार का नियमित पाठक हूं। आपका अखबार शहर का प्रतिष्ठित अखबार हूं। इस अखबार की लोकप्रियता का कारण ही यही है कि इसमें पक्षपात रहित खबरें छपती हैं। यह अखबार व्यवसायिक नहीं है और जनता की आवाज को अभिव्यक्त करता है। सधन्यवाद भवदीय Patra lekhan in Hindi Class
6 पत्र लेखन के विषय (patra lekhan topics in Hindi), पत्र लेखन प्रारूप Patra Lekhan Formats, औपचारिक पत्र Aupcharik Patra, अनौपचारिक पत्र Anaupcharik Patra आदि के बारे में विस्तार से जानकारी के लिए यह पोस्ट पढ़ें:
आशा है कि अखबार के संपादक को आवेदन पत्र विषय पर प्रस्तुत पत्र लेखन के उदाहरण आपके लिए उपयोगी सिद्ध होंगे। आप इन पत्रों में थोड़ी बहुत फेर-बदल कर मिलते जुलते विषयों पर पत्र लेखन के प्रश्न हल कर सकते हैं।इस पत्र लेखन से मिलते जुलते निम्न विषयों पर पत्र लेखन का अभ्यास आप कर सकते हैं जिनसे आपको परीक्षा में अच्छे अंक लाने में सहता मिलेगी जैसे – अपनी रचना हिंदुस्तान समाचार पत्र में छपवाने के लिए संपादक को पत्र लिखिए, किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र, महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध पर पत्र, किसी दैनिक समाचार पत्र के संपादक को पत्र, किसी दैनिक समाचार पत्र के संपादक को पत्र लिखिए, बढ़ती महंगाई पर संपादक को पत्र, संपादक को पत्र का फॉर्मेट, समाज में बढ़ती सुरक्षा हेतु संपादक को पत्र कृपया अपने सुझाव हमें अवश्य भेजें। Hindi Patra Lekhan Topics
किसी समाचार पत्र के संपादक को पत्र कैसे लिखें?सविनय निवेदन इस प्रकार है कि मैं सूरज प्रजापति, लखनऊ के मीना बाज़ार रोड स्थित नवाबी इलाके का निवासी हूं। तथा मैं परास्नातक अंतिम वर्ष का छात्र हूं। मैं आपके समाचार पत्र का नियमित पाठक हूं। आपके समाचार पत्र द्वारा स्पष्ट, उचित तथा बेबाक खबरों को नियमित रूप से छापा जाता है।
समाचार पत्र लेखन कैसे लिखें?पत्र लेखन कैसे लिखते हैं? सरलता से पत्र लिखें – पत्र लेखन हमेशा सरल, सीधा और स्पष्ट भाषा में होना चाहिए । पत्र लेखन में कठिन शब्दों का प्रयोग नहीं होना चाहिए। पत्र लेखन में अपना उद्देश्य अच्छे से लिखें – पत्र में अपना उद्देश्य को अच्छे से समझाएं, उसमें किसी भी प्रकार की शंका या जिज्ञासा नहीं होनी चाहिए।
संपादक के नाम पत्र में क्या लिखा जाता है?इस प्रकार के पत्र लेखन (Patra Lekhan) के लिए समाचार-पत्रों में 'संपादक के नाम पत्र' एक विशेष कॉलम होता है इसके माध्यम से व्यक्ति अपनी बात को समस्त पाठकों, अधिकारियों और सरकार तक प्रेषित करता है। यही कारण है कि लगभग सभी समाचार-पत्रों में ये पत्र विभिन्न शीर्षकों से प्रकाशित किये जाते हैं।
समाचार पत्र के संबोधन में क्या लिखा जाता है?'विषय' में संक्षिप्त रूप से पत्र के मूल आशय का उल्लेख किया जाता है। संबोधन में व्यक्तियों के लिए महोदय / महोदया का प्रयोग होता है, संस्थाओं या संगठनों के व्यक्तियों के लिए प्रिय महोदय / महोदया का प्रयोग किया जाता है। पत्र का मुख्य भाग अर्थात् कलेवर अत्यंत महत्वपूर्ण है ।
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