Show
सीमेंट उद्योग प्रतिरूप एवं संबंधित समग्र मुद्दे
भूमिकाभवन, बाँध, सड़क, पुल आदि निर्माण कार्यों में सीमेंट की आवश्यकता एवं उपयोगिता अत्यधिक है। भारत जैसे सघन आबादी वाले देश के लिये जो प्रगति की राह पर अग्रसर हैं, सीमेंट उद्योग का विकास बहुत ही आवश्यक है। वर्तमान में भारत चीन के बाद विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक राष्ट्र है। भारत में सीमेंट उपयोग की अवस्थिति के कारक:
भारत में सीमेंट उद्योग का विकास:
वर्तमान में सीमेंट उत्पादन क्षमता एवं वितरण प्रतिरूप:
सीमेंट के प्रमुख उत्पादक क्षेत्र
सीमेंट उद्योग से संबंधित प्रमुख समस्याएँ एवं मुद्दे:
भारत में सीमेंट उद्योग क्या है?भारत की सीमेंट उत्पादन क्षमता वर्ष 2018 में 509 मिलियन टन प्रतिवर्ष है। भारत वैश्विक उत्पादन क्षमता का लगभग 8% सीमेंट उत्पादन करता है। वर्ष 2018-19 में भारत का वास्तविक सीमेंट उत्पादन 337.32 मिलियन टन रहा। एक सर्वेक्षण के अनुसार वर्ष 2020 में भारत की सीमेंट उत्पादन क्षमता 550 मिलियन टन तक पहुँच जाएगी।
सीमेंट की स्थापना कब हुई?पहला सीमेंट संयंत्र 1904 में पोरबंदर, गुजरात में स्थापित किया गया था, जबकि सीमेंट का उत्पादन 1904 में मद्रास (अब चेन्नई) में शुरू किया गया था। विश्व में सबसे पहले आधुनिक ढंग की सीमेंट का निर्माण 1824 में ब्रिटेन के 'पोर्टलैण्ड' नामक स्थान पर किया गया था।
भारत में सीमेंट उद्योग कब शुरू हुआ?भारत में आधुनिक ढंग की सीमेंट बनाने का पहला कारख़ाना 1904 में चेन्नई में लगाया गया, जो असफल रहा। 1912-13 की अवधि में 'इण्डियन सीमेंट कं. लि. ' द्वारा गुजरात के पोरबन्दर नामक स्थान पर कारखाने की स्थापना की गयी, जिससे अक्टूबर 1914 में उत्पादन प्रारम्भ हुआ।
सीमेंट के मुख्य घटक क्या है?सीमेंट मुख्यतः कैल्शियम के सिलिकेट और एलुमिनेट यौगिकों का मिश्रण होता है, जो कैल्शियम ऑक्साइड, सिलिका, एल्यूमीनियम ऑक्साइड और लौह आक्साइड से निर्मित होते हैं।
|