Published on: 9 February 2022, 16:05 pm IST
- 131
बदलती लाइफस्टाइल और खानपान के गलत तरीके के कारण लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित होना एक आम बात है। इसमें गैस की समस्या सबसे कॉमन है। गैस बनना वैसे तो शरीर की एक आम प्रक्रिया है, लेकिन गैस फंस जाना किसी मुसीबत से कम नहीं। यह जब छाती में फंसती है, तो हार्टअटैक के दर्द और गैस के दर्द में ज्यादा अंतर मालूम नहीं पड़ता। कई लोग छाती में फंसी गैस के दर्द को हार्ट अटैक का दर्द भी समझ लेते हैं, क्योंकि यह काफी परेशान करने वाला होता है। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हो चुके हैं, तो जानिए इसका कारण और बचाव के उपाय।
सीने में तेज़ दर्द हो सकता है छाती में गैस फंसने का लक्षण
गैस के कारण भी होता है छाती में दर्द। चित्र : शटरस्टॉकगैस के कारण शरीर के कई हिस्सों में दर्द हो सकता है। इसमें छाती भी शामिल है। गैस फंस जाने की समस्या असुविधाजनक है। हालांकि आमतौर पर यह चिंता का कोई बड़ा कारण नहीं होता है। लेकिन यदि कुछ समय बाद अपने आप गैस पास न हो, तो यह गंभीर स्थितियों का संकेत हो सकता है।
यहां हैं छाती में गैस फंसने के लक्षण
- सीने में दर्द होना
- घबराहट होना
- गैस फंसी हुई महसूस होना
- थोड़ी-थोड़ी गैस पास होना और खट्टी डकार आना
- सीने में भारीपन और जकड़न महसूस होना
जानिए किन कारणों से छाती में फंसने लगती है गैस
गैस का दर्द अक्सर छाती के निचले हिस्से में महसूस होता है और कुछ खाद्य पदार्थों या पदार्थों की खराब प्रतिक्रिया के कारण हो सकता है।
खराब खान-पान
ज्यादातर सीने में गैस के दर्द के लिए खाद्य असहिष्णुता जिम्मेदार होती है। यदि आप लैक्टोज असहिष्णुता से पीड़ित हैं, तो डेयरी उत्पाद गैस निर्माण के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। जिससे सीने में तेज़ दर्द हो सकता है। कई मसालेदार और तैलीय भोजन भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।
दवाओं के साइड इफेक्ट्स
दवाइयों के साइड इफेक्ट्स से भी बनती है गैस। चित्र: शटरस्टॉककई दवाओं के साइड इफेक्ट्स के कारण भी सीने में गैस चढ़ सकती है। यदि आपको कोई बीमारी है, जिसकी दावा चल रही है या हाल ही में आपको किसी ऑपरेशन से गुजरना पड़ा है, तब भी आपके सीने में गैस फंस सकती है। ऐसे में आपको अपने डाक्टर से परामर्श करके उचित उपचार की जरूरत है।
फूड प्वाइजनिंग
फूड पॉइजनिंग से सीने में अचानक गैस का दर्द हो सकता है। यह हानिकारक बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी युक्त भोजन खाने के कारण होता है। अन्य लक्षण, जो कुछ घंटों से लेकर कुछ दिनों तक कहीं भी रह सकते हैं, उनमें जी मिचलाना, उल्टी आना, बुखार, पेट में दर्द, गैस अटक जाना शामिल है।
इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज
इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज जैसे अल्सरेटिव कोलाइटिस या क्रोहन रोग, आपकी समस्या के पीछे का मुख्य कारण हो सकते हैं। यह सभी रोग आंतों में गंभीर सूजन पैदा करते हैं। जिससे पाचन प्रभावित होता है और गैस बनना शुरू हो जाती है।
इन घरेलू उपचार की मदद से आप पा सकती हैं छाती में फंसी गैस से छुटकारा
अदरक
आप की गैस की समस्या में अदरक आपकी बहुत सहायता कर सकती है। यदि गैस छाती में फंस गई है और बहुत प्रयास के बाद भी नहीं पास हो रही है, तो अदरक का घरेलू नुस्खा काम आएगा। एनसीबीआई के डाटा के अनुसार अदरक के सभी रूप पाचन को बढ़ावा देने वाले होते हैं। 2020 में अदरक को लेकर किए गए ट्रायल में यह पाया गया कि गैस में अदरक मदद कर सकती है।
गुनगुना पानी और अजवाइन
थोड़ी सी अजवाइन आपको गैस की समस्या से जल्द राहत दिलाने में मददगार है। अजवाइन को पाचन के लिए काफी अच्छा बताया गया है। इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको बस पहले थोड़ी अजवाइन चबानी है और ऊपर से गुनगुना पानी पीना है। कुछ ही देर में आपको राहत मिल जाएगी।
लहसुन
गैस की समस्या से जल्द राहत पाने में लहसुन भी आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए आपको लहसुन सुखा कर काली मिर्च के साथ पीस लेना है। चूर्ण के रूप में गैस फंस जाने पर इसका इस्तेमाल करना है। लहसुन आपकी पाचन क्रिया को बढ़ावा देता है। यह आराम दिलाने में बेहद मददगार है।
गर्म पानी और नींबू
डाइजेशन के लिए नींबू एक सुपरफूड है। इसमें ऐसे एसिड मौजूद होते हैं, जो हाइड्रोक्लोरिक एसिड के निर्माण को ट्रिगर करता है, जो भोजन को तोड़ता है। नींबू गैस और सूजन के इलाज में भी कारगर है। इसके लिए आपको गर्म पानी के साथ नींबू शामिल करके इस्तेमाल करना है।
यह भी पढ़े : बच्चों की ओरल हेल्थ के लिए भी जरूरी है पेरेंट्स की अच्छी ओरल हाइजीन, एक्सपर्ट बता रहे हैं इसका कारण
गैस की परेशानी आमतौर पर छाती के निचले हिस्से में महसूस होती है और यह किसी विशेष खाद्य पदार्थ या दवाओं के रिएक्शन से लेकर किसी गंभीर चीज के कारण हो सकती है. कुछ लोगों में कार्बोनेटेड ड्रिंक और शराब गैस का कारण बन सकती है. इतना ही नहीं, अगर किसी व्यक्ति को किसी खाद्य-पदार्थ से एलर्जी या सेंसिटिविटी है, तो इससे भी गैस का दर्द हो सकता है.
वहीं, कुछ लोगों में गॉलब्लैडर डिजीज या फिर सूजन की स्थिति जैसे पेट में दर्द, दस्त और कब्ज के कारण भी छाती में गैस की समस्या हो सकती है. आइए, विस्तार से जानते हैं कि छाती में गैस के कारण क्या-क्या होते हैं -
खाद्य पदार्थों के प्रति असंवेदनशीलता
छाती में गैस किसी विशेष खाद्य-पदार्थ के प्रति असंवेदनशीलता के कारण भी हो सकती है. अगर किसी को लैक्टोज इनटॉलेरेंस है, तो डेयरी प्रोडक्ट खाने से छाती में गैस बनना शुरू हो सकती है. इसी तरह, अगर किसी को सीलिएक डिजीज या ग्लूटेन से परेशानी है, तो खाने में गेहूं की थोड़ी-सी मात्रा भी छाती में गैस की समस्या उत्पन्न कर सकती है.
(और पढ़ें - गैस का दर्द कैसे दूर करें)
फूड पॉइजनिंग
खराब खाना खाने से फूड पॉइजनिंग हो सकती है, जो छाती में गैस का कारण बन सकती है. ऐसा हानिकारक बैक्टीरिया, वायरस या पैरासाइट युक्त खाना खाने के कारण होता है. इस कारण बुखार, जी मिचलाना, उल्टी, दस्त और मल में खून भी आ सकता है.
(और पढ़ें - गैस का होम्योपैथिक इलाज)
सूजन की स्थिति
छाती में गैस इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज, जैसे - अल्सरेटिव कोलाइटिस या क्रोहन डिजीज के कारण हो सकता है, जो इंटेस्टाइन में सूजन का मुख्य कारण बनता है और डाइजेशन को प्रभावित करता है. इसके अलावा, लक्षण के तौर पर पेट में दर्द, डायरिया, कब्ज, स्टूल में खून आना, वजन घटना और थकान का अनुभव हो सकता है.
(और पढ़ें - गैस बनने पर क्या खाना चाहिए)
इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम
इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम एक नॉन-इंफ्लेमेटरी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर है, जो कई प्रकार के लक्षणों का कारण बनता है. ये लक्षण आमतौर पर तनाव के कारण होते हैं व खाने के बाद ये और भी खराब हो सकते हैं. इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम सीने में गैस के दर्द के साथ-साथ पेट में ऐंठन, दर्द, कब्ज और डायरिया का कारण भी बन सकता है.
(और पढ़ें - गैस बनने पर क्या करें)
गॉल-ब्लैडर डिजीज
गॉल-ब्लैडर डिजीज और गॉल स्टोन के कारण भी गैस बन सकती है और सीने में दर्द हो सकता है. ऐसा तब होता है, जब किसी मेडिकल अवस्था के कारण गॉल-ब्लैडर पूरी तरह से खाली नहीं हो पा रहा है. इस कारण से पेट में अतिरिक्त गैस बन सकती है, जिसके चलते छाती में दर्द हो सकता है.
(और पढ़ें - गैस के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट्स)