सरपंच के कार्य और अधिकार छत्तीसगढ़ - sarapanch ke kaary aur adhikaar chhatteesagadh

Roles Responsibility of Panch Sarpanch and Gram Panchayat Duties Powers Functions in India

सरपंच के कार्य और अधिकार छत्तीसगढ़ - sarapanch ke kaary aur adhikaar chhatteesagadh

पंच और सरपंच का चुनाव, ग्राम पंचायत के कार्य व सरपंच का पढ़ा लिखा होना क्यों जरुरी है - जानने के लिए इस लेख को पढ़ें

एक पढ़ा लिखा सरपंच क्यों जरुरी है, हरयाणा सरकार पढ़े लिखे पंच और सरपंच के लिए क्यों केस लड़ रही है, गाँव में सरपंच की क्या भूमिका होती है व एक मुखिया के रूप में सरपंच के क्या कार्य होते है जानने के लिए इस लेख को पढ़ें!  इस लेख के द्वारा आपको समझ आ जायेगा की ग्राम पंचायत के कार्य क्या है, अगर इन सभी कार्यों को एक सरपंच या यूँ कहें ग्राम पंचायत सही से करे और अपना फर्ज सही से निभाए तो देश का भला जरूर होगा लेकिन अगर बहु सरपंच होगी और घूँघट में रहेगी और सरपंची ताऊ जी करेंगे, जो बिलकुल अंगूठा टेक है तो देश का भला क्या खाख करेंगे! अब हमारे पप्पू भैया और तेजस्वी यादव जैसे लोग उप-मुख्यमंत्री बनेंगे तो हम वापिस अठारवीं सदी में जरूर चले जायेंगे!    

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इस लेख को पढ़कर आपको जरूर ये मान लेना चाहिए की हरयाणा की बीजेपी सरकार ने एजुकेशन क्राइटेरिया पंच और सरपंच के लिए रख्खा है, वो क्यों जरुरी है! एक सरपंच गाँव की रीढ़ होता है और जब गाँव का मुखिया ही अनपढ़ होगा तो गाँव को क्या प्रोत्साहित करेगा! जब गाँव का सरपंच ही गंदगी में जियेगा तो सफाई अभियान क्या चलाएगा, गाँव का सरपंच खुद चोर और बईमान होगा तो क्या वह ईमानदारी की बात करेगा! अगर खुद गाँव में शराब बाटेगा तो गाँव से कुरीतियों को कैसे दूर करेगा! इसलिए ये जरुरी है की गाँव का सरपंच ईमानदार हो, पढ़ा लिखा हो और गाँव की भलाई चाहने वाला हो तभी वह गाँव और देश का भला कर सकता है!    

भारत में ग्राम पंचायत (Gram Panchayat in India) :

भारतीय पंचायती राज सिस्टम के अनुसार, भारत के किसी भी गाँव और शहर में ग्राम पंचायत अपने आप में एक लोकल गवर्नमेंट का काम करती है! एक ग्राम पंचायत का चुनाव ५ साल के लिए किया जाता है! इसमें कुछ सीट SC, BC और औरतों के लिए पापुलेशन और ग्रुप की मेजोरिटी के आधार पर रिजर्व्ड होती है! भारत में करीब 250000 ग्राम पंचायत है! 

ग्राम पंचायत की जिम्मेवारी, उसके अधिकार व कार्य (Duties, Powers and Functions of Gram Panchayat) :

भारत में मुख्य रूप से ग्राम पंचायत की निम्नलिखित जिम्मेवारी होती है!

1. घरेलु उपयोग के लिए पानी का इंतजाम करना

2. गाँव में पशुओं के पीने के पानी की व्यवस्था करना व पोखड़ यानी जोहड़ का रख रखाब करना

3. पशु पालन व्यवशाय को बढ़ावा देना, दूध बिक्री केंद्र और डेरी की व्यवस्था करना! साथ में दुधारू पशुओं के लिए उनके अच्छे खाद्य पदार्थों का इंतजाम करना व पशुओं को बीमारी से बचाव के उपाय करना व फैलने वाली बीमारी से बचाना 

4. गाँव के रोड को पक्का करना, उनका रख रखाव करना व पानी के ड्रेनेज की व्यवस्था करना

5. सिचाई के साधन की व्यवस्था करने में ग्रामीणों की मदद करना

6. गाँव में स्वच्छता बनाये रखना व ग्रामीणों की सेहत और स्वास्थ्य के लिए जरुरी इंतजाम करना

7. गाँव में पब्लिक बिल्डिंग्स, घास वाली जमीन, जंगल, पंचायती जमीन, गाँव के कुओं, गाँव के टैंक और पथवेज़ को बनाना, उनको रिपेयर करना और उनका रख रखाव करना

8. गाँव के पब्लिक प्लेसेस जैसे की विलेज चौपाल, गली व सामाजिक स्थानों पर लाइट्स का इंतजाम करना

9. गाँव में मेले, दंगल, कबड्डी, बाजार और पब्लिक मार्किट में व्यवस्था बनाये रखना और जहाँ जरुरी ही पार्किंग और स्टैंड की व्यवस्था करना

10. दाह संस्कार (Cremation) व कब्रिस्तान (Cemetery) का रख रखाव करना

11. एग्रीकल्चर डेवलपमेंट प्रोग्राम में हिस्सा लेना व ग्रामीणों को कृषि से सम्बंधित डेवलपमेंट्स के बारे में बताना और कृषि को बढ़ावा देने वाले प्रयोगों को इस्तेमाल करने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित करना

12. गाँव में आर्गेनिक खेती को बढ़ावा देना व देसी विदेशी का फर्क बताकर ग्रामीणों को देसी वस्तुओं का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना

13. गाँव में पब्लिक लाइब्रेरी की स्थापना करना, प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा देना और जरुरी हो तो ऊँचे लेवल के स्कूल की स्थापना के लिए जरुरी कार्यवाही करना

14. बच्चों के लिए खेल के मैदान का इंतजाम करना व खेल कूद से सम्बंधित सामान की व्यवस्था करना! साथ में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता कराकर बच्चों में खेल और पढाई की भावना को प्रोत्साहित करना 

15.स्वछता अभियान को आगे बढ़ाना, गाँव में पब्लिक टॉयलेट और लैट्रिन बनाना व उनका रख रखाव करना! साथ में घरेलु लैट्रिन बनाने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित करना 

16. ग्रामीण रोड्स व पब्लिक प्लेसेस पर पर पेड़ लगाना व उनका रख रखाव करना! ग्रामीणों में वृक्षारोपण की भावना को बढ़ावा देना 

17. गाँव के टैक्सेज जैसे की चूल्हे टैक्स वगेरा की कलेक्शन करना

18. गर्ल चिल्ड्रन को बचाने व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ स्कीम को आगे बढ़ाना

19. ग्रामीणों को दुर्व्यशन जैसे की शराब की बुरी लत, ड्रग्स का इस्तेमाल करने आदि से दूर रहने की सलाह देना और जरुरी हो तो इन सब बातों को बढ़ावा देने वाले लोगों के विरुद्ध कार्यवाही करना

20. गाँव में फारेस्ट स्कीम इंट्रोडूस करना व गाँव में आमदनी वाले पेड़ पोधे लगाने के लिए ग्रामीणों को प्रोत्साहित करना

21. चौकीदार के साथ मिलकर जनम मृत्यु विवाह आदि का रिकॉर्ड रखना और एडमिनिस्ट्रेशन को इन्फॉर्म व अपडेट करना

22. गरीब बच्चों के लिए फ्री एजुकेशन और ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था करना

23. जवान बच्चों के लिए हायर एजुकेशन व जॉब ओरिएंटेड प्रोग्राम की व्यवस्था व उनको अपडेट करना

24. गाँव में भाई चारे का माहौल बनाना, झगड़ों को सुलझाना व दोस्ताना माहौल पैदा करना

25. गाँव की भलाई के लिए सरकार से ग्रांट और गरीबों के मदद के रास्ते तलाशना

26. गाँव में किसी भी अनहोनी की सूरत में मिल बैठकर सबके दुःख को बाटना व समस्या का समाधान करना

28. आगनवाड़ी केंद्र को सुचारू रूप से चलाने में मदद करना

29. गरीबों के लिए प्लाट काटना व ग्राम पंचायत की जमीन को पटटे पर देना

30. सरकार के डिजिटल हरयाणा और डिजिटल इंडिया मिशन में सहयोग करे, लोगों को जागरूक करे व सबका साथ सबका विकाश करते हुए गाँव और देश को आगे ले जाने में मदद करे

31. मनोरंजन, सोशल वेलफेयर स्कीम, बचत भावना, इन्शुरन्स, कृषि ऋण, मुआवजा, राशन कार्ड, वोटर कार्ड, पेन कार्ड, पासपोर्ट, पब्लिक/ गवर्नमेंट स्कीम, स्वछता अभियान, कन्या बीमा योजना आदि के बारे में जानकारी रखना, उनके जरुरी फॉर्म रखना व इन सभी कार्यों के लिए जितना जरुरी हो मदद करना

सरपंच का चुनाव, रोल और जिम्मेवारी (Election of Sarpanch, Sarpanch Roles and Responsibility) :

सरपंच गाँव का मुखिया होता है उसे गाँव के मुखिया के रूप में गाँव की भलाई के लिए फैसले लेने होते है और ग्राम पंचायत के लिए जो कार्य ऊपर लिखे गए है उनमें सरपंच की अहम भूमिका होती है!  इन सभी कार्यों को करने के लिए सरपंच के पास पावर होती है, इन कार्यों को करने की उसकी जिम्मेवारी होती है और उसका दायित्व होता है की वह गाँव की भलाई के लिए हर वह सामाजिक कार्य करे जिससे जन जन का भला होता हो! उसे सभी के सुख दुःख में शामिल होना चाहिए व एक सच्चे सेवक की भांति कार्य करना चाहिए!  

पंच का चुनाव, उसकी जिम्मेवारी व कर्तव्य (Panch Responsibility and Duties) :

पंच का चुनाव एक वार्ड में किया जाता है! एक विलेज पंचायत में 5 से लेकर 21 मेंबर तक हो सकते है! गाँव की पापुलेशन के आधार पर पंच की कुछ सीट SC, BC और लेडीज के लिए रिजर्व्ड होती है!  पंच भी गाँव में एक बहुत ही महत्तवपूर्ण भूमिका निभाता है, पंच की मेजोरिटी के आधार पर ही एक सरपंच कोई कार्य प्लान और परफॉर्म कर सकता है! जबतक सरपंच के पास पंच की मेजोरिटी नहीं होगी वह कोई कार्य नहीं कर सकता है! 

अब आप समझ गए होंगे की हरयाणा सरकार पढ़े लिखे लोगों को आगे लाने के लिए क्यों केस लड़ रही है! कृपया आप भी इसमें सहयोग करें और अपने गाँव में पढ़े लिखे लोगों को आगे लाएं ताकि गाँव, तहसील, जिला, राज्य और आखिर में या यूँ कहें शुरू से देश की भलाई करें!   

कृपया इस लेख के बारे में निचे कमेंट करें व अपने दोस्तों को फॉरवर्ड करें!

PS : As you are aware, where there is no modernisation - there is no improvement.  Present day needs modern panches, modern sarpanches, and in the same way functions of the gram panchyats are changed and modernisation of gram panchayats are very much necessary.  Here it may be noted that without an educated panch or sarpanch, how we can digitalize our panchayats and how we can modernize our panchayats.  Haryana Goverment has taken a step forwarded making education as mandatory requirement for sarpanch and panches and only modern or young sarpanch can make good things for the villages and municipal system.

India is a great country but we are lagging behind in our education system.  As you all are aware the that India lives in villages and when sarpanch of a village is uneducated then how he can promote and encourage villagers for advancement and improvement in the village children.  May be you have already gone through the responsility of sarpanches, responsibility of punches and functions of gram panchayats in India then also you are aware that above function cannot be performed by uneducated sarpanches and panches.  To perform duties and fuctions properly by a sarpanch or panch, a panch should be educated, a sarpanch should be educated and participation of women in Indian Panchayats to be improved.

Hope you are agree my viewpoint of educated sarpanches and educated panches.  If yes forward this message to your friends and help Haryana Government to bring such improved systems in the State.  Only an educated sarpanch can do better for the village and ultimately for the country.

पधारने के लिए धन्यवाद  (Thanks for your visit, pleaes visit again)!

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छत्तीसगढ़ पंचायती राज अधिनियम की धारा कितनी है?

छत्तीसगढ़ पंचायती राज अधिनियम 1993 की धाराएं - Panchayati Raj Adhiniyam 1993 Dhara. पंचायती राज अधिनियम 1993 में कुल 132 धाराएं एवं 15 अध्याय है।

छत्तीसगढ़ पंचायती राज अधिनियम क्या है?

संविधान के 73 वें संशोधन द्वारा पंचायती राज व्यवस्था को सभी राज्य में अनिवार्य रूप से लागु करने का प्रावधान किया गया है . छत्तीसगढ़ सहित एक्किकृत मध्यप्रदेश देश का प्रथम राज्य था जहाँ 73 वें एवं 74 वें संविधान संशोधन के अनुरूप पंचायती राज व्यवस्था एवं नगरीय स्वशासन की व्यवस्था लागु की गया थी.

सरपंच को अंग्रेजी में क्या कहा जाता है?

उत्तर :- सरपंच को इंग्लिश में Head of Panchayat अथवा Head कहते हैं।

छत्तीसगढ़ में कुल ग्राम पंचायत कितने हैं?

छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 में बने प्रावधान अनुसार प्रदेश में पंचायत राज संस्थाओं का संचालन एवं गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जाता है। प्रदेश में त्रि-स्तरीय पंचायतराज संस्थाओं के अंतर्गत 27 जिला पंचायतें, 146 जनपद पंचायतें एवं 11664 ग्राम पंचायतें स्थापित है।