संस्कार और भावना एकांकी से हमें क्या संदेश दिया गया है? - sanskaar aur bhaavana ekaankee se hamen kya sandesh diya gaya hai?

संस्कार और भावना एकांकी का उद्देश्य क्या है?

Answer: संस्कार और भावना एक पारिवारिक एकांकी है . इसके माध्यम से एकांकीकार विष्णु प्रभाकर जी ने पारिवारिक संबंधों का गहराई से मार्मिक व सजीव चित्रण किया है . एकांकी का मुख्य उद्देश्य यह दिखाना है कि आपसी रिश्तों व संबंधों में प्रेम व स्नेह से बढ़कर और कुछ नहीं होता है .

संस्कार और भावना इस एकांकी के एकांकीकार कौन है?

संस्कार और भावना में विष्णु प्रभाकर जी ने मानवीय भावनाओं के बीच के द्वंद्व को बहुत मार्मिक ढंग से प्रस्तुत किया है। वे इस एकांकी के माध्यम से यह सन्देश देते हैं कि लोग पारंपरिक रुढ़िवादी संस्कारों की रक्षा करना अपना कर्तव्य समझते है। इसके कारण वे अपने निकट संबंधियों से भी रिश्ता तोड़ देते हैं।

संस्कार और भावना एकांकी के मुख्य पात्र इनमे से कौन है?

काशक: उ राख ड मु िव िव ालय; मु क: उ राख ड मु िव िव ालय।

संस्कार और भावना एकांकी में संस्कार कब शत्रु बन जाते हैं?

उत्तर : माँ के बड़े बेटे अविनाश ने एक विजातीय बंगाली लड़की से विवाह किया था, पर पुराने संस्कारों की दासता में जकड़ी माँ उस विजातीय युवती को बहू के रूप में स्वीकार नहीं कर पाई। तब अविनाश ने माँ से कहा था कि संस्कारों की दासता सबसे भयंकर शत्रु है।