Download Solved CBSE Sample Papers for Class 9 Hindi A Set 5 2019 PDF to understand the pattern of questions asks in the board exam. Know about the important topics and questions to be prepared for CBSE Class 9 Hindi A board exam and Score More marks. Here we have given Hindi A Sample Paper for Class 9 Solved Set 5. हल सहित खण्ड ‘क’ : अपठित बोध 2. निम्नलिखित पद्यांश पर पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तर लिखिए- खण्ड ‘ख’: व्याकरण 4. (i) अर्थ के आधार पर निम्नलिखित वाक्यों को पहचान कर उनके भेद लिखिए 5. निम्न पंक्तियों में अलंकार बताइए- मैंने उसको जब-जब देखा (ख) कोलाहल बैठा सुस्ताने खण्ड ‘ग’ : पाठ्यपुस्तक व
पूरक पाठ्य पुस्तक 7. निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए- (ख) नाना साहब के पुत्र, कन्या अथवा संबंधी को मार दिया जा। (ग) दर्शनार्थियों में गुरुदेव से मिलने की तीव्र इच्छा होना, समय असमय, स्थान, आस्था, अवस्था या अनवस्था पर ध्यान न देना। रोकते रहने पर भी दर्शन हेतु पहुँच जाना इससे गुरुदेव भयभीत रहते थे। व्याख्यात्मक हल : | दर्शनार्थी गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर से मिलने की तीव्र इच्छा रखते थे। वे इसके लिए न तो समय का न स्थान का कोई ध्यान रखते थे। वे दर्शनार्थी रोकते-रोकते भी दर्शन हेतु पहुँच जाते थे। इससे गुरुदेव भयभीत रहते थे। (घ) लगभग 200 वर्षों के बाद महादेवी जी ने परिवार में जन्म लिया। महादेवी जी के बाबा ने दुर्गा पूजा करके कन्या माँगी भी थी इसलिए उनके जन्म के समय सब उत्साहित थे क्योंकि कई पीड़ियों के पश्चात् कन्या ने जन्म लिया था। बाद में उन्हें सभी लाड़-प्यार से रखते थे। 8. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दीजिए- बूढे पीपल ने आगे बढ़कर जुहार की, (क) बूढ़े पीपल ने ही सबसे
पहले जुहार क्यों की? 9. निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए- 10. लेखिका मृदुला गर्ग के बागलकोट में स्कूल खोलने के प्रयास का वर्णन कीजिए तथा बताइए कि आपको इससे क्या शिक्षा मिलती है ? खण्ड ‘घ’ : लेखन अथवा (ख)
राजनीति और भ्रष्टाचार अथवा (ग)
मेरी प्रिय पुस्तक सिंकेत भारत के गाँव प्रकृति के झूले हैं। हरे-भरे खेत, झूमती सरसों, बरसता सावन, खुली हवा, सुगंधित हवा के झोंके, निर्दोष वातावरण, प्रदूषण से मुक्त रहन-सहन, शांत मनोरम, ऋतु-चक्र, कुकती कोयल, नाचते मोर, धन-धान्य से भरे खेत-खलिहान-यह है गाँव का मनोरम दृश्य। इन बातों को देखकर प्रत्येक व्यक्ति का मन गाँवों में बसने को करता गाँवों का सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन भी अत्यन्त मनोहारी है। यहाँ के निवासी स्वभाव से सरल-हृदय, भोले और मधुर होते हैं। यही कारण है कि वे प्रकृति की हर लय पर नाचते-गाते और गुनगुनाते हैं। होली, दीपावली, तीज और त्योहारों पर ग्रामवासियों की मस्ती देखने योग्य होती है। ग्रामवासी भाई-चारे के अटूट बंधन से बँधे होते हैं। इसलिए वे एक-दूसरे के सुखदुःख में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। यहाँ की सामाजिक परम्पराएँ भी बहुत गीली हैंविवाह की रस्में, विदा के क्षण ग्रामवासियों की भावुकता को प्रकट करते हैं। ग्रामीण जीवन परिश्रम का प्रतीक है। यहाँ निकम्मे, निठल्ले, व्यक्ति का क्या काम? यहाँ के परिश्रमी किसान सारे देश के लिए अन्न उपजाते हैं और मजदूर लोग बड़े-बड़े भवन, बाँध, सड़क, वस्त्र-उद्योग आदि को चलाने में अपनी सारी ताकत लगा देते हैं। भारत के गाँव बहुत सुन्दर होते हुए भी प्रगति की दृष्टि से पिछड़े हुए हैं। यहाँ सड़कें, स्वच्छ जल, वैज्ञानिक सुख-साधन, संचार व्यवस्था, विकसित बाजार, शिक्षालय और चिकित्सालय नहीं हैं। यही कारण है कि सारी सुन्दरता के होते हुए भी वे उपेक्षित हैं। गाँवों को शहरों जैसा सुन्दर बनाने की चिन्ता किसी को नहीं है। अथवा (ख)
राजनीति और भ्रष्टाचार प्राचीन काल में राजनीति शुद्ध एवं परिष्कृत थी। उसमें भ्रष्टाचार व संकुचित मानसिकता नहीं थी। नेता लोग अपने स्थान पर पूरे देश के विषय में सोचते थे। उनके लिए अपने सुख के साधन जुटाने के स्थान पर देश की जनता का सुख सर्वोपरि था। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमारा स्वतंत्र देश है। | आज के समय में नेताओं में सत्ता को पाने की होड़ लगी हुई है। वे उसे प्राप्त करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इसके लिए वे जनता को धर्म, साम्प्रदायिकता, जाति के नाम पर बाँटने से भी नहीं चूकते हैं। वे सत्ता को पाने के लिए जनता के हितों का भी ख्याल नहीं करते हैं। आजकल सभी क्षेत्रों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। चाहे वह सरकारी क्षेत्र हो या निजी क्षेत्र। प्रत्येक क्षेत्र का उच्च से निम्न अधिकारी इसमें लिप्त है। आज के समय में छोटे से छोटा काम भी इसी कारण होने से रुकता भी है और होता भी है। राजनीति में भ्रष्टाचार के कारण देश की प्रगति अवरुद्ध हो रही है। जिससे देश का भविष्य संकट में आ गया है। इस दिशा में तत्काल प्रयास की आवश्यकता है। हमें भ्रष्टाचार को दूर करने के उपायों पर समवेत रूप से ध्यान देना होगा। अथवा (ग) मेरी प्रिय पुस्तक साधारण लोग इसे रामायण के नाम से जानते हैं। इस ग्रन्थ में स्थान-स्थान पर तुलसीदास जी के सहज नाटकीय रचना कौशल और सूझ-बूझ के दिग्दर्शन होते हैं। रामचरितमानस का आरम्भ और अन्त संवाद से होता है। इसके मुख्य संवाद तीन हैं (1) उमा-शंभु संवाद, (2) गरुण काकभुशुण्डि संवाद तथा (3) याज्ञवल्क्य-भारद्वाज संवाद। रामचरितमानस हिन्दी का ही नहीं अपितु समस्त विश्व साहित्य का गौरव ग्रन्थ है। यह सात काण्डों में विभक्त ग्रन्थ है (1) बालकाण्ड, (2) अयोध्या काण्ड, (3) अरण्य काण्ड, (4) किष्किन्धा काण्ड, (5) सुन्दर काण्ड, (6) लंका काण्ड और (7) उत्तर काण्ड ।। काव्यात्मक सौन्दर्य की दृष्टि से यह अनुपम ग्रन्थ है। रामचरितमानस में मुख्यतः श्रृंगार, वीर और शान्त रसों का समावेश है। इसमें ज्ञान, भक्ति, शैव, वैष्णव, गृहस्थ और संन्यास का पूर्ण समन्वय मिलता है। इसके अतिरिक्त साहित्यिक दृष्टि से यह कृति हिन्दी साहित्य उपवन का वह कुसुमित फूल है जिसे सुंघते ही तन-मन में एक अनोखी सुगन्ध का संचार हो जाता है। यह ग्रन्थ दोहा चौपाई में लिखा महाकाव्य है। इस महाकाव्य का हर काण्ड भाषा, भाव आदि की दृष्टि से पुष्ट और उत्कृष्ट है और प्रत्येक काण्ड का आरम्भ और अन्त संस्कृत के श्लोकों से होता है। तत्पश्चात कथा फलागम की ओर बढ़ती है। निश्चय ही ‘रामचरितमानस’ अपने कथासूत्र, नैतिक उद्देश्यों एवं राम जैसे आदर्श नायक के कारण पाठकों पर अपना अमिट प्रभाव डालने वाली पुस्तक है। 12. वन विभाग द्वारा लगाए गए पौधे सूखते जा रहे है। इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए किसी समाचारपत्र के सम्पादक को पत्र लिखाइए। मैं इस पत्र के माध्यम से सम्बन्धित अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट करके यह अनुरोध करूंगा कि भविष्य में जहाँ भी पौधे लगाए जाएँ, उनमें पानी आदि देने की जिम्मेदारी का निर्वहन भी विभागीय स्तर पर किया जाए अथवा जिस परिसर में पौधारोपण किया गया है वहाँ के अधिकारियों को इनकी देखभाल का उत्तरदायित्व सौंपा जाय तभी वृक्षारोपण और वन महोत्सव का कार्यक्रम सफल 13. सचिन के रिटायरमेंट को लेकर आपके और आपके दोस्त के बीच हुये संवाद को लगभग 50 शब्दों में लिखिये। We hope the Solved CBSE Sample Papers for Class 9 Hindi A Set 5, help you. If you have any query regarding CBSE Sample Papers for Class 9 Hindi A Solved Set 5, drop a comment below and we will get back to you at the earliest. |