क्षैतिज वितरण जिससे अभिप्राय है की सरकार के विविध अंग से है। किसी भी देश को चलाने व उस देश/राष्ट्र पर शासन करने के लिए क्षैतिज वितरण का होना बहुत जरूरी माना जाता है अगर वो देश लोकतांत्रिक है तो उस देश के लिए काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। क्षैतिज वितरण मे
विधायिका (Legislative) ,कार्यपालिका (Executive)और न्यायपालिका (Judiciary) सत्ता के इस बटवारे को हम क्षैतिज वितरण कहते है। क्षैतिज वितरण मे सरकार के विविध अंग एक दूसरे पर नजर भी रखती है और सरकार को किसी भी कार्य मे बहुत कम समय लगता है। इसे हम ऐसे समझ सकते है की अगर किसी काम को एक व्यक्ति करता है तो उस कार्य को करने मे बहुत समय लगता है अगर वही कार्य 3 व्यक्ति द्वारा किया जाए तो वही कार्य जल्दी भी होगा और अच्छे से भी हो सकता है क्यूंकि 3 व्यक्तियों का अपना -अपना कार्य काफी अच्छे से
जानते है। * विधायिका (Legislative) के अगर हम मुख्य कार्य की बात करें तो वो कार्य कानून बनाना है और यह भारत ससकर का बहुत महत्वपूर्ण अंगों मे से एक है क्यूंकि भारत देश भी एक लोकतांत्रिक देश है। * कार्यपालिका (Executive) के मुख्य कार्य की बात की जाए तो वो जो विधायिका (Legislative) द्वारा जो कानून बनाया जाता है उस कानून को पूरे देश मे लागू करने का काम भारत मे कार्यपालिका (Executive) करती है। * न्यायपालिका
(Judiciary) का मुख्य कार्य है की जो भी कानून का सही से पालन नहीं करता है या कानून का उलंघन करता है तो उसे दंड देने का अधिकार है। जो भारत सरकार की बहुत से भी बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है और भारत देश न्यायपालिका (Judiciary) को स्वतंत्र और सर्वोच्चय माना जाता है यह बात भारत के संविधान मे लिखी हुई है। अगर किसी कार्य बाँट दिया जाए और कह दिया जाए की आप एक दूसरे पर नजर भी रख सकते हो की कोई अपनी शक्तियों का द्रुउपयोग ना करें और कह भी दिया जाए की आप एक दूसरे के बिना कुछ भी
नहीं हो तो नहीं चहा कर भी आप अपनी मनमानी नहीं कर सकते इसी प्रणाली को हम “नियंत्रण और संतुलन की प्रणाली” (system of checks and balance) के नाम से जानते है। ऐसे मे हम कह सकते है की अगर देश मे विधायिका (Legislative) कानून बनाएगी नहीं तो कार्यपालिका (Executive) कानून को लागू क्या करेगी। अगर कानून लागू ही नहीं होगा तो न्यायपालिका (Judiciary) न्याय कैसे करेगी। @Roy Akash (pkj) Solution : (1) जब शासन के विभिन्न अंग जैसे विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच सत्ता के बँटवारे की व्यवस्था हो तब इसे सत्ता का क्षेतिज वितरण कहा जाता है। (2) भारत में राष्ट्रपति और मंत्री परिषद कार्यपालिका के रूप में कार्य करते हैं। वैसे ही संसद विधायिका तथा सर्वोच्च न्यायालय, न्यायपालिका के भाग होते हैं। इनके बीच शक्तियों का विभाजन होता है ताकि कोई भी सत्ता का असीमित उपयोग नहीं कर सके। (3) हर अंग एक-दूसरे पर अंकुश रखता है। जैसे भारतीय न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका के कार्यों पर अंकुश रखती है और विधायिका और कार्यपालिका न्यायपालिका के इस प्रकार के शक्ति को संतुलित रखते हैं।
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Login Register now for special offers +91 Home > Hindi > कक्षा 10 > Social Science > Chapter > सत्ता की साझेदारीvodl4 > सत्ता के ऊध्वाधर वितरण और क्षै... लिखित उत्तर Solution : ऊर्ध्वाधर वितरण में सत्ता को सरकार के विभिन्न स्तरों के बीच विभाजित किया जाता है जो कि केंद्र सरकार राज्य सरकार स्थानीय सरकार है। सत्ता के क्षैतिज वितरण में शक्ति विधायी कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच विभाजित है। संबंधित वीडियो408029873 0 7.1 K 2:10 निम्नलिखित में से कौन-सी संख्या `(2)/(7)` और `(9)/(7)` के मध्य में नहीं हैं : 408029870 0 2.1 K 2:45 निम्नलिखित में से कौन-सी संख्या `(4)/(5)` और `(9)/(5)` के बीच में नहीं है :
408051099 21.6 K 12.8 K 4:16 निम्नलिखित सारणी में, रिक्त स्थानों को भरिए, जहाँ A.P. का प्रथम पद a , सार्व अंतर d और nवाँ पद a_n`है:<br><img src="https://d10lpgp6xz60nq.cloudfront.net/physics_images/MBD_HIN_MAT_X_C05_E02_001_Q01.png" width="80%"> 408058241 0 7.8 K 5:44 60 मी ऊँचे एक भवन से एक प्रकाश स्तंभ की चोटी और आधार के उन्नयन और अवनमन कोण क्रमश : `30^@` और `60^@` हैं । ज्ञात कीजिए : <br> ( i ) प्रकाश स्तंभ और भवन की ऊँचाइयों में अंतर । <br> ( ii ) प्रकाश स्तंभ और भवन के बीच की दूरी । 56702054 16.7 K 12.9 K 6:13 जल - अपघटन '(Hydrolysis ) तथा 'जलयोजन ` (Hydration ) पदों में क्या अंतर है ? 408065678 0 900 2:25 निम्न में से कौन-सा कथन सत्य हैं ?<br>"sec A का मान-1 और 1 के बीच में होता है`` Show More Comments Add a public comment... Follow Us:
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सत्ता का क्षैतिज वितरण क्या है Class 10?शासन के विभिन्न अंगों के बीच सत्ता का बँटवारा: सत्ता के विभिन्न अंग हैं; विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका। इन अंगों के बीच सत्ता के बँटवारे से ये अंग एक ही स्तर पर रहकर अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हैं। इस तरह के बँटवारे को सत्ता का क्षैतिज बँटवारा कहते हैं।
सत्ता के क्षैतिज वितरण एवं ऊर्ध्वाधर वितरण में क्या अंतर है?Solution : ऊर्ध्वाधर वितरण में सत्ता को सरकार के विभिन्न स्तरों के बीच विभाजित किया जाता है जो कि केंद्र सरकार राज्य सरकार स्थानीय सरकार है। सत्ता के क्षैतिज वितरण में शक्ति विधायी कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच विभाजित है।
सरकार में सत्ता का क्षैतिज विभाजन कितने अंगों में किया जाता है नाम लिखो?प्रायः यह विभाजन - कार्यपालिका, विधायिका तथा न्यायपालिका के रूप में किया जाता है। शक्तियों के पृथक्करण का सिद्धांत फ्रेंच दार्शनिक मान्टेस्कयू ने दिया था। उसके अनुसार राज्य की शक्ति उसके तीन भागों कार्यपालिका, विधानपालिका, तथा न्यायपालिका मे बांट देनी चाहिये।
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