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स्वपोषितों (autotrophs) तथा परपोषितों (heterotrophs) के बीच खाद्य-चक्र क्लोरोफिल युक्त स्वपोषी हरे पौधे की पत्तियाँ स्वपोषी या स्वपोषित (autotrophs) वे सजीव हैं जो साधारण अकार्बनिक अणुओं से जटिल कार्बनिक यौगिको का निर्माण कर सकते हैं। इस कार्य के लिए आवश्यक उर्जा के लिए वे प्रकाश या रासायनिक उर्जा का उपयोग करते हैं। स्वपोषी सजीवों को खाद्य श्रृंखला में उत्पादक कहा जाता है। हरे पेड़-पौधें प्रकाश की उपस्थिति में प्रकाश संश्लेषण के द्वारा अपना भोजन स्वंय बनाते हैं तथा स्वपोषी कहलाते हैं। कुछ जीवाणु भी यह कार्य कर सकते हैं, इसके लिए वे प्रकाशीय उर्जा के स्थान पर रासायनिक उर्जा का उपयोग करते हैं। सन्दर्भ[संपादित करें]इन्हें भी देखें[संपादित करें]
किसी जिव द्वारा किन कच्ची सामग्रियों का उपयोग किया जाता है? बाहर से जीवों को कच्ची सामग्री की आवश्यकता निम्नलिखित उदेश्यों की पूर्ति के लिए होती है- 2296 Views जीवन के अनुरक्षण के लिए आप किन प्रक्रमों को आवश्यक मानेंगे? जीवन के अनुरक्षण के लिए जो प्रक्रम आवश्यक मने जाने चाहिए, वे हैं- 1004 Views कोई वस्तु सजीव है, इसका निर्धारण करने के लिए हम किस मापदंड का उपयोग करेंगे? सभी जीवित वस्तुएँ सजीव कहलाती हैं। वे रूप-रंग, आकार आदि में समान भी होते हैं तथा भिन्न भी। अत: कोई वस्तु सजीव है, इसके निर्धारण के लिए निम्नलिखित मापदंड हैं: 1511 Views हमारे जैसे बहुकोशिकीय जीवों में ऑक्सीजन की आवश्यकता पूरी करने में विसरण क्यों अपर्याप्त है? बहुकोशी जीवों में उनकी केवल बहरी त्वचा की कोशिकाएँ और रंध्र ही आस-पास के वातावरण से सीधे संबंधित होते हैं। बहुकोशीय जिव जैसे मनुष्य में शरीर का आकार बहुत बड़ा होता है तथा शरीर की संरचना जटिल होती है। बहुकोशीय जीवों में सभी कोशिकाएँ सीधे ही पर्यावरण के संपर्क में नहीं होती। अत: साधारण विसरण सभी कोशिकाओं की ऑक्सीजन की आवश्यकता पूरी करने के लिए अपर्याप्त है। 2300 Views स्वयंपोषी पोषण तथा विषमपोषी पोषण में क्या अंतर हैं?
1912 Views वे जीव जो प्रकाश संश्लेषण की क्रिया द्वारा सरल अकार्बनिक से जटिल कार्बनिक पदार्थों का निर्माण करके अपना स्वयं पोषण करते हैं, स्वयंपोषी जीव (Autot rophs) कहलाते हैं। उदाहरण-सभी हरे पौधे, युग्लीना। वे जीव जो कार्बनिक पदार्थ और ऊर्जा को अपने भोज्य पदार्थ के रूप में अन्य जीवित या मृत पौधों या जंतुओं से ग्रहण करते हैं, विषमपोषी जीव (Heterot- rophs) कहलाते हैं।उदाहरण-युग्लीना को छोड़कर सभी जंतु। अमरबेल, जीवाणु, कवक आदि।
Register now for special offers +91 Home > Hindi > कक्षा 10 > Biology > Chapter > जैव प्रक्रम > स्वपोषी पोषण तथा विषमपोषी पोष... स्वपोषी पोषण तथा विषमपोषी पोषण में क्या अंतर है ?Video Solution: स्वपोषी पोषण तथा विषमपोषी पोषण में क्या अंतर है ? UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW! लिखित उत्तर Solution : (1) स्वपोषी-जो पौधे या जीव अपना भोजन स्वयं बनाते हैं स्वपोषी कहलाते हैं। उदाहरण- हरे पौधे। <br> (2) विषमपोषी-वे जीव जो अपने भोजन के लिये पूर्ण वा आशिक रूप से किसी दूसरे जीव पर आश्रित रहते हैं । विषमपोषों या परपोषी कहलाते हैं। उत्तर Step by step video & image solution for [object Object] by Biology experts to help you in doubts & scoring excellent marks in Class 10 exams.
Question Details till 10/11/2022
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विषमपोषी के कितने प्रकार हैं?
स्वपोषी और परपोषी में क्या अंतर है?स्वपोषी में पोषण का तरीका यह है कि वे उत्पादक (Producers) हैं और प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया के साथ सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में अपना भोजन तैयार करते हैं. जबकि परपोषी या हेटरोट्रॉफ़ में पोषण का तरीका यह है कि वे उपभोक्ता (Consumers) हैं जो अपने भोजन के लिए दूसरों पर निर्भर रहते हैं.
विषमपोषी से आप क्या समझते हैं?Solution : पोषण जिसमें कोई जीव भोजन का स्वयं संश्लेषण नहीं कर सकता, बल्कि पोषण के लिए अन्य जीवों, पौधों व जंतुओं पर निर्भर करता है, विषमपोषी पोषण कहलाता है।
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