तुलसीदास खंडकाव्य के रचयिता कौन हैं - tulaseedaas khandakaavy ke rachayita kaun hain

'तुलसीदास' खण्डकाव्य के रचनाकार हैं

This question was previously asked in

UP Junior Aided Teacher (UPJASE) 2021 (Hindi/English/Sanskrit) Official Paper

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  1. माखनलाल चतुर्वेदी
  2. सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
  3. रघुवीर सहाय
  4. कबीर

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला

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NVS TGT: General Awareness Mock Test

10 Questions 10 Marks 12 Mins

तुलसीदास (1938 ई.) – सूर्यकांत त्रिपाठी

तुलसीदास खंडकाव्य के रचयिता कौन हैं - tulaseedaas khandakaavy ke rachayita kaun hain
Key Points

  • यह निराला जी का श्रेष्ठ प्रबंधात्मक काव्य है।
  • इसमें कवि ने गोस्वामी तुलसीदास के माध्यम से भारतीय परम्परा के गौरवशाली मूल्यों की प्रतिष्ठा का प्रयास किया है।
  • इसमें तुलसीदास द्वारा अपनी पत्नी ’रत्नावली’ से मिलने के लिए उसके पीहर (नैहर) चले जाने एवं पत्नी द्वारा फटकार लगाये जाने पर,
  • गृहस्थ-जीवन को त्याग कर रामोपासना में लीन होने की घटना का वर्णन किया गया है।
  • इसी रचना के लेखन के कारण यह माना जाता है कि ये ’तुलसीदास’ को अपना सर्वप्रिय कवि मानते थे।

तुलसीदास खंडकाव्य के रचयिता कौन हैं - tulaseedaas khandakaavy ke rachayita kaun hain
Additional Information

  • सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का परिचय- 
    • सूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला' हिन्दी कविता के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक माने जाते हैं।
    • वे जयशंकर प्रसाद, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा के साथ हिन्दी साहित्य में छायावाद के प्रमुख स्तंभ माने जाते हैं।
    • उन्होंने कई कहानियाँ, उपन्यास और निबंध भी लिखे हैं किन्तु उनकी ख्याति विशेषरुप से कविता के कारण ही है।
    • अपने समकालीन अन्य कवियों से अलग उन्होंने कविता में कल्पना का सहारा बहुत कम लिया है और यथार्थ को प्रमुखता से चित्रित किया है। वे हिन्दी में मुक्तछन्द के प्रवर्तक भी माने जाते हैं।
    • रचनाएँ - अनामिका, परिमल, गीतिका, कुकुरमुत्ता, अणिमा, बेला आदि।

Last updated on Sep 26, 2022

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आज के आर्टिकल में हम परीक्षा के लिए उपयोगी हिंदी साहित्य के महाकाव्य और खण्डकाव्य के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।

हिंदी साहित्य के महाकाव्य और खण्डकाव्य

हिंदी के महाकाव्य

1. चंदबरदाईकृत पृथ्वीराज रासो को हिंदी का प्रथम महाकाव्य कहा जाता है।
2. मलिक मुहम्मद जायसी – पद्मावत
3. तुलसीदास – रामचरितमानस
4. आचार्य केशवदास – रामचंद्रिका
5. मैथिलीशरण गुप्त – साकेत
6. अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ –प्रियप्रवास
7. द्वारका प्रसाद मिश्र – कृष्णायन
8. जयशंकर प्रसाद – कामायनी
9. रामधारी सिंह ‘दिनकर’ – उर्वशी
10. रामकुमार वर्मा – एकलव्य
11. बालकृष्ण शर्मा ‘नवीन’ – उर्मिला
12. गुरुभक्त सिंह – नूरजहां , विक्रमादित्य
13. अनूप शर्मा – सिद्धार्थ , वर्द्धमान
14. रामानंद तिवारी – पार्वती
15. गिरिजा दत्त शुक्ल ‘गिरीश’ – तारक वध

  • अज्ञेय जीवन परिचय देखें 
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  • अमृतलाल नागर जीवन परिचय देखें 
  • रामनरेश त्रिपाठी जीवन परिचय  देखें 
  • महावीर प्रसाद द्विवेदी  जीवन परिचय देखें 
  • डॉ. नगेन्द्र  जीवन परिचय देखें 
  • भारतेन्दु जीवन परिचय देखें 
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हिंदी साहित्य के खंड काव्य

आदिकाल में रचित खंड काव्य

1. अब्दुर्रहमान कृत संदेशरासक
2. नरपतिनाल्ह कृत बीसलदेव रासो
3. जिनधर्मसुरि कृत थूलिभद्दफाग

भक्तिकाल में रचित खंड काव्य
1. नरोत्तमदास कृत सुदामाचरित
2. नंददास कृत भँवरगीत, रुक्मिणी मंगल
3. तुलसीदास कृत पार्वती मंगल , जानकी मंगल

रीतिकाल में रचित खंड काव्य
1. पद्माकर विरचित हिम्मत बहादुर विरुदावली

आधुनिक काल के खंड काव्य (भारतेंदु युग)

1. श्रीधर पाठक का एकांतवासी योगी
2. जगन्नाथदास ‘रत्नाकर’ का हरिश्चंद्र

द्विवेदी युग में रचित खंड काव्य
1. मैथिलीशरण गुप्त : रंग में भंग, जयद्रथ वध , नलदमयंती, शकुंतला, किसान, अनाथ
2. सियारामशरण गुप्त : मौर्य विजय
3. रामनरेश त्रिपाठी : मिलन , पथिक
4. द्वारिका प्रसाद गुप्त : आत्मार्पण

छायावाद युग में रचित खंड काव्य
1. सुमित्रानंदन पंत : ग्रंथि
2. रामनरेश त्रिपाठी : स्वप्न
3. मैथिलीशरण गुप्त : पंचवटी , अनध, वनवैभव, वक-संहार
4. अनूप शर्मा : सुनाल
5. सियारामशरण गुप्त : आत्मोत्सर्ग
6. सूर्यकांत त्रिपाठी निराला :तुलसीदास
7. शिवदास गुप्त : कीचक वध
8. श्याम लाल पाठक : कंसवध
9. रामचंद्रशुक्ल “सरस” : अभिमन्यु वध
10. गोकुल चंद्र शर्मा : प्रणवीर प्रताप
11. नाथूराम शंकर शर्मा : गर्भरण्डा रहस्य, वायस विजय

छायावादोत्तर युग में विरचित खंड काव्य

1. मैथिलीशरण गुप्त : नहुष, कर्बला, नकुल, हिडिम्बा
2. बालकृष्ण शर्मा “नवीन” : प्राणार्पण
3. सोहनलाल द्विवेदी : कुणाल
4. रामधारी सिंह दिनकर : कुरुक्षेत्र
5. श्याम नारायण पांडे : जय हनुमान
6. उदयशंकर भट्ट : कौन्तेय-कथा
7. आनंद मिश्र : चंदेरी का जौहर
8. गिरिजादत्त शुक्ल “गिरीश” : प्रयाण
9. गोपालप्रसाद व्यास : क़दम-क़दम बढ़ाए जा
10. डॉ रुसाल : भोजराज
11. नरेश मेहता : संशय की एक

हिंदी साहित्य के महाकाव्य और खण्डकाव्य

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तुलसीदास खंडकाव्य के रचयिता कौन है?

Solution : तुलसीदास. सूर्यकान्त त्रिपाठी . निराला. की प्रसिद्ध रचना है।

तुलसीदास की प्रमुख रचना का नाम क्या है?

राम चरित्र मानस के अलावा उनकी कई और प्रमुख रचनाएं हैं जैसे कवितावली, गीतावली, दोहावली, कृष्णगीतावली, विनयपत्रिका आदि। तुलसीदास जी का अवधी और ब्रज दोनों भाषाओं में ही समान अधिकार था। 1632 में काशी में उनकी मृत्यु हो गई। रामचरितमानस की रचना अवधि में थी वहीं कवितावली और विनयपत्रिका की रचना ब्रज भाषा में ।

तुलसीदास की रचनाओं की संख्या कितनी है?

Q : तुलसीदास की 12 रचनाएं कौन कौन सी है? Ans : रामचरितमानस, दोहावली, गीतावली, कवितावली, कृष्ण गीतावली, रामज्ञा प्रश्नावली, हनुमान बाहुक, विनय पत्रिका, रामलला नहछू, पार्वती मंगल, जानकी मंगल, बरवै रामायण, वैराग्य सन्दीपनी, कवित्त एवं कुंडलियाँ ।

तुलसीदास रचना में निराला क्या दर्श आना चाहते हैं?

'तुलसीदास' के इस आविष्कार के बाद संभव नहीं था कि मैं निराला की अन्य सभी रचनाएँ फिर से न पढूँ, 'तुलसीदास' के बारे में अपनी धारणा को अन्य रचनाओं की कसौटी पर कसकर न देखूँ। अगली जिस भेंट का उल्लेख करना चाहता हूँ उसकी पृष्ठभूमि में कवि निराला के प्रति यह प्रगाढ़ सम्मान ही था।