तुम कहाँ जा रहे हो संस्कृत में अनुवाद? - tum kahaan ja rahe ho sanskrt mein anuvaad?

संस्कृत में हिंदी अनुवाद करें शब्दकोश ऑनलाइन वाक्स बनाओ

हिन्दी से संस्कृत में अनुवाद करें (Sanskrit Translate In Hindi) अधिकतर लोगो को बहुत परेशानी होती है,
जब वो किसी भी शब्द का मतलब संस्कृत में नही जानते जैसे कि- श्लोक, गिनती, व्याकरण, वाक्य बनाओ,

यही शब्द  परीक्षा में पूछे जाते है। जो निम्न प्रकार हो सकते है-संस्कृत शब्दकोश, वर्णमाला,  संस्कृत भाषा सीखें, परिभाषा यूपी.एस.सी,
यू.पी.सी.एल, लेखपाल, वी.डि.ओ, जो साल किसी न किसी पेपर में जरूर आते है। अनुवाद ऑनलाइन अगर आप भी सरकारी नौकरी की जोर से तैयारी कर रहे है, तो आप को Question Exam पर जाएं। कुछ रंगो के नाम , फलो के नाम मैने नीचे दिए जो हर साल किसी न किसी पेपर मै आते है।

तुम कहाँ जा रहे हो संस्कृत में अनुवाद? - tum kahaan ja rahe ho sanskrt mein anuvaad?

  • विनय मनुष्यों का आभूषण है। (संस्कृत में अनुवाद करें) – विनय: मनुष्याणाम् आभूषणम् अस्ति। (हिंदी अनुवाद करें)
  • मैं भौतिक सुख नहीं चाहता।(संस्कृत में अनुवाद करें) – अहं भौतिकं सुखं न वाञ्छामि। (हिंदी अनुवाद करें)
  • भूमण्डल में विक्रम जैसा परोपकारी नहीं है।- भूमण्डले विक्रमसदृशः परोपकारी नास्ति।
  •  वह जो कहता है, वही करता है। (Translate In Sanskrit) – सः यत् कथयति तदैव करोति।
  •  तुम उसे देखने के लिए घर जाओ।- त्वं तं द्रष्टुं गृहं गच्छ। (हिंदी अनुवाद करें)
  •  विनय सदाचार से उत्पन्न होता है। (संस्कृत में अनुवाद करें)– विनयः सदाचाराद् उद्भवति।
  •  वे धनुर्विद्या में निपुण थे। (Translate In Sanskrit)– सः धनुर्विद्यायां निपुणः आसीत्।
  •  रोहसेन सोने की गाड़ी से खेलता था। – रोहसेनः स्वर्णशकटिकया अक्रीडत्।
  •  उसके पास मिट्टी की गाड़ी थी।– तस्य पाश्वें मृत्तिका-शकटिका आसीत्।
  •  सोने की गाड़ी उसके पड़ोसी की थी। – सुवर्णस्य शकटिका तस्य प्रतिवेशिकस्य आसीत्।
  •  वसन्तसेना ने उसे अपने आभूषण दे दिये। – वसन्तसेना तस्मै स्वकीयानि आभूषणानि अयच्छत्।
  •  अब स्वर्ण कहाँ है?– इदानीं सुवर्णं कुत्र अस्ति ? (हिंदी अनुवाद करें)
  •  रामकृष्ण बड़े महात्मा थे।– रामकृष्णः महान् महात्मा आसीत्।
  •  उनका जीवन शुद्ध था। – तस्य जीवनं शुद्धम् आसीत्। (हिंदी अनुवाद करें)
  •  संयम से लोग महान् हो जाते हैं। – संयमेन जनाः महान्तः भवन्ति
  •  राम बड़े धैर्यवान् और कान्तिमान थे।- रामः महान् धैर्यवान् कान्तिमान् च आसीत्।
  •  वे नीतिज्ञ और बुद्धिमान् थे।– सः नीतिज्ञः बुद्धिमान् च आसीत्।
  •  वे लोकों के रक्षक थे। (संस्कृत में अनुवाद करें)– स: लोकानां रक्षकः आसीत्।
  • उन दोनों को पढ़ना चाहिए। – तौ पठेताम्। (हिंदी अनुवाद करें)
  •  वह कहाँ गया ? (Translate In Sanskrit) – सः कुत्र अगच्छत ?
  •  सच और मीठा बोलो।- सत्यं मधुरं च वद।
  •  वे दूसरों का कल्याण करते थे। -सः परेषां कल्याणम् अकरोत्।
  •  वह सभी से स्नेह करते थे।(संस्कृत में अनुवाद करें)– स: सर्वेषु स्नेहं करोति स्म।
  •  उनका जन्म बंगाल में हुआ था। – तस्य जन्म बंगप्रान्तेषु अभवत्।
  •  राजा के गुण देखकर वह स्वयं उठी। – राज्ञः गुणान् दृष्ट्वा सा स्वयम् उत्थिता।

संस्कृत में फलों के नाम>>>>

  •  तुम वन जाओ।(संस्कृत में अनुवाद करें)– त्वं वनं गच्छ।
  • हम दोनों रात में पढ़ते हैं।-आवां रात्रौ पठावः।
  •  गुरु को प्रणाम करता हूँ।-गुरवे नमामि।
  •  पेड़ से पत्ते गिरते हैं।-वृक्षात् पत्राणि पतन्ति। (हिंदी अनुवाद करें)
  •  घर जाओ और पढ़ो। (Translate In Sanskrit) – गृहं गच्छ पठ च।
  •  मेरा नाम शूली है।-मम नाम शूली अस्ति।
  •  मेरे पास किसी वस्तु की कमी नहीं है। – मयि क्वचिदपि न्यूनता नास्ति।
  •  मैं हरि हूँ। – अहं हरिः अस्मि। (हिंदी अनुवाद करें)
  •  तुम औषध की खोज करो।- त्वं औषधं मृगय।
  •  कवियों की भी देश में दुर्गति है।-कवीनाम् अपि देशे दुर्गतिः अस्ति।
  •  यमुना के तट पर एक गाँव था।(संस्कृत में अनुवाद करें)- यमुनायाः तटे एकः ग्रामः आसीत्।
  •  वहाँ एक ब्राह्मण रहता था।-तत्र एक: विप्रः अवसत्।
  •  उनका जन्म मथुरा में हुआ था।-तस्य जन्म मथरायाम अभवत।
  •  बचपन से ही लोग उनसे स्नेह करते थे।- बाल्यादेव जनाः तस्मिन् स्नेहं कुर्वन्ति स्म।
  •  उन्होंने गोकुलवासियों का बड़ा कल्याण किया। स: गोकुलवासिनां महत् कल्याणम् अकरोत्।
  •  उन्होंने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था। सः अर्जुनाय गीतायाः उपदेशम् अददात्।
  •  वे अपने सौन्दर्य और शौर्य के लिए प्रसिद्ध थे। सः स्व सौन्दर्याय शौर्याय च प्रसिद्धः आसीत्।
  •  वह घर गया। (संस्कृत में अनुवाद करें)-स: गृहं अगच्छत्।
  •  में कल जाऊंगा(Translate In Sanskrit)-अहं श्व: गमिष्यामि।
  •  ये फल हैं।- इमानि फलानि सन्ति। (हिंदी अनुवाद करें)
  • उस ब्राह्मण के घर एक कन्या थी।- तस्य विप्रस्य गृहे एका कन्या आसीत्।
  •  कन्या का विवाह एक ब्राह्मण के साथ हुआ था। -कन्यायाः परिणय एकेन विप्रेण सह अभवत्।
  •  ब्राह्मण कुमार ने उसके लिए तपस्या की थी।-  ब्राह्मणकुमारः तस्यै तपस्याम् अकरोत्।
  •  श्रीकृष्ण लोकोत्तर महापुरुष थे। -श्रीकृष्ण: लोकोत्तर: महापुरुषः आसीत्।
  •  रोजाना पढ़ना चाहिए। (Translate In Sanskrit)– प्रतिदिनं पठेत्।
  •  हम आज गेंद खेलेंगे। – वयम् अद्य कन्दुकं क्रीडिष्यामः।
  •  बादल गरजते हैं।– मेघा: गर्जन्ति। (हिंदी अनुवाद करें)
  • आज वर्षा नहीं होगी। – अद्य जलं न वर्षिष्यति।
  •  यश स्वर्ण की गाड़ी से खेल रहा है। – यश: स्वर्णशकटिकया क्रीडति।
  •  मोहन तुम घर जाओ। (संस्कृत में अनुवाद करें) – मोहन! त्वं गृहं गच्छ।
  •  विद्यालय हमारा घर है।– विद्यालय: अस्माकं गृहम् अस्ति।
  •  सभी सुखी रहें।- सर्वे सुखिन: भवन्तु।

संस्कृत में रंगों के नाम>>>>

हिंदी का संस्कृत में अनुवाद करें Translate In Sanskrit

  • तुम दोनों क्या करते हो? – युवां किं कुरुथः? (हिंदी अनुवाद करें)
  • अरविन्द अच्छा लड़का है।– अरविन्दः सद्बालकः अस्ति।
  • तुम्हें प्रात:काल नहाना चाहिए। (संस्कृत में अनुवाद करें)– त्वं प्रात:काले स्नानं कुयोः।
  •  सः गच्छति । (Translate In Sanskrit)- वह जाता है।
  •  प्रतिभा वाराणसी जाएगी। – प्रतिभा वाराणसीं गमिष्यति।
  •  बड़ों का सम्मान करो।– गुरुजनानां सम्मानं कुरु।
  •  सरोवर में कमल खिलते हैं।– सरोवरे कमलानि विकसन्ति।
  •  मैं राधाकृष्ण को प्रणाम करता हूँ।– अहं राधाकृष्णाभ्यां नमामि।
  •  मैं कल घर जाऊँगा।– अहं श्व: गृहं गमिष्यामि। (हिंदी अनुवाद करें)
  • रमा पाठशाला जाती है(संस्कृत में अनुवाद करें) – रमा पाठशालां गच्छति।
  •  दो बालक खेल रहे हैं। -बालकौ क्रीडन्तौ स्तः।
  •  तुम कहाँ जा रहे हो ?– त्वं कुत्र गच्छसि ?
  • सदाचार से विश्वास बढ़ता है।– सदाचारेण विश्वास: वर्धते।
  • वह क्यों लज्जित हुआ?- सः कथं लज्जितः अभवत् ?
  •  हमें मित्रों की सहायता करनी चाहिए।– वयं मित्राणां सहायतां कुर्याम।
  •  हम दोनों ने आज चलचित्र देखा। -आवाम् अद्य चलचित्रं अपश्याव।
  •  तौ गच्छतः (संस्कृत में अनुवाद करें)– वे दोनों जाते हैं ।
  •  ते गच्छन्ति।- वे सब जाते हैं । (हिंदी अनुवाद करें)
  •  त्वं गच्छसि ।(Translate In Sanskrit)-  तुम जाते हो ।
  •  युवां गच्छथः। -तुम दोनों जाते हो ।
  •  यूयं गच्छथ । – तुम सब जाते हो
  •  अहं गच्छामि । – मैं जाता हूँ।
  •  आवां गच्छावः ।- हम दोनों जाते हैं (हिंदी अनुवाद करें)
  •  वयं गच्छामः । (संस्कृत में अनुवाद करें)- हम सब जाते हैं ।
  •  सत्य से धर्म की वृद्धि होती है।-सत्येन धर्मस्य वृद्धिः भवति।
  •  वह आँख से काना है।– स: अक्ष्णा काणः अस्ति।
  •  सैनिक युद्ध के लिए गये।– सैनिक: युद्धाय अगच्छन्।
  •  हम लोग विद्यालय जाते हैं।– वयं विद्यालयं गच्छामः।
  •  वे लोग घर पर क्या करेंगे? -ते गृहेषु किं करिष्यन्ति ?
  • मेरे मित्र ने पुस्तक पढ़ी।(Translate In Sanskrit)– मम मित्र: पुस्तकम् अपठम्।
  • वह गाय का दूध पीता है। -सः धेनोः दुग्धं पिबति।
  • वहाँ वृक्ष नहीं थे।-तत्र वृक्षाः न आसन्।
  •  वे पुस्तकालय में समाचार-पत्र पढ़ते हैं। ते पुस्तकालये समाचारपत्रं पठन्ति।
  •  छात्रों को सदा सत्य बोलना चाहिए।- छात्रा: सदैव सत्यं वदेयुः।
  •  हम दोनों कक्षा में अपना कार्य करें। -आवां कक्षायां स्वकार्यं कुर्याव।
  •  हमें ध्यान से पढ़ना चाहिए -वयं ध्यानेन पठेम। (हिंदी अनुवाद करें)
  •  तुम नगर से कब लौटे ? -त्वं नगरात् कदा प्रत्यावर्त ?
  •  हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा है। (संस्कृत में अनुवाद करें)-हिन्दी: अस्माकं राष्ट्रभाषा अस्ति।
  •  हम लोग मैदान में खेलेंगे। -वयम् क्षेत्रे क्रीडिष्यामः।
  •  लड़कियाँ आज उत्तम भोजन पकाएँगी।- बालिकाः अद्य उत्तम भोजनं पक्ष्यन्ति।
  •  परिवार में पिता का स्थान ऊँचा होता है। -परिवारे पितः स्थानं सर्वोच्च भवति।
  •  छात्रों को कक्षा में हंसना नहीं चाहिए।- छात्रा: कक्षायां न हसेयुः।
  •  वे वहाँ नहीं पढ़ेगे। -ते तत्र न पठिष्यन्ति।
  •  हम सब भारत के नागरिक हैं।– वयं भारतस्य नागरिका: स्म।
  •  मैंने आज भोजन पकाया।- अहम् अद्य भोजनम् अपचम्।
  •  बालिकाएँ पुस्तक पढ़ती हैं। -बालिका: पुस्तकं पठन्ति।
  • वे दोनों विद्यालय गये। -तो विद्यालयं अगच्छताम्।
  •  निर्धन को दान देना चाहिए। -निर्धनाय दानं दीयेत।
  •  परिश्रमपूर्वक विद्याध्ययन करो। -परिश्रमेण विद्याध्ययनं करोतु।
  •  हमारा राष्ट्र विशाल है।-अस्माकं राष्ट्र विशालम् अस्ति।
  • आज वे अपने घर जाएंगे।-अद्य ते स्वगृहं गमिष्यन्ति। (हिंदी अनुवाद करें)
  •  छात्रों को सदा सत्य बोलना चाहिए। – छात्रान् सदा सत्यं वदेयुः।
  •  रमेश ने अपना भोजन पकाया।– रमेशः स्वभोजनम् अपचत्।
  •  विद्या सब धनों में प्रधान है। -विद्या सर्वेषु धनेषु प्रधानम् अस्ति।
  •  अपने कर्म से पुरुष महान होता है। – स्वकर्मेण जनः महान्तं भवति।
  •  में आज कानपुर जाऊँगा।-अहम् अद्य कर्णपुरं गमिष्यामि।
  •  हमें प्रात:काल भ्रमण करना चाहिए।-वयं प्रात:काले भ्रमेयम्।
  •  तुम प्रतिदिन विद्यालय जाओ।– त्वं नित्यं विद्यालयं गच्छ।
  •  हमारी संस्कृति सदा गतिशील है। – अस्माकं संस्कृति सदा गतिशीला वर्तते।
  •  छात्र कक्षा-कार्य करता है।– छात्र: कक्षा-कार्यं करोति।
  • गीता का क्या सन्देश है ? (संस्कृत में अनुवाद करें) -गीतायाः किं सन्देशः अस्ति ?
  •  हमें घर/विद्यालय जाना चाहिए। – वयं गृहं/विद्यालयं गच्छेम।
  • विवेक आज घर जाएगा।– विवेकः अद्य गृहं गमिष्यति।
  • तुम शीघ्र घर जाओ।(Translate In Sanskrit)- त्वं शीघ्रं गृहं गच्छ।
  • गुरु से धर्म पूछता है। – उपाध्यायं/गुरुं धर्मं पृच्छति।
  • बकरी का दूध दुहता है। – अजां दुग्धं दोग्धि। (हिंदी अनुवाद करें)
  • मन्दिर के चारों ओर भक्त है। – मन्दिरं परितः भक्ताः सन्ति।
  • जो होना है सो हो, मैं उसके सामने नहीं झुकूँगा। – यद्भावी तद् भवतु, नाहं तस्य पुरः शिरोऽवनमयिष्यामि।
  • वह वानर वृक्ष से उतरकर नीचे बैठा है। – वानरः वृक्षात् अवतीर्य्य नीचैः उपविष्टोऽस्ति।
  • मेरी सब आशाओं पर पानी फिर गया। – सर्वा ममाशा मोघाः सञ्जाताः।
  • मैने सारी रात आँखों में काटी। – पर्यङ्के निषण्णस्य ममाक्ष्णोः प्रभातमासीत्।
  • मन सत्य से शुद्ध होता है। – मनः सत्येन शुध्यति।
  • आकाश में पक्षी उड़ते हैं। – वियति (आकाशे) पक्षिणः उड्डीयन्ते।
  • कुम्भ पर्व में भारी जन सैलाब देखने योग्य है।- कुम्भपर्वणि प्रचुरो जनसञ्चारः दर्शनीयः।
  • विद्याविहीन मनुष्य और पशुओं में कोई भेद नहीं है। – विद्याविहीनानां नराणां पशूनाञ्च कोऽपि भेदो नास्ति।
  • उसकी ऐसी दशा देखकर मेरा जी भर आया। – तस्य तथावस्थामवलोक्य करुणार्द्रचेता अभवम्।
  • प्रभाकर आज मेरे घर आएगा। – प्रभाकरः अद्य मम गृहमागमिष्यति।
  • मे घर जाकर पिता से पूछ कर आऊँगा।- अहं गृहं गत्वा पितरं पृष्ट्वा आगमिष्यामि।
  • व्यायाम से शरीर बलवान् हो जाता है।– व्यायामेन शरीरं बलवद् भवति।
  • उसके मूँह न लगना, वह बहुत चलता पुरजा है।- तेन साकं नातिपरिचयः कार्यः कितवौऽसौ।
  • मेरे पाँव में काँटा चुभ गया है, उसे सुई से निकाल दो।- मम पादे कण्टको लग्नः, तं सूच्या समुद्धर।
  • एक बार धर्म और सत्य में विवाद हुआ।- एकदा धर्म्मसत्ययोः परस्परं विवादोऽभवत्।
  • सूर्य की प्रखर किरणों से वृक्ष, लता सब सूख जाते हैं।- सूर्यस्य तीक्ष्णकिरणैः वृक्षलताः शुष्काः भवन्ति।
  • ईश्वर की कृपा से उसका शरीर नीरोग हो गया।– ईश्वरस्य कृपया तस्य शरीरं नीरोगम् अभवत्।
  • पति के वियोग से वह सुखकर काँटा हो गयी है।- पतिविप्रयोगेण सा तनुतां गता।
  • चपलता न करो इससे तुम्हारा स्वभाव विगड़ जायेगा।- मा चपलाय, विकरिष्यते ते शीलम्।
  • घर के बाहर वृक्षः है।– गृहात् बहिः वृक्षः अस्ति। (हिंदी अनुवाद करें)
  • पुस्तक पढ़ने के लिए वह पुस्तकालय जाता है।- पुस्तकं पठितुं सः पुस्तकालयं गच्छति।
  • हस्तलिपि को साफ एवं शुद्ध बनाओ।- हस्तलिपिं स्पष्टां शुद्धां च कुरु।
  • राम के साथ सीता वन जाती है।– रामेण सह सीता वनं गच्छति।
  • सुबह उठकर पढ़ने बैठ जाओ।– प्रातः उत्थाय अध्येतुम् उपविशः।
  • पढ़ने के समय दूसरी ओर ध्यान मत दो।- अध्ययनसमये अन्यत्र ध्यानं मा देहि।
  • विद्यालय के सामने सुन्दर उद्यान है।– विद्यालयस्य पुरतः सुन्दरम् उद्यानं वर्तते।
  • सुनार सोने से आभूषण बनाता है।– स्वर्णकारः स्वर्णेन आभूषणानि रचयति।
  • लुहार लोहे से बर्तन बनाता है।– लौहकारः लौहेन पात्राणि रचयति।

हिंदी अनुवाद करें शब्दकोश ऑनलाइन (संस्कृत में अनुवाद करें)

  • बुरों का साथ छोड़ और भलों की सङ्गति कर।– त्यज दुर्जनसंसर्गं भज साधुसमागमम्।
  • आप सभी हमारे साथ संस्कृत पढें।– भवन्तः अपि अस्माभिः सह संस्कृतं पठन्तु।
  • बालकों को मिठाई पसंद है।– बालकेभ्यः मधुरं रोचते।
  • आकाश में बादल गरजते हैं।-आकाशे मेघाः गर्जन्ति।
  • राम को पुस्तक दो।-रामाय पुस्तकं ददातु। (हिंदी अनुवाद करें)
  • बालक सीढ़ी से गिर गया। (Translate In Sanskrit) -बालक: सोपानात् अपतत्।
  • मोहन आज वाराणसी जायेगा। – मोहनः अद्य वाराणसी गमिष्यति।
  • सत्य से धर्म की वृद्धि होती है। – सत्येन धर्मवृद्धिः भवति।
  • बालक विद्यालय जाता है।- बालकः विद्यालयं गच्छति।
  • झरने से अमृत को मथता है। -सागरं सुधां मथ्नाति।
  • राम के सौ रुपये चुराता है। – रामं शतं मुष्णाति।
  • राजा से क्षमा माँगता है। – नृपं क्षमां याचते।
  • मार्ग के दोनों ओर वृक्ष हैं। – मार्गम् उभयत: वृक्षाः सन्ति।
  • सदा सच बोलो। – सदा सत्यं वद। (हिंदी अनुवाद करें)
  • वृक्ष से फल गिरते हैं(Translate In Sanskrit) -वृक्षात् फलानि पतन्ति।
  • अभ्यास से विद्या बढ़ती है।- अभ्यासेन विद्या वर्धते।
  • वाराणसी गंगा के किनारे स्थित है।– वाराणसी गंगायाः तटे स्थिता अस्ति।
  • सदा सत्य बोलना चाहिए।-  सदा सत्यं वदेत्।
  • सज्जन पाप से घृणा करता है। -सज्जनः पापाद् जुगुप्सते।
  • विद्यालय में लड़के और लड़कियाँ है। – विद्यालये बालकाः बालिकाश्च वर्तन्ते।
  • बालिका जा रही है। -बालिका गच्छन्ती अस्ति।
  • यह रमेश की पुस्तक है।- इदं रमेशस्य पुस्तकम् अस्ति।
  • बालक को लड्डू अच्छा लगता है। – बालकाय मोदकं रोचते।
  • ईश्वर तीनों लोकों में व्याप्त है।-ईश्वरः त्रिलोकं व्याप्नोति।
  • बुद्धि ही बल से श्रेष्ठ है।– मतिरेव बलाद् गरीयसी। (हिंदी अनुवाद करें)
  • परिश्रम से सफलता मिलती है। – परिश्रमेण सफलता आप्नोति।
  • गुरुजी की आज्ञा का पालन करना चाहिए। – गुरोराज्ञायाः पालनं कुर्यात्।
  • छात्र ने लेख लिखा। छात्र; लेखम् अलिखत्।
  • राम को पुस्तक दो। (Translate In Sanskrit) – रामाय पुस्तकं दत्तात्।
  • बहन! आज आने में देर क्यों?– भगिनि! अद्य आगमने किमर्थं विलम्बः।
  • मित्र! कल मेरे घर आना।– मित्र! श्वः मम गृहम् आगच्छतु।
  • घर के दानों ओर वृक्ष है।– गृहम् उभयतः वृक्षाः सन्ति।
  • दान से कीर्ति बढ़ती है। – दानेन कीर्तिः वर्धते।
  • हमें विद्यालय जाना चाहिए। – वयं विद्यालयं गच्छेम।
  • वह आज घर आएगा। – सः अद्य गृहम् आगमिष्यति।
  • हम सब भारत के नागरिक हैं। – वयं भारतीयाः सन्ति।
  • उमा भोजन पकाएगी। – उमा भोजनं पक्ष्यति। (हिंदी अनुवाद करें)
  • विद्यालय जाने का यही समय है।- विद्यालयं गन्तुम् अयमेव समयः।
  • सूर्य निकल रहा है और अंधेरा दूर हो रहा है।– भानुरुद्गच्छति तिमिरश्चापगच्छति।

Sanskrit Anuvaad, Translation Into Sanskrit,  Grammar

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तुम सब कहाँ जा रहे हो इस वाक्य का संस्कृत में क्या अनुवाद होगा?

यूयम कुत्रम् गच्छति?

तुम कहां जाते हो इसका संस्कृत क्या होगा?

तुम कहां जाते हो? का संस्कृत अनुवाद त्वम् कुत्र गच्छति? है।

वह कहाँ जा रहा है संस्कृत में अनुवाद?

This is Expert Verified Answer. सः कुत्र गच्छति?

तुम सब कहाँ जा रहे हो?

कहाँ जा रहे हो