तीव्रता वाले विद्युत क्षेत्र में आवेश क्यों रखने पर उस पर लगने वाला बल होगा? - teevrata vaale vidyut kshetr mein aavesh kyon rakhane par us par lagane vaala bal hoga?

हेलो दोस्तों हमें सवाल दिया है की तीव्रता वाले वैद्युत क्षेत्र में क्यों आवेश रखने पर उस पर लगने वाला होगा और पास उसको चार विकल्प दिए हैं हमारा पहला विकल्प है यह दूसरा विकल्प है यह तीसरा विकल्प है और यह चौथा विकल्प हैं पहला विकल्प हुआ है कि एफ बराबर एक बटे क्यू यानी कि बल बराबर एक बटे क्यू बराबर क्यों बटा 1 बराबर क्योंकि बी एफ बराबरी - का क्यों दोस्तों में चार विकल्प दिए हुए हैं दोस्तों आइए इस प्रश्न को हल करते हैं किसी विद्युत क्षेत्र में किसी बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता है उस बिंदु पर रखे गए धन परीक्षण आवेश पर लगने वाले बल के बराबर होती है इसका मतलब क्या हुआ मान लीजिए कि हमारा यह कोई विद्युत क्षेत्र है क्या तो कोई हमारा विद्युत क्षेत्र को विद्युत क्षेत्र वाले थे हमारा यह कोई एक बिंदु है ठीक है तो इस बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता यानी जो हमारी ही होगी ठीक है इस बिंदु पर हमारा धन पर

आवेश मतलब क्यों रखा आवेश क्या क्यों धन परीक्षक का मतलब क्या है हमारा जो धनात्मक आवेश क्यों रखा है इस पर लेबल के बराबर होती है नेकी बराबर क्यों पी के बराबर दोस्तों होता है जहां एक हमारा होता है क्यों हमारा आवेश होता है धनात्मक वाला धन परीक्षण आवेश क्या होता है विद्युत क्षेत्र की तीव्रता होती है इसकी दोस्तों विद्युत क्षेत्र की तीव्रता विद्युत क्षेत्र के दोस्तों हम देख लेते हैं देखिए विकल्प कौन सा सही हमारे तीसरा वाला सही है इन्हीं हमारे जो तीसरा वाला विकल्प है यही इस प्रश्न का उत्तर है आई होप आपको समझ में आया होगा धन्यवाद

इ तीव्रता वाले विद्युत क्षेत्र में आवेश क्यों रखने पर उस पर लगने वाला बल क्या होगा?

अर्थात किसी बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता उस बल के तुल्य होती है जो उस बिंदु पर एकांक धन आवेश पर कार्य करता है। अर्थात यदि कोई आवेश किसी विद्युत क्षेत्र में रखा हुआ है तो उस पर एक F बल कार्य करता है जिसका मान F = Eq होगा

गतिमान आवेश कौन कौन से क्षेत्र उत्पन्न करता है?

एक गतिमान आवेश एक विद्युत क्षेत्र और चुंबकीय क्षेत्र दोनों का उत्पादन करता है ।

Iii किसी विद्युत क्षेत्र E में रखे Q आवेश पर कार्यरत बल कितना होता है?

Solution : विद्युत क्षेत्र E में रखे q आवेश पर कार्यरत बल `vecF= qvecE` होता है।