दाब से गलनांक क्यों बढ़ता है? - daab se galanaank kyon badhata hai?

दाब क्या है? द्रवों में दाब का क्या नियम है? गलनांक तथा क्वथनांक पर दाब का क्या प्रभाव पड़ता है. जानने के लिए पढ़ते हैं दाब.

दाब (pessure): किसी सतह के एकांक क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को दाब कहते हैं यानी कि
दाब(P) = F/A = पृष्ठ के लंबवत बल/पृष्ठ का क्षेत्रफल
दाब का S.I. मात्रक N / m^2 होता है, जिसे पास्कल (Pa) भी कहते हैं. दाब एक अदिश राशि है.

वायुमंडलीय दाब (atmospheric pressure): सामान्यता वायुमंडलीय दाब वह दाब होता है, जो पारे के 76 सेमी. लंबे कॉलम के भार के बराबर होता है. वायुमंडलीय दाब का S.I. मात्रक बार (bar) होता है.
1 बार = 10^5 N/m^2
वायुमंडलीय दाब 10^5 न्यूटन / मीटर^2 यानी कि एक बार के बराबर होता है.
पृथ्वी की सतह से ऊपर जाने पर वायुमंडलीय दाब कम होता जाता है, जिसके कारण
(i) पहाड़ों पर खाना बनाने में कठिनाई होती है.
(ii) वायुयान में बैठे यात्री के फाउंटेन पेन से स्याही रिस जाती है.

वायुमंडलीय दाब को बैरोमीटर से मापा जाता है. इसकी सहायता से मौसम संबंधी पूर्वानुमान भी लगाया जा सकता है.
बैरोमीटर का पाठ्यांक जब एकाएक नीचे गिरता है, तो आंधी आने की संभावना होती है.
बैरोमीटर का पाठ्यांक जब धीरे-धीरे नीचे गिरता है, तो वर्षा होने की संभावना होती है.
बैरोमीटर का पाठ्यांक जब धीरे-धीरे नीचे-ऊपर चढ़ता है, तो दिन साफ होने की संभावना होती है.

द्रव में दाब (pressure in liquid): द्रव के अणुओं के द्वारा बर्तन की दीवार अथवा तली के प्रति एकांक क्षेत्रफल पर लगने वाले बल को द्रव का दाब कहते हैं. द्रव के अंदर किसी बिंदु पर द्रव के कारण दाब द्रव की सतह से उस बिंदु की गहराई (h) द्रव के घनत्व (d) तथा गुरुत्वीय त्वरण (g) के गुणनफल के बराबर होती है.
यानी कि p(दाब) = h x d x g

द्रव्यों में दाब के नियम:
(i) स्थिर द्रव में एक ही क्षैतिज तल में स्थित सभी बिन्दुओं पर दाब समान होता है.
(ii) स्थिर द्रव के भीतर किसी बिंदु पर दाब प्रत्येक दिशा में बराबर होता है.
(iii) द्रव के भीतर किसी बिंदु पर दाब स्वतंत्र तल से बिंदु की गहराई के अनुक्रमानुपाती होता है.
(iv) किसी बिंदु पर द्रव का दाब द्रव के घनत्व पर निर्भर करता है. घनत्व अधिक होने पर दाब भी अधिक होता है.

द्रवों में दाब के नियम:

पास्कल के नियम का प्रथम कथन:- यदि गुरुत्वीय प्रभाव को नगण्य माना जाए तो संतुलन की अवस्था में द्रव के भीतर प्रत्येक बिंदु पर दबाव समान होता है.
पास्कल के नियम का द्वितीय कथन:- किसी बर्तन में बंद द्रव के किसी भाग पर आरोपित बल, द्रव द्वारा सभी दिशाओं में समान परिमाण में संचरित कर दिया जाता है.

पास्कल के नियम पर आधारित कुछ यंत्र हैं: हाइड्रोलिक लिफ्ट, हाइड्रोलिक प्रेस, हाइड्रोलिक ब्रेक आदि.
द्रव का दाब उस पात्र के आकार या आकृती पर निर्भर नहीं करता जिसमें द्रव रखा जाता है.

गलनांक तथा क्वथनांक पर दाब का प्रभाव (effect of pressure on melting point and boiling point):
गलनांक पर प्रभाव:
(i) गर्म करने पर जिन पदार्थों का आयतन बढ़ता है, दाब बढ़ाने पर उनका गलनांक भी बढ़ जाता है: जैसे- मोम, घी आदि.
(ii) गर्म करने पर जिन पदार्थों का आयतन घट जाता है, दाब बढ़ाने पर उनका गलनांक भी कम हो जाता है: जैसे- बर्फ

क्वथनांक पर प्रभाव: सभी द्रवों का क्वथनांक बढ़ाने पर दाब बढ़ जाता है.

दोस्तों दिया गया प्रश्न है बर्फ का दाब बढ़ाने पर उसका गला घटता है बढ़ता है अब और वर्सेस रहता है पहले बढ़ता है फिर घटता है तो दोस्तों आइए इस प्रश्न को हल करते हैं हमें भरत का दाब बढ़ाने पर उसकी गलनांक पर क्या असर पड़ता है यह प्रश्न पूछा गया है ठीक है दोस्तों तो इस प्रश्न को हल करने के लिए सबसे पहले हमें समझना होगा कि बर्फ का गलनांक क्या होता है जो दोस्तों जिस ताप पर बर्फ पानी में परिवर्तित होने लगता है उसका को हम बर्फ का गलनांक आते हैं ठीक है दोस्तों तो हम यही प्रश्न पूछा है कि दाम बढ़ाने से गलनांक पर क्या असर पड़ता है तो दोस्तों इस इस महीने के लिए हमें बर्फ का आलेख बनाना होगा किसके किसके बीच में दाम और दांत के बीच में बर्फ का आलेख बर्फानी पानी का आलेखन में बनाना होगा ठीक है दोस्तों तो आइए सबसे पहले हम मालिक बना लेते हैं दोस्तों यहां पर हमने आलेख बना लिया है

और टाइप के बीच में दोस्तों हम यहां देख सकते हैं कि यहां पर यह एक त्रिक बिंदु दिखाया गया है त्रिक बिंदु वह बिंदु होता है जिस बिंदु पर तीनों अवस्थाएं मौजूद रहती है तीन अवस्थाएं मतलब द्रव ठोस और गैस तीनों अवस्था त्रिक बिंदु पर मौजूद रहती है और यह मैं उसका रीजन है यह मेरा द्रव का क्षेत्र है यह मेरा गैस का चित्र है तो दोस्तों हमें प्रश्न पूछा है कि बर्फ बर्फ का दाब बढ़ाने पर उसका गलनांक तो दोस्तों गलनांक क्या होगा यह ठोस जो द्रव में जिस ताप पर परिवर्तित होगी उस्ताद को हम लोग गलनांक बोलेंगे तो दोस्तों हम यहां देख सकते हैं कर्म भी ग्राहक पर देख सकते हैं कि हम जैसे ही ऐसे दाब बढ़ा रहे हैं मान लीजिए पहले मेरा गांव यहां कोई था पहले मेरा नाम यहां था तो इस दांव पर अगर हम गलनांक दिन थे तो गणना किसके

सीधे हम जाएंगे तू यहां पर माली जी आ गया तू यहां से देखेंगे कि इस दांव पर इस का गलनांक कितना है तो हम सीधे नीचे आएंगे तो इस द फिश का गलनांक माली gate-1 है अगर हम इसका दाम बढ़ा देते हैं माली के दाम बढ़ाकर यहां नहीं कर रहा तो अब हम देख सकते हैं क्या विश का गलनांक कितना हो जाएगा तो हम यहां से एक समानांतर एक्स एक्स इसके समानांतर एक सच के समांतर एक रेखा की चेन गे तो जो यहां काट रही है और यहां से हम नीचे लंबवत रेखा के जाएंगे तू यहां से हम नीचे एक नंबर तेरे का खींचा जो कि यहां आ गई शांति सुमन कुमार लिए हम देख सकते हैं कि जैसे-जैसे हम डाबड़ा रहे हैं तो इसका गलनांक कम रहा है पहले गलनांक कितना 31 था अब गलनांक कितना हो गया टीटू हो गया तू इस प्रश्न का सही उत्तर क्यों हो जाएगी बर्फ का दाब बढ़ाने पर उस का गलनांक घटता है

उत्तर क्या हो जाएगा इसका बर्फ का बर्फ का दाब बढ़ाने पर दाब बढ़ाने पर बढ़ाने पर उसका उसका गलनांक गलनांक बड़ा घटता है घटता है ठीक है अब हम भी कल चेक करेंगे तो भी कल फैमिली खाएं घटता है तो यह मेरा सहित रोया कभी में लिखा है बढ़ता है तो यह नहीं होगा इसी में लिखा है अब रहता तो यह भी नहीं होगा डी में दिया पहले बढ़ता है फिर घर का तो यह भी नहीं होगा ठीक है दोस्तों तो इस प्रश्न का सही उत्तर हो गया विकल पर धन्यवाद

दाब बढ़ाने से गलनांक क्या होता है?

दबाव बढ़ने पर बर्फ का गलनांक कम हो जाता है क्योंकि दाब बढ़ने पर आयतन कम हो जाता है और पानी की मात्रा बर्फ से कम हो जाती है।

दाब बढ़ाने पर द्रव का क्वथनांक क्यों बढ़ता है?

Explanation: => किसी द्रव का क्वथनांक वह ताप है जिस पर उसका वाष्प दाब, बाह्य दाब के बराबर हो जाता है। जब दाब बढ़ाते हैं तो द्रव का वाष्प दाब को इस बाह्य दाब के बराबर करने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है अर्थात् द्रव को अधिक गर्म करना पड़ता है जिससे उसका क्वथनांक बढ़ जाता है।

दाब बढ़ाने पर किसी पदार्थ का गलनांक पर क्या प्रभाव पड़ता है?

गलनांक पर प्रभाव: (i) गर्म करने पर जिन पदार्थों का आयतन बढ़ता है, दाब बढ़ाने पर उनका गलनांक भी बढ़ जाता है: जैसे- मोम, घी आदि.

दाब बढ़ाने पर ठोस का क्वथनांक क्या होगा?

किसी द्रव का क्वथनांक वह ताप है जिसपर द्रव के भीतर वाष्प दाब, द्रव की सतह पर आरोपित वायुमंडलीय दाब के बराबर होता है। यह वायुदाब के साथ परिवर्तित होता है और वायुदाब के बढ़ने पर द्रव के क्वथन हेतु अधिक उच्च ताप की आवश्यकता होती है।