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pattern & CBSE guidelines. Here are the links available online for Free Download of Class 9 Hindi उपभोक्तावाद की संस्कृति MCQ Multiple Choice Questions with Answers PDF. Question 1. Answer: (a) उपभोग-भोग ही सुख है Question 2. Answer: (c) बौद्धिक दासता Question 3. Answer: (b) अनुकरण की संस्कृति Question 4. Answer: (a) विज्ञान और प्रसार के सूक्ष्म तंत्र Question 5. Answer: (c) स्वस्थ सांस्कृतिक प्रभावों के लिए Question 6. Answer: (d) क्रिया विशेषण Question 7. Answer: (c) परिमाण वाचक क्रिया विशेषण। Question 8. Answer: (b) अपनी बुनियाद पर Question 9. Answer: (c) पाश्चात्य संस्कृति के Question 10. Answer: (a) परम्पराओं का अवमूल्यन हुआ है Question 11. Answer: (d) सामंती Question 12. Answer: (c) नूतन Question 13. Answer: (b) संस्कृति के चार अध्याय Question 14. Answer: (a) 1922 में गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न सामंती संस्कृति के तत्त्व मारत में पहले भी रहे हैं। उपभोक्तावाद इस संस्कृति से जुड़ा रहा है। आज सामंत बदल गये हैं, सामंती संस्कृति का मुहावरा बदल गया है। हम सांस्कृतिक अस्मिता की बात कितनी ही करें, परंपराओं का अवमूल्यन हुआ है, आन्याओं का सरण हआ है। कड़वा सच तो यह है कि हम बौद्धिक दासता स्वीकार कर रहे हैं। पश्चिम के सांस्कृतिक उपनिवेश बन रहे हैं। हमारी नयी संस्कृति अनुकरण की संस्कृति है। हम आधुनिकता के शूठे प्रतिमान अपनाते जा रहे हैं। प्रतिष्ठा की अंधी प्रतिस्पर्धा में जो अपना है, उत्ते खोकर छद्म आधुनिकता की गिरफ्त में आते जा रहे हैं। संस्कृति की नियंत्रण शक्तियों के क्षीण हो जाने के कारण हम दिग्भ्रमित हो रहे हैं। हमारा समाज ही अन्य निर्देशित होता जा रहा है। विज्ञापन और प्रसार के सूक्ष्म तंत्र हमारी मानसिकता बदल रहे हैं। उनमें सम्मोहन की शक्ति है, वशीकरण की भी। Question 1. Answer: (a) सागंती संस्कृति से ही उपभोक्ता संस्कृति उत्पन्न हुई Question 2. Answer: (c) बौद्धिक दासता Question 3. Answer: (d) पाश्चात्य संस्कृति Question 4. Answer: (c) विज्ञापन तंत्र Question 5. Answer: (c) पाठक We think the shed NCERT MCQ Questions for Class 9 Hindi Kshitij Chapter 3 उपभोक्तावाद की संस्कृति with Answers Pdf free download will benefit you to the fullest. For any queries regarding CBSE Class 9 Hindi Kshitij उपभोक्तावाद की संस्कृति MCQs Multiple Choice Questions with Answers, share with us via the below comment box and we’ll reply back to you at the earliest possible. उपभोक्ता संस्कृति का हमारे सामाजिक मूल्यों पर क्या प्रभाव पड़ा?उपभोक्तावाद इस संस्कृति से जुड़ा रहा है। आज सामंत बदल गये हैं, सामंती संस्कृति का मुहावरा बदल गया है। हम सांस्कृतिक अस्मिता की बात कितनी ही करें, परंपराओं का अवमूल्यन हुआ है, आन्याओं का सरण हआ है। कड़वा सच तो यह है कि हम बौद्धिक दासता स्वीकार कर रहे हैं।
उपभोक्तावादी संस्कृति के क्या दुष्परिणाम सामने आ रहे है?उपभोक्तावादी संस्कृति से समाज में वर्गों के बीच दूरी बढ़ रही है। सामाजिक सरोकार कम होते जा रहे हैं। इससे व्यक्ति केंद्रिकता बढ़ रही है। नैतिक मापदंड तथा मर्यादाएँ कमज़ोर पड़ती जा रही हैं।
लेखक ने उपभोक्ता संस्कृति को हमारे समाज के लिए चुनौती क्यों कहा है class 9?लेखक ने उपभोक्ता संस्कृति को हमारे समाज के लिए चुनौती क्यों कहा है? क्योंकि पहले के लोग सादा जीवन, उच्च विचार का पालन करते थे तथा सामाजिकता एवं नैतिकता के पक्षधर थे। आज उपभोक्तावादी संस्कृति भारतीय संस्कृति की नींव हिला रही थी। इससे हमारी एकता और अखंडता प्रभावित होती है।
उपभोक्तावादी संस्कृति अधिकाधिक उपभोग को कैसे बढ़ावा देती है?(क) उपभोक्तावादी संस्कृति अधिकाधिक उपभोग को बढ़ावा देती है। लोग उपभोग का ही सुख मानकर भौतिक साधनों का उपयोग करने लगते हैं। इससे वे वस्तु की गुणवत्ता पर ध्यान दिए बिना उत्पाद के गुलाम बनकर रह जाते हैं। जिसका असर उनके चरित्र पर पड़ता है।
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