उत्तर प्रदेश सब्जियों का शीर्ष उत्पादक बन गया है, 2020 से दो साल के बाद 2021-22 फसल वर्ष (सीवाई) (जुलाई-जून) में उत्पादन में दस लाख टन के अंतर के साथ पश्चिम बंगाल को दूसरे स्थान पर गिराकर अपना पहला स्थान प्राप्त कर रहा है। Show
आरबीआई असिस्टेंट प्रीलिम्स कैप्सूल 2022, Download Hindi Free PDF हिन्दू रिव्यू फरवरी 2022, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi प्रमुख बिंदु
शीर्ष फल उत्पादक:
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams Find More Ranks and Reports Here मित्रों, क्या आप जानते हैं कि आज के समय हमारे पास भारत का राष्ट्रीय पेड़ है, भारत का राष्ट्रीय पशु है, भारत का राष्ट्रीय पक्षी भी है, और भारत की राष्ट्रीय नदी भी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हमारे पास भारत की राष्ट्रीय सब्जी भी है? जी हां। हमारे पास भारत की राष्ट्रीय सब्जी उपलब्ध है लेकिन क्या आप जानते हैं कि national vegetable of india यदि आप नहीं जानते तो कोई बात नहीं क्यूंकि आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि भारत का राष्ट्रीय सब्जी क्या है? | Bharat ka rashtriya sabji kya hai, और उसको उगाने के लिए कैसा वातावरण चाहिए। इसके अलावा राष्ट्रीय सब्जी को उगाने लिए जलवायु क्या होनी चाहिए इन सब के बारे में विस्तार से जानेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं भारत का राष्ट्रीय सब्जी क्या है? | Bharat ka rashtriya sabji kya haiभारत का राष्ट्रीय सब्जी “कद्दू” (Pumpkin) है। कद्दू को विभिन्न नामों से जाना जाता है। कद्दू को कुम्हड़ा, काशीफल, मीठा कद्दू, पंपकिन, द्विबीजपत्री आदि नामों से जाना जाता है। भारत की कई जगहों में कद्दू को गोल लौकी के नाम से भी जाना जाता है। यह एक प्रकार से गोल सब्जी होती है, जिसका आकार काफी बड़ा होता है। इसके रंग भी स्थानों के आधार पर बदल जाते हैं, जैसे कि कभी यह बिल्कुल नारंगी रंग का पाया जाता है, कई स्थानों पर यह हरे रंग का, लगभग काले रंग का, और गहरे भूरे रंग का भी पाया जाता है। भारत में आम तौर पर इसकी नारंगी तथा हरे रंग की किस्म पाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि कद्दू के बीज खाने से अकल आती हैं, और दिमाग तेजी से काम करता है, कद्दू एक स्वास्थ्यवर्धक सब्जी है, जिससे कई लोग कच्चा भी खाते हैं। कद्दू के माध्यम से कई प्रकार की मिठाइयां भी बनती है। इसकी सब्जियां राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, तमिलनाडु इन सभी स्थानों पर सबसे ज्यादा खाई जाती है। कद्दू का वैज्ञानिक नाम | Pumpkin ka Vaigyanik Naam kya haiभारत का राष्ट्रीय सब्जी कौन सा है? | bharat ke rashtriy sabji kaun si haiकद्दू का अंग्रेजी नाम पंपकिन हैं,, इसे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कुकुर्बिता (Cucurbita) नाम दिया गया है। यह आमतौर पर उन लोगों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त होती है जिन्हें कब्ज की शिकायत होती है, या जिनके गुर्दे में पथरी होती है, जिन्हें रक्तवसा यानी कि कोलेस्ट्रोल की बीमारी होती है, और मधुमेह की बीमारी वाले लोगों के लिए भी कद्दू का सब्जी एक रामबाण उपाय होती है। राजस्थान, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र तथा उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में कद्दू को सर्वाधिक मात्रा में ग्रासित किया जाता है। क्योंकि इसकी सब्जी में तेल मिर्ची और मसाले सामान्य से अधिक मात्रा में डाले जाते हैं, जिसके कारण यह काफी चटपटी सब्जी बनती है। जिसका स्वाद भी काफी अच्छा होता है, यदि किसी व्यक्ति को आप ऐसा कहते सुन ले कि उसे कद्दू की सब्जी पसंद नहीं है तो इसका अर्थ यह होगा कि उसने अपने जीवन में कभी भी सही ढंग से बनी कद्दू की सब्जी नहीं खाई होगी। कद्दू के लिए वातावरण | कद्दू के लिए जलवायुभारत की राष्ट्रीय सब्जी जिसे कद्दू के नाम से भी जाना जाता है, इसकी खेती करने के लिए गर्मी की आवश्यकता होती है। यह आमतौर पर सर्दियों में भी पाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए शीतोष्ण या समशीतोष्ण जलवायु अच्छी होती है। लेकिन गर्मी का मौसम इसके लिए सर्वाधिक उपयुक्त होता है। कद्दू की फसलें गर्मी के मौसम में जहां 5 महीने में ही तैयार हो जाती है। वहीं से शीतोष्ण है या समशीतोष्ण जलवायु में फलने फूलने के लिए तकरीबन 7 से 9 महीने का समय लग जाता है। पाले का समय कद्दू के लिए सबसे खतरनाक होता है। यदि आप कद्दू की खेती करते हैं तो आपको अपनी कद्दू की फसलों को किसी भी प्रकार से पाली से बचाने का उपाय करना चाहिए, अन्यथा आपकी पूरी फसल नष्ट हो सकती है या उसमें कीड़े पड़ सकते है। कद्दू के लिए आमतौर पर 2 दोमट या बलुई मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है, तथा ऐसी जमीन जहां उर्वरकों की मात्रा सामान्य से अधिक होती है, वहां पर कभी भी कद्दू की खेती नहीं करनी चाहिए। क्योंकि इससे उत्पन्न हुए कद्दू विषाक्त गुणों वाले हो सकते हैं, कद्दू के बीज डालने के लिए कभी भी जमीन को ज्यादा नहीं खोजना पड़ता है। क्योंकि इसकी बेल पत्रिका होती है जहां पर कद्दू लगते हैं कद्दू कभी भी पेड़ पर नहीं लगते है। कद्दू के उपयोग व कद्दू के फायदेकद्दू के कई सारे उपयोग है व इसको खाने के भी कई सारे फायदे हैं आइए विस्तार से जानते है:- भारत की राष्ट्रीय सब्जी कौन सी है? | rashtriya sabji ka naam
भारत की राष्ट्रीय सब्जी खाने वाला सबसे बड़ा प्रदेशयदि हम भारत राष्ट्र के उन प्रदेशों की बात करें जिनमें कद्दू का सेवन सर्वाधिक किया जाता है तो उनमें मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, राजस्थान, बिहार, उड़ीसा, इन सब का नाम शामिल किया जा सकता है। हालांकि इन सभी प्रदेशों में कद्दू की विभिन्न प्रजातियां होती है जिनका इस्तेमाल सब्जी बनाने में फलों के निर्माण में, मिठाइयों के निर्माण में इत्यादि में किया जाता है। Also read:
निष्कर्षआज के लेख में हमने जाना कि भारत के राष्ट्रीय सब्जी कौन सी है? (bharat ka rashtriya sabji kaun sa hai) इसके अलावा हमने आपको कद्दू के बारे में अनेक जानकारी दी। हम आशा करते हैं कि आप समझ चुके होंगे कि भारत की राष्ट्रीय सब्जी कौन सी है यदि आपके मन में कोई सवाल है तो आप हमसे कॉमेंट बॉक्स में कॉमेंट कर के पूछ सकते हैं। FAQ राष्ट्रीय सब्जी कद्दू क्यों है?अधिकांश फल, हालांकि विटामिन से भरपूर होते हैं, ज्यादातर मोनोसेकेराइड और डिसैकराइड जैसे ग्लूकोज, फ्रुक्टोज और सुक्रोज से बने होते हैं। इस वजह से फलों में एक खास मिठास होती है और ज्यादातर सब्जियां हल्की होती हैं। हरियाणा की राष्ट्रीय सब्जी कौन सी है?
जंगल की रानी कौन है?जंगल की रानी एक काल्पनिक अमेरिकी हास्य पुस्तक जंगल गर्ल नायिका है, जो मूल रूप से कॉमिक बुक्स के स्वर्ण युग के दौरान मुख्य रूप से फिक्शन हाउस द्वारा प्रकाशित की गई थी। उत्तर प्रदेश का राष्ट्रीय सब्जी कौन सी है?| Bharat ka rashtriya sabji kya hai. भारत का राष्ट्रीय सब्जी “कद्दू” (Pumpkin) है। कद्दू को विभिन्न नामों से जाना जाता है। कद्दू को कुम्हड़ा, काशीफल, मीठा कद्दू, पंपकिन, द्विबीजपत्री आदि नामों से जाना जाता है।
राष्ट्रीय सब्जी का क्या नाम है?National vegetable of India in Hindi
भारतीय कद्दू देश की राष्ट्रीय सब्जी है।
सब्जियों का राजा कौन सी सब्जी है?बैंगन को कौन नहीं जानता? यह हर हिन्दुस्तानी रसोई में इस्तमाल होता है. इसे सब्जियों का राजा कहा जाता है.
सब्जियों की रानी कौन सी है?आलू को सब्जियों का राजा एवं लयज को सब्जियों की रानी कहा जाता है।
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