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संसाधनों को कितने भागों में बांटा गया है?इसे सुनेंरोकेंविकास की स्थिति के आधार पर संसाधनों को चार समूहों में वर्गीकृत किया जाता है। जो की क्रमशः है – संभावी संसाधन, विकसित संसाधन, भंडार तथा संचित कोष। सौर ऊर्जा निम्नलिखित में से कौन सा संसाधन है?इसे सुनेंरोकेंनवीकरणीय उर्जा या अक्षय उर्जा (अंग्रेजी:Renewable Energy) में वे सारी उर्जा शामिल हैं जो प्रदूषणकारक नहीं हैं तथा जिनके स्रोत का क्षय नहीं होता, या जिनके स्रोत का पुनः-भरण होता रहता है। सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जलविद्युत उर्जा, ज्वारीय उर्जा, बायोमास, जैव इंधन आदि नवीकरणीय उर्जा के कुछ उदाहरण हैं। संसाधन संरक्षण क्या है class 8? इसे सुनेंरोकेंसंसाधनों का सर्तकता तथा बुद्धिमतापूर्वक उपयोग करना और उन्हें नवीकरण के लिए समय देना, संसाधन संरक्षण कहलाता है। संसाधनों का सावधानीपूर्वक उपयोग ताकि न केवल वर्तमान पीढी ही नहीं, अपितु भावी पीढ़ियों की आवश्यकताएँ भी पूरी होती रहें। मानव निर्मित संसाधन क्या है? इसे सुनेंरोकें2- मानव निर्मित संसाधन – मानव द्वारा निर्मित संसाधनों को मानव निर्मित संसाधन कहा जाता हैं। इन संसाधनों का एक बार उपयोग करने के उपरान्त दुबारा उपयोग नही किया जा सकता हैं । कोयला, खनिज तेल : लकडी आदि इसके मुख्य उदाहरण हैं । अतः राष्ट्रीय विकास के लिए मानवीय संसाधनों का विकास अत्यन्त आवश्यक होता हैं । विकास और उपयोग के आधार पर संसाधन को कितने भागों में वर्गीकृत किया गया है?इसे सुनेंरोकेंविकास के आधार पर संसाधनों को चार भाग में बाँटा गया है। ये भाग हैं, संभावी संसाधन, विकसित संसाधन, भंडार तथा संचित कोष। सौर ऊर्जा निर्गुण में से कौन सा संसाधन है?इसे सुनेंरोकेंसवाल: सौर ऊर्जा कौन सा संसाधन है? सौर ऊर्जा नवीकरणीय संसाधन है, और नवीकरणीय संसाधन में वे सारी उर्जा शामिल होती है जो की प्रदूषण कारक नहीं हो। क्या कहते हैं प्राकृतिक संसाधन? 1. संसाधन वे होते हैं जो उपयोगी हो या फिर मनुष्य को अपनी जरूरतों को पूरी करने हेतु उपयोगी बनाये जा सकते हैं। संसाधन के परोक्ष रूप से उपयोग करने हेतु, उपलब्ध हो, प्राकृतिक संसाधन कहलाते हैं। 2. प्राकृतिक संसाधनों के उदाहरण, शुद्ध हवा, शुद्ध पानी, मृदा, वन, खनिज और जीवाश्मीय ईंधन है। क्या व्यवसाय को सफलता प्राप्त करने की आवश्यकता है? प्रौद्योगिकी – व्यवसाय को सफल होने के लिए क्या करना चाहिए और क्या वित्तीय संसाधनों को फिर से प्राप्त करने के लिए पुनः प्राप्त किया जाना चाहिए? किस प्रकार क्रोमाइट का उपयोग किया जाता है?क्रोमाइट का प्रयोग धातुकर्मीय उच्चताप-सह एवं रासायनिक केमिकल उद्योग में किया जाता है। अकेले उड़ीसा में इसके भंडारों में से 98% को पुनः प्राप्त किया जा सकता है। 1. खनिजों को आप किस प्रकार वर्गीकृत कर सकते हैं। क्या है चूना पत्थर का अयस्क?ये सभी लौह (आयरन) अयस्क हैं। हेमेटाइट और मैग्नेटाइट में काफी मात्रा में लौह-अयस्क और लिमोनाइट निम्न गुणवत्ता वाला अयस्क है। 3. चूना पत्थर एक अधात्विक खनिज है। इसका प्रयोग सीमेंट उद्योग, आयरन एवं स्टील उद्योग, चीनी, कागज, और फैरोमैगनीज उद्योगों में होता है। https://www.youtube.com/watch?v=l-7R1jCv3ys 1. संसाधन वे होते हैं जो उपयोगी हो या फिर मनुष्य को अपनी जरूरतों को पूरी करने हेतु उपयोगी बनाये जा सकते हैं। संसाधन के परोक्ष रूप से उपयोग करने हेतु, उपलब्ध हो, प्राकृतिक संसाधन कहलाते हैं। 2. प्राकृतिक संसाधनों के उदाहरण, शुद्ध हवा, शुद्ध पानी, मृदा, वन, खनिज और जीवाश्मीय ईंधन है। प्रौद्योगिकी – व्यवसाय को सफल होने के लिए क्या करना चाहिए और क्या वित्तीय संसाधनों को फिर से प्राप्त करने के लिए पुनः प्राप्त किया जाना चाहिए? क्रोमाइट का प्रयोग धातुकर्मीय उच्चताप-सह एवं रासायनिक केमिकल उद्योग में किया जाता है। अकेले उड़ीसा में इसके भंडारों में से 98% को पुनः प्राप्त किया जा सकता है। 1. खनिजों को आप किस प्रकार वर्गीकृत कर सकते हैं। ये सभी लौह (आयरन) अयस्क हैं। हेमेटाइट और मैग्नेटाइट में काफी मात्रा में लौह-अयस्क और लिमोनाइट निम्न गुणवत्ता वाला अयस्क है। 3. चूना पत्थर एक अधात्विक खनिज है। इसका प्रयोग सीमेंट उद्योग, आयरन एवं स्टील उद्योग, चीनी, कागज, और फैरोमैगनीज उद्योगों में होता है। विकास के आधार पर संसाधनों को कितने भागों में बांटा गया है?Answer. विकास के आधार पर संसाधनों को चार भाग में बाँटा गया है। ये भाग हैं, संभावी संसाधन, विकसित संसाधन, भंडार तथा संचित कोष।
संसाधन को कितने भागों में बांटा जाता है?इसे सुनेंरोकेंविकास की स्थिति के आधार पर संसाधनों को चार समूहों में वर्गीकृत किया जाता है। जो की क्रमशः है – संभावी संसाधन, विकसित संसाधन, भंडार तथा संचित कोष।
Vikas और उपयोग के आधार पर संसाधनों को कितने भागों में वर्गीकृत किया गया?उत्पत्ति के आधार पर संसाधनों को जैव और अजैव संसाधनों में बाँटते हैं। मृदा चट्टानें और खनिज जैसे निर्जीव वस्तुएँ अजैव जबकि पौधे और जंतु जैव संसाधन हैं। नवीकरणीय संसाधनों में सौर और पवन ऊर्जा असीमित हैं,और उनपर मानवीय क्रियाओं का प्रभाव नहीं पड़ता है।
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