Show प्रश्न 168 : वनों का संरक्षण क्यों आवश्यक है ? उत्तर: वन प्रकृति की अमूल्य देन हैं। यह महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है। ऐसा अनुमान है कि प्रारम्भ में पृथ्वी का एक चौथाई भाग (25 प्रतिशत) वनों से ढंका हुआ था, किन्तु मानव विकास के साथ खेती, आवास तथा कल-कारखानों के लिए भूमि प्राप्त करने हेतु वनों की बड़े पैमाने पर कटाई कर दी गई। फलस्वरूप अब पृथ्वी के केवल 15 प्रतिशत भाग पर ही वन पाये जाते हैं। वनों की इस कमी के कारण भू-अपरदन,अनावृष्टि, बाढ़ आदि समस्याएँ आज मानव के समक्ष आ खड़ी हुई हैं। अतः वनों का संरक्षण आवश्यक है। वन संरक्षण क्यों महत्वपूर्ण है इसके लिए कौन से महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं?(i) वन संरक्षण के लिए निम्नलिखित कदम उठाए गए हैं :
वन नीति 1952 तथा 1988 में वन संरक्षण हेतु वन नीति लागू की गई। वन संसाधनों का सतत पोषणीय विकास किया जाएगा तथा स्थानीय लोगों की आवश्यकता की पूर्ति होगी। देश में 33% वन लगाने के यत्न किए जा रहे हैं। वनों में जैव विविधता तथा पारिस्थितिक संतुलन कायम रखा जाएगा।
वन संरक्षण के लिए क्या कदम उठाया जाए?पर्यावरण असन्तुलन समाप्त करने के लिए वन लगाने पर बल देना। देश की प्राकृतिक धरोहर जैवविविधता तथा आनुवंशिक पुल का संरक्षण करना। पेड़ लगाने को बढ़ावा देना तथा पेड़ों की कटाई रोकने के लिए जन-आन्दोलन चलाना, जिसमें महिलाएँ भी शामिल हों। सामाजिक वानिकी कार्यक्रम चलाना, जिससे ऊसर भूमि का उपयोग वनों को उगाने के लिए किया जा सके।
भारत में वन्य प्राणी संरक्षण के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?भारत में वनों और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए 'पर्यावरण संरक्षण अधिनियम', 'वन संरक्षण अधिनियम', 'राष्ट्रीय वन्य जीव कार्य योजना', 'टाइगर परियोजना', 'राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य', 'जैव-क्षेत्रीय रिजर्व कार्यक्रम' आदि चल रहे हैं। इन योजनाओं के कारण कुछ प्रजातियों को विलुप्त होने से बचाया गया है।
वन संरक्षण के लिए कौन कौन से प्रयास करना चाहिए?सार्वजनिक सहकारिता और वन संरक्षण के लिए जागरूकता भी आवश्यक है। वन संरक्षण के लिए हम जरूरी कदम उठा सकते हैं जैसे कि बरसात के मौसम में सामुदायिक वानिकी के माध्यम से पौधों को बढ़ावा देना, जंगलों के रोपण और जंगलों के संरक्षण के लिए प्रचार और जागरूकता कार्यक्रम चलाने के द्वारा वन क्षेत्र में वृद्धि करना।
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