विश्व बाघ दिवस 2022 की थीम क्या है? - vishv baagh divas 2022 kee theem kya hai?

लाइफस्टाइल डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: शिवानी अवस्थी Updated Fri, 29 Jul 2022 11:59 AM IST

International Tiger Day 2022: 29 जुलाई को हर साल विश्व के कई देशों में अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस बाघों के संरक्षण और उनकी विलुप्त होती प्रजातियों को बचाने के उद्देश्य से मनाते हैं। इस मौके पर लोगों को बाघ के प्रजातियों के खत्म होते अस्तित्व के प्रति जागरूक करते हैं। दरअसल, वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड की रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 150 सालों में बाघों की संख्या में लगभग 95 फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई है। बाघ दिवस मनाने का फैसला  करते हुए देशों ने बाघों की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य रखा था। कई देश इस लक्ष्य को पूरा करने के दिशा में प्रयास कर रहे हैं। हालांकि भारत ने साल 2018 में ही बाघों की प्रजातियों को दोगुना करने के अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया है। साल 2018 में भारत में बाघों की संख्या 2900 से ज्यादा थी। चलिए जानते हैं अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाने की शुरुआत कब हुई, बाघ दिवस का इतिहास क्या है और इस साल की बाघ दिवस की थीम क्या है। 

अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस का इतिहास

बाघ दिवस को मनाने की शुरुआत साल 2010 से हुई थी। रूस के पीटर्सबर्ग में एक इंटरनेशनल कांफ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें 29 जुलाई को विश्व बाघ दिवस मनाने का फैसला लिया गया था। इस अंतरराष्ट्रीय समिट में 13 देशों ने हिस्सा लिया था। बाघों की विलुप्त होती प्रजातियों पर चिंता जताते हुए बाघों की संख्या 2022 तक दोगुनी करने का लक्ष्य बना लिया।

बाघ दिवस की थीम

पिछले साल बाघ दिवस की थीम “Their survival is in our hands.”थी। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस 2022 की थीम “India launches Project Tiger to revive the tiger population” है यानी बाघों की आबादी को पुनर्जीवित करने के लिए भारत ने प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च किया है।

कैसे मनाया जाता है विश्व बाघ दिवस

बाघों के संरक्षण को लेकर आज के दिन सेमिनार का आयोजन होता है। इस के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को बाघों के बारे में जानकारी दी जाती है और उनके संरक्षण के लिए जागरूक किया जाता है। जो संगठन बाघों की रक्षा के लिए कार्य करते हैं, उनका प्रोत्साहन करने के साथ दान दिया जाता है।

भारत में बाघों की स्थिति

भारत सरकार ने देश में बाघों की स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पिछले तीन सालों में 329 बाघों की मौत शिकार, प्राकृतिक और अप्राकृतिक कारणों से हुई है। वहीं साल 2019 में 96 बाघों की मौत हो चुकी है। हालांकि अब शिकार के मामलों की संख्या में कमी आई है।

विश्व बाघ दिवस 2022 की थीम क्या है? - vishv baagh divas 2022 kee theem kya hai?

अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस (International Tiger Day) हर साल 29 जुलाई को मनाया जाता है। वैश्विक स्तर पर बाघों के संरक्षण व उनकी लुप्तप्राय हो रही प्रजाति को बचाने के लिए जागरूकता फैलाना ही इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य है। इसका लक्ष्य बाघों के प्राकृतिक आवासों की रक्षा के लिए एक वैश्विक प्रणाली को बढ़ावा देना और बाघ संरक्षण के मुद्दों के लिए जन जागरूकता और समर्थन बढ़ाना है।

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अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस 2022: थीम

अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस 2022 के लिए इस वर्ष का विषय “India launches Project Tiger to revive the tiger population” "बाघों की आबादी को बढ़ाने के लिए भारत ने प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च किया" है। वे उन पहलों का समर्थन करते हैं जो बाघों की सुरक्षा के लिए क्षेत्रीय लोगों के साथ सहयोग करती हैं और अवैध शिकार और अवैध व्यापार के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करती हैं।

वर्ल्ड टाइगर डे का इतिहास 

वर्ल्ड टाइगर डे की शुरुआत साल 2010 से हुई जब इसे रूस में सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर समिट में मान्यता दी गई थी। सभी इस बात से हैरान थे जब एक रिपोर्ट से पता चला कि सभी बाघों में से 97% गायब हो गए है, वैश्विक परिदृश्य में सिर्फ 3,900 बाघ ही जीवित हैं।

अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस: महत्व

WWF विशेषज्ञों के मुताबिक, पिछले 100 सालों में दुनिया-भर में लगभग 97 फीसदी जंगली बाघों आबादी घट गई है। एक सदी पहले लगभग 100,000 बाघों की तुलना में वर्तमान में केवल 3,000 बाघ जीवित हैं। वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड (WWF), इंटरनेशनल फंड फॉर एनिमल वेलफेयर (IFAW) और स्मिथसोनियन कंजर्वेशन बायोलॉजी इंस्टीट्यूट (SCBI) सहित कई अंतरराष्ट्रीय संगठन भी जंगली बाघों के संरक्षण में लगे हुए हैं।

बाघ कितने प्रकार के हैं?

बाघ अलग-अलग रंगों के होते हैं जैसे सफेद बाघ, काली धारियों वाला सफेद बाघ, काली धारियों वाला भूरा बाघ और गोल्डन टाइगर और उन्हें चलते हुए देखना एक अद्भुत नजारा हो सकता है। अब तक बाली टाइगर, कैस्पियन टाइगर, जावन टाइगर और टाइगर हाइब्रिड ऐसी प्रजातियां हैं जो विलुप्त हो चुकी हैं।

सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य:

  • विश्व वन्यजीव कोष मुख्यालय: ग्लैंड, स्विट्जरलैंड;
  • विश्व वन्यजीव कोष की स्थापना: 29 अप्रैल 1961;
  • विश्व वन्यजीव कोष निदेशक: मार्को लैम्बर्टिनी (महानिदेशक);
  • वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड के संस्थापक: प्रिंस फिलिप, ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग।

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विश्व बाघ दिवस 2022 की थीम क्या है? - vishv baagh divas 2022 kee theem kya hai?

अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस 2022 की थीम क्या है?

पिछले साल बाघ दिवस की थीम “Their survival is in our hands.”थी। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस 2022 की थीम “India launches Project Tiger to revive the tiger population” है यानी बाघों की आबादी को पुनर्जीवित करने के लिए भारत ने प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च किया है। बाघों के संरक्षण को लेकर आज के दिन सेमिनार का आयोजन होता है।

अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस कब मनाया जाता?

शानदार लेकिन लुप्तप्राय बड़ी बिल्ली के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है। बाघ को दुनिया की सबसे बड़ी बिल्ली होने की प्रतिष्ठा हासिल है।

अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस क्यों मनाया जाता है?

दुनियाभर में प्रतिवर्ष 29 जुलाई के दिन बाघों के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस या वर्ल्‍ड टाइगर डे (World Tiger Day 2022) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की घोषणा वर्ष 2010 में रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में हुई थी। एक वक्‍त था जब बाघों की प्रजाती पर संकट आ गया था और तेजी से इनकी संख्‍या घट रही थी।