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जयपुर3 वर्ष पहले
प्रतीकात्मक फोटो।
जयपुर (श्याम राज शर्मा). प्रदेश के जोधपुर में स्थित भड़ला सोलर पार्क अब विश्व का सबसे बड़ा सोलर पार्क हो गया है। यह सोलर पार्क 14 हजार एकड़ यानि करीब 50 हजार वर्ग किमी में फैला है तथा यहां पर 18 बड़ी कंपनियों के 36 सोलर प्लांट लगे हुए है। पहले कर्नाटक का पावागढ़ सोलर पार्क सबसे बड़ा था। लेकिन अब यहां पर सूरज की रोशनी से 2245 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरु होने के बाद कर्नाटक के पार्क को पीछे छोड़ दिया है। हीरो फ्यूचर एनर्जी की ओर से 300 मेगावॉट का सोलर प्लांट कमीशन करने के बाद संस्था मेरकॉम इंडिया संस्था ने भड़ला को विश्व का सबसे बड़ा सोलर प्लांट घोषित किया है। 9900 करोड़ का निवेश चार फेज में विकसित हुआ है स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार इन कंपनियों में बड़े सोलर प्लांट
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में 9वां अजूबा बन रहा है! जी हां, खंडवा (Khandwa) में जो संरचना बन रही है, उसे अगर अजूबा कहा जाए तो गलत नहीं होगा. यहां नर्मदा नदी पर ओंकारेश्वर बांध है. इस पर विश्व का सबसे बड़ा तैरता हुआ सोलर एनर्जी प्लांट (floating solar energy plant) बन रहा है. इस प्लांट से 2022-23 तक 600 मेगावाट ऊर्जा मिलने लगेगी. इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 3,000 करोड़ रुपये बताई जा रही है. सोलर पार्क के बन जाने से प्रदेश की बिजली की समस्या दूर हो जाएगी.
1/ 5 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी हाल ही में कहा कि ओंकारेश्वर में विश्व का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर पार्क स्थापित होने से बिजली की समस्या दूर हो जाएगी. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही सौर ऊर्जा से बिजली की कमी दूर करने और पर्यावरण सरंक्षण के हर संभव प्रयास जारी हैं. मंत्री हरदीप डंग पूर्व सांसद स्व. नंदकुमार सिंह के साथ 11 जनवरी को यहां का निरीक्षण करने गए थे. उन्होंने बताया था कि इस प्लांट से 2022-23 तक 600 मेगावाट ऊर्जा मिलने लगेगी. इस प्रोजेक्ट में 3,000 करोड़ रुपये का निवेश संभावित है. 2/ 5 बताया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट के लिए इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन, वर्ल्ड बैंक और पॉवर ग्रिड ने सैद्धांतिक सहमति दे दी थी. प्रोजेक्ट से जुड़ी पहली स्टडी पूरी हो चुकी है. इस प्रोजेक्ट में प्रोजेक्ट के इलाके से लेकर खंडवा सब-स्टेशन तक ट्रांसमिशन लाइन रूट का सर्वे किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट को लेकर एक स्टडी ये भी कराई जाएगी कि इससे समाज और पर्यावरण पर क्या असर होगा. 3/ 5 बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश पॉवर मैनेजमेंट कंपनी इस प्रोजेक्ट से बिजली खरीदेगी. कंपनी ने 400 मेगावाट बिजली खरीदने की बात कही है. प्रोजेक्ट में बनाए जा रहे सोलर पैनल ओंकारेश्वर बांध के बैकवॉटर में तैरेंगे. हो सकता है कि अगले दो सालों में प्रदेश को सस्ती बिजली मिलने लगे. यहां बिजली का उत्पादन बांध के करीब 2,000 हेक्टेयर जल क्षेत्र में होगा. 4/ 5 इस सोलर पैनल की खास बात ये है कि पानी के उतार-चढ़ाव का इस पर कोई असर नहीं होगा. ये सतह पर अपने आप तैरेंगे. तेज लहरों से भी इनहें कोई नुकसान नहीं होगा. सूरज की किरणों से लगातार बिजली बनती रहेगी. 5/ 5 इस प्रोजेक्टर को लेकर ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने मीडिया से कहा है कि सौर ऊर्जा परियोजनाओं की स्थापना में मध्य प्रदेश लगातार कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. हाल ही में 15 सौ मेगावाट की आगर-शाजापुर-नीमच सोलर पार्क के लिए हुई बिडिंग में देश में सबसे कम सोलर टेरिफ का रिकार्ड बना है. First Published: October 05, 2021, 08:50 IST विश्व का सबसे बड़ा सोलर पार्क कहाँ है?पवागड़ा सोलर पार्क - दुनिया का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा पार्क, कर्नाटक का पवागड़ा सोलर पार्क अब पूरी तरह से चालू हो गया है।
भारत का सबसे बड़ा सोलर प्लांट कहाँ पर है?Detailed Solution. तमिलनाडु के कामुती में सौर ऊर्जा संयंत्र हाल ही में विश्व का सबसे बड़ा संयंत्र बन गया। 648 मेगावाट बिजली का उत्पादन करने की क्षमता के साथ, संयंत्र में 2.5 मिलियन व्यक्तिगत सौर मॉड्यूल शामिल हैं और इसमें 10 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र शामिल हैं। SSC CGL 2021 Skill Test Dates Announced!
एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट कहाँ है?एशिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क भारत के गुजरात राज्य में पाटण जिले के चारणका गांव में स्थित है। रेगिस्तानी इलाके चारणका में 3000 एकड़ बंजर भूमि पर स्थापित गुजरात सोलर पार्क पूरे एशिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क है।
दुनिया का सबसे बड़ा प्लांट कौन सा है?World Largest Plant: इस पौधे का नाम Posidonia Australis है. जो एक प्रकार की रिबन वीड समुद्री घास है. जिसे ऑस्ट्रेलिया के तट पर खोजा गया है.
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