1 गोल्ड मेडल की कीमत क्या है? - 1 gold medal kee keemat kya hai?

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1 गोल्ड मेडल की कीमत क्या है? - 1 gold medal kee keemat kya hai?

556 ग्राम के गोल्ड मेडल की कीमत आपको हैरान कर देगी

23 जुलाई 2021 से खेल का महाकुंभ यानी ओलंपिक्स (Tokyo Olympics 2021) की शुरुआत हो रही है. टोक्यो ओलंपिक 2021 कई मायनों म ...अधिक पढ़ें

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  • Last Updated : July 21, 2021, 07:14 IST

    टोक्यो ओलंपिक्स 2021 (Tokyo Olympics 2021) की शुरुआत में अब बस नाममात्र के दिन बचे हैं. खेलों के इस महाकुंभ का कोरोना में आयोजन काफी विवादों में है. हालांकि खिलाड़ियों को कोरोना के गाइडलाइन्स (Olympics in Corona) के अंदर रहने की सख्त हिदायत दी गई है. इसके बावजूद अगर कुछ गड़बड़ हुई, तो ये कोरोना की लहर को हवा दे देगी. ओलंपिक की तैयारी कई देशों के खिलाड़ी कई-कई सालों तक करते हैं. इसके लिए क्वालीफाई करना ही बड़ी बात होती है. ऐसे में अगर आपने मेडल जीत लिया तो आपका नाम इतिहास में दर्ज हो जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ओलंपिक में जीते गोल्ड मेडल (Gold Medal) की कीमत क्या होती है?

    टोक्यो ओलंपिक में दिया जाने वाला मेडल काफी खास होगा. इस बार पहली दफे इन मेडल्स को पुराने इलेक्ट्रॉनिक गेजेक्ट्स को रिसाइकल कर बनाया गया है. यानि इन मेडल्स को लोगों द्वारा दान किये गए पुराने सामानों से रिसाइकल कर बनाया गया है. जापान के लोगों ने इसके लिए करीब 62 लाख पुराने मोबाइल फोन दिए थे. साथ ही गोल्ड की बात करें तो करीब 32 किलो सोना जमा किया गया था गोल्ड मेडल्स बनाने के लिए. ओलंपिक में तीन तरह के मेडल बांटे जाते हैं. गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज़. ऐस में लोगों को भी यह बार जानने की दिलचस्पी होगी कि आखिर एक गोल्ड मेडल की कीमत कितनी होती है?

    556 ग्राम का गोल्ड मेडल
    ओलंपिक में जो खिलाड़ी गोल्ड मेडल जीतता है उस मेडल का वजन 556 ग्राम होता है. वहीं सिल्वर का वजन 550 ग्राम और ब्रॉन्ज़ का 450 ग्राम वजन होता है. ऐसे में सभी को लगता होगा कि इस हिसाब से खिलाड़ी को मिलने वाला गोल्ड मेडल करीब 26 लाख 29 हजार 880 रुपए का होगा. लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है. खिलाड़ी अगर अपना गोल्ड मेडल बेचने जाए तो उसे मात्र 65 हजार 790 रुपए मिलेंगे. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्यों? अगर गोल्ड मेडल का वजन 556 ग्राम है तो इसकी इतनी कम कीमत क्यों?

    गोल्ड मेडल में है झोल
    गोल्ड मेडल का वजन 556 ग्राम होता है. लेकिन इसमें सिर्फ 6 ग्राम सोना होता है. साथ ही 550 ग्राम का चांदी होता है. इस हिसाब से सोने की वैल्यू हुई 28500. चांदी का वजन 550 ग्राम है तो उसकी कीमत हुई 37290. इस हिसाब से गोल्ड मेडल की टोटल कीमत हुई 65790. गोल्ड मेडल में सिर्फ 6 ग्राम सोने की प्लेटिंग की जाती है. बाकी सब चांदी होता है. वहीं सिल्वर मेडल 550 ग्राम का होता है जबकि ब्रॉन्ज़ मेडल 450 ग्राम का होता है.

    ख़ास कवर में दिए जाएंगे मेडल
    अब जब आपने इन मेडल्स की कीमत जान ली है तो बता दें कि टोक्यो ओलंपिक में इन मेडल्स को ख़ास बॉक्स में रखकर दिया जाएगा. इन बॉक्स को लकड़ी से बने ख़ास खोल में रखकर दिया जाएगा. ये काफी ट्रेडिशनल और मॉडर्न डिजाइन से बनाया गया है. इसे जापानी डिजानयर्स ने बनाया है. हर बॉक्स का पैटर्न अलग है और इन्हें लकड़ी से काटकर बनाया गया है.

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    Tags: Gold Medal, Khabre jara hatke, Olympic Games, Tokyo olympic 2020

    FIRST PUBLISHED : July 21, 2021, 07:14 IST

    1 गोल्ड मेडल की कीमत क्या है? - 1 gold medal kee keemat kya hai?

    ओलंपिक में मिलने वाले गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल की कीमत 

    मुख्य बातें

    • ओलंपिक खेलो में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है गोल्ड मेडल

    • खरे सोने से नहीं बना होता है गोल्ड मेडल, असल में होती है चांदी

    • इस बार भारत ने किया है अपना ओलंपिक इतिहास का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

    नई दिल्ली: आज टोक्यो ओलंपिक्स का समापन दिन है। भारतीय खिलाड़ियों ने ओलंपिक के इतिहास में इस बार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। इस बार भारत ने 7 मेडल जीते जो खुद में एक रिकॉर्ड है। इससे पहले भारत ने 2012 में सबसे ज्यादा 6 पदक जीते थे। टोक्यो ओलंपिक 2021 में भारत का खाता तब खुला जब मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में भारत को सिल्वर पदक दिलाया। इसके बाद बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने ब्रॉन्ज, बॉक्सिंग में लवलीना ने ब्रॉन्ज मेडल, रवि दहिया ने रेसलिंग में सिल्वर, इंडियन मेंस हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज, रेसलिंग में बजरंग पूनिया ने ब्रॉन्ज और अंत में  नीरज चोपड़ा ने भारत को जेवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल दिलाया इस तरह भारत ने टोक्यो में अपना शानदार प्रदर्शन किया। 

    कैसे बनते हैं पदक
    ओलंपिक में हर आयोजन में शीर्ष पर रहने वालों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक देने की परंपरा सेंट लुइस 1904 ओलंपिक खेलों में शुरू हुई। ओलंपिक खेलों का आयोजन हर चाल साल में होता है, खेलों के इस महाकुंभ में दिए जाने वाले गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल की किसी धनराशि से तुलना नहीं की जा सकती है क्योंकि यह खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत, खेल के प्रति उनके समर्पण भाव और त्याग की बदौलत मिलते हैं जो अनमोल होते हैं। क्या आपको पता है कि जब कोई एथलीट ओलंपिक में मेडल गले में डालता है तो इसमें कितना सोना, चांदी  या अन्य धातु का मिश्रण होता है? तो आइए जानते हैं कि कैसे बनते हैं ओलंपिक के पदक।

    गोल्ड मेडल की कीमत 
    गोल्ड मेडल ओलंपिक खेल की सबसे बड़ी उपलब्धि होती है। यह विश्व चैंपियन के खिताब से कम नहीं है। टोक्यो ओलंपिक में जीत के बाद जो गोल्ड मेडल खिलाड़ी को दिया गया है वो खरे सोने से नहीं बना है। यह वास्तव में सिल्वर मेडल होता है जिसमें सोने की परत चढ़ी होती है। 556 ग्राम के वजन के मेडल में 6 ग्राम सोना होता है और बांकि चांदी होती होती है। भारतीय रुपये में इसकी कीमत 65790 रुपये है। इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (IOC) के नियमानुसार गोल्ड मेडल में कम से कम 6 ग्राम सोना होना चाहिए।

    प्योर होता है सिल्वर मेडल
    वहीं सिल्वर मेडल की बात करें तो इसका वजह 550 ग्राम होता है जो पूरी तरह चांदी से बना हुआ है जिसकी मोटाई 7.7 मिमी से लेकर 12.1 मिमी तक है। इसकी बाजार कीमत से तुलना करें तो यह करीब 36630 रुपये होती है।  वहीं ब्रॉन्ज मेडल का वजन 450 ग्राम है जिसमें 428 ग्राम कॉपर होता है जबकि जिंक और टिन की मात्रा भी इसमें शामिल रहती है। इसकी कीमत करीब 500 रुपये के करीब होगी।

    पदक ही नहीं सर्टिफिकेट भी 

     आपको बता दें कि ओलंपिक में ऐथलीट्स को केवल पदक ही नहीं मिलते हैं बल्कि 1 नंबर से 8 नंबर तक रहने वाले खिलाड़ियों को ओलंपिक का डिप्लोमा सर्टिफिकेट दिया जाता है। जो खिलाड़ी ओलंपिक में भाग लेते हैं उन्हें प्रतिभाग करने वाला प्रमाण पत्र दिया जाता है।

    गोल्ड मेडल की कीमत कितनी होती है?

    ओलिंपिक में खिलाडियों को दिए जाने वाले गोल्ड मेडल का वजन 556 ग्राम होता है. इसमें 6 ग्राम सोना तथा 550 ग्राम चांदी होता है. इस तरह से देखा जाये तो सिल्वर की कीमत 37,290/- रूपए तथा सोने की कीमत 28,500/- रूपए होती है. दोनों को मिलाकर देखा जाए तो इंडियन रुपये के हिसाब से एक गोल्ड मेडल की कुल कीमत 65,790/-रूपए होती है.

    Medal कितने प्रकार के होते हैं?

    पदक (Medal) के प्रकार मेडल तीन प्रकार के होते हैं। स्वर्ण पदक (Gold Medal), रजत पदक और कांस्य पदक।

    ओलंपिक पदक का व्यास कितना होता है?

    1- स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक 85 मिलीमीटर व्यास के होते हैं और मोटाई 7.7 मिमी से 12.1 मिमी तक होती है। 2- गोल्ड मेडल गोल्ड प्लेटेड शुद्ध चांदी से बनाया जाता है, जिसमें कुल 556 ग्राम वजन में से लगभग 6 ग्राम सोना होता है।

    भारत में कितनी बार ओलंपिक खेलों का आयोजन हुआ है?

    1896 से ओलंपिक खेल का आयोजन हो रहा है लेकिन आज तक भारत में इसका आयोजन नहीं हुआ है. अब तक विकसित देशों में ही इसका आयोजन होता रहा है लेकिन पिछले कुछ सालों में विकासशील देशों में इसके आयोजन की मांग तेज हुई है. 2032 तक के ओलंपिक का फैसला हो चुका है और इस कड़ी में 2036 के ओलंपिक का भारत प्रबल दावेदार है.