1 महीने के शिशु का वजन कैसे बढ़ाए? - 1 maheene ke shishu ka vajan kaise badhae?

जन्‍म के बाद 6 महीने तक शिशु को मां का दूध ही पिलाया जाता है। शिशु को इसी से पर्याप्‍त पोषण और एनर्जी मिल जाती है। मां के पीले गाढ़े दूध में कई तरह के पोषक तत्‍व और इम्‍यूनिटी को बढ़ाने वाले एंटीऑक्‍सीडेंट होते हैं। ये शिशु को बीमारियों से बचाने और विकास में मदद करते हैं।

कुछ मामलों में पर्याप्‍त दूध पिलाने पर बच्‍चे का वजन नहीं बढ़ता है। इसे लेकर अक्‍सर पेरेंट्स चिंता में आ जाते हैं कि शिशु को पूरा पोषण मिल पा रहा है या नहीं। अगर आप भी इस बात को लेकर परेशान हैं, तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।

​शिशु की नॉर्मल ग्रोथ

1 महीने के शिशु का वजन कैसे बढ़ाए? - 1 maheene ke shishu ka vajan kaise badhae?

बच्‍चे का वजन बढ़ने का कोई फिक्‍स पैटर्न नहीं होता है। सभी बच्‍चों का वजन अलग-अलग तरीके से बढ़ता है लेकिन धीरे-धीरे बढ़ता जरूर है और इससे बच्‍चे के विकास को ट्रैक करने में मदद मिलती है।

जन्‍म के बाद पहले हफ्ते में शिशु का 10 पर्सेंट वजन घटता है लेकिन अगले एक या दो हफ्ते में यह वजन वापिस बढ़ जाता है। अगले तीन महीनों में ठीक तरह से दूध पीने पर रोज बच्‍चे को 30 ग्राम वेट बढ़ता है।

हर बच्‍चा अलग होता है और यह बताना मुश्किल होगा कि बेबी का कितना वजन बढ़ेगा। हालांकि, बच्‍चे का धीमी गति से वजन बढ़ने का मतलब है कि उसे पर्याप्‍त पोषण नहीं मिल पा रहा है।

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​शिशु के धीमे विकास का कारण

1 महीने के शिशु का वजन कैसे बढ़ाए? - 1 maheene ke shishu ka vajan kaise badhae?

नवजात शिशु को हर दो से तीन घंटे में दूध पिलाना चाहिए। समय के साथ बच्‍चे की भूख बढ़ती जाती है। आमतौर पर वजन बढ़ने के लिए शिशु जितनी कैलोरी खर्च करता है, उससे ज्‍यादा कैलोरी उसे मिलनी चाहिए।

लगातार बच्‍चे का वजन न बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं जैसे कि पर्याप्‍त मात्रा में कैलोरी न मिलना, पोषक तत्‍वों को न सोख पाना और कैलोरी ज्‍यादा खर्च करना।

​पर्याप्‍त कैलोरी न लेना

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शिशु के लिए कैलोरी का एक ही स्रोत है और वो है ब्रेस्‍टमिल्‍क। जब शिशु को पर्याप्‍त कैलोरी नहीं मिलती है, तो उसका विकास धीमा पड़ जाता है। स्‍तन ठीक तरह से न खींच पाने, दिन में कम बार स्‍तनपान करवाने, देर तक दूध न पिलाने और ब्रेस्‍ट मिल्‍क कम आने पर ऐसा हो सकता है।

हर एक से दो घंटे में शिशु को दूध पिलाएं। अगर आपको ब्रेस्‍ट मिल्‍क नहीं आ रही है या शिशु दूध नहीं खींच पा रहा है तो अपने डॉक्‍टर से बात करें।

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​पोषक तत्‍व न सोख पाना

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कुछ मामलों में ठीक तरह से दूध पिलाने पर भी शिशु विकास धीमा होता है। ऐसा बेबी के किसी स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍या के कारण दूध से पोषक तत्‍वों को न सोख पाने पर होता है।

गैस्‍ट्रोइसोफेजल रिफलक्‍स या फूड एलर्जी या फूड सेंसिटिविटी से पोषक तत्‍वों को सोखने में दिक्‍कत हो सकती है। दूध पीने के तुरंत बाद बच्‍चे को उल्‍टी हो सकती है। ऐसे में तुरंत डॉक्‍टर को दिखाएं।

​ज्‍यादा कैलोरी बर्न करना

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शरीर के जरूरी कार्यों को करने के लिए शिशु कैलोरी का इस्‍तेमाल करता है। इसके अलावा बच्‍चा ऐसा कोई काम नहीं करता है जिसमें ज्‍यादा कैलोरी बर्न होती हो। लेकिन कुछ बच्‍चे कैलोरी को जल्‍दी पचा लेते हैं इसलिए उन्‍हें ज्‍यादा कैलोरी चाहिए होती है। प्रीमैच्‍योर बर्थ के मामले में हार्ट डिजीज या सांस से जुड़ी परेशानियों में शिशु को नॉर्मल से ज्‍यादा कैलोरी चाहिए होती है।

धीमे विकास के मामले में आपको पीडियाट्रिशियन से बात करनी चाहिए। डॉक्‍टर परिस्थिति की जांच कर के सही इलाज बता पाएंगे।

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बच्‍चों का कम वजन या पतला होना अक्‍सर पैरेंट्सके लिए चिंता का कारण बन जाता है। कुछ बच्‍चों का वजन तो ठीक से खाना खाने के बाद भी नहीं बढ़ताहै। बहुत कम ही बच्‍चे हेल्‍दी होते हैं और अक्‍सर पैरेंट्सको ये शिकायत रहती है कि उनका बच्‍चा पतला, कमजोर और अंडरवेट है।

एक्टिव होने के बावजूद बच्‍चों का पतलापन मां बाप को परेशान करता है और अगर आपका बच्‍चा भी कमजोर या अंडरवेट है तो उसकी डायट में कुछ चीजों को शामिल कर बच्‍चे का वजन बढ़ानेमें मदद मिल सकती है।

​केला

1 महीने के शिशु का वजन कैसे बढ़ाए? - 1 maheene ke shishu ka vajan kaise badhae?

पोटैशियम, विटामिन सी, विटामिनी बी6 और कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है केला। इसमें कैलोरी भी भरपूर मात्रा में होती है जिससे शिशु का वजन बढ़ाने में मदद मिलती है। केले को मसलकर या फिर स्‍मूदी या शेक में केले को मिलाकर बच्‍चे को दें। अगर बच्‍चा तीन साल से अधिक उम्र का है तो आप उसे केला सीधा खिला सकती हैं।

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​शकरकंद

1 महीने के शिशु का वजन कैसे बढ़ाए? - 1 maheene ke shishu ka vajan kaise badhae?

शकरकंद को उबालने के बाद मैश कर के बच्‍चे को खिलाएं। ये बहुत ही पौष्टिक होता है और आसानी से पच जाता है। शकरकंद विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी6, कॉपर, फास्‍फोरस, पोटैशियम और मैंगनीज से भरपूर होती है। शकरकंद में डायट्री फाइबर भी पाए जाते हैं। आप इसकी प्‍यूरी या सूप बनाकर भी बच्‍चे को दे सकती हैं।

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​दालें

1 महीने के शिशु का वजन कैसे बढ़ाए? - 1 maheene ke shishu ka vajan kaise badhae?

दालों में प्रोटीन, मैग्‍नीशियम, कैल्शियम, आयरन, फाइबर और पोटैशियम होता है। छह महीने के बच्‍चे को दाल का सूप या दाल का पानी दे सकते हैं। आप बच्‍चे को दाल की खिचड़ीभी खिला सकती हैं। दाल चावल या सब्‍जी के साथ दाल मिलाकर खिलाने से भी दाल का पोषण बढ़ जाता है। 7 से 9 महीने के बच्‍चे को आप ठोस आहार में दलिया भी खिला सकती हैं।

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​घी और रागी

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घी में पोषक तत्‍वों की मात्रा बहुत अधिक होती है। आठ महीने के शिशु को घी खिलाना शुरू किया जा सकता है। दलिये या खिचड़ी या दाल के सूप में बच्‍चे को घी डालकर खिलाएं। ये बच्‍चे का वजन बढ़ाने के साथ-साथ उसे हेल्‍दी भी रखेगा।

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इसके अलावा शिशु का वजन बढ़ाने और स्‍वस्‍थ विकास के लिए रागी सुपरफूड का काम करती है। ये डायट्री फाइबर, कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन और अन्‍य कई विटामिनों एवं खनिज पदार्थों से युक्‍त होती है। आप रागी की इडली, डोसा या दलिया बनाकर खिला सकती हैं।

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​अंडा और एवोकाडो

1 महीने के शिशु का वजन कैसे बढ़ाए? - 1 maheene ke shishu ka vajan kaise badhae?

अंडा प्रोटीन से भरपूर होता है। एक साल के होने के बाद बच्‍चे को अंडा खिला सकते हैं। इसमें सैचुरेटेड फैट, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्‍स होते हैं। आप अंडे उबालकर या इसका आमलेट बनाकर बच्‍चे को खिला सकती हैं।

एवोकाडो विटामिन ई, सी, के और फोलेट, कॉपर, डायट्री फाइबर एवं पैंटोथेनिक एसिड से युक्‍त होता है। इसमें उच्‍च मात्रा में फैट होता है। आप किसी भी रूप में एवोकाडो बच्‍चे को खिला सकती हैं। मिल्‍क शेक में भी एवोकाडो मिलाकर दिया जा सकता है।

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1 मंथ बेबी का वेट कैसे बढ़ाए?

Kids Diet For Weight Gain: बच्चे का वजन बढ़ाने के लिए आपको डाइट में हेल्दी फूड जरूर शामिल करने चाहिए. इससे बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास में मदद मिलती है. Weight Gain Tips: अक्सर बच्चों के पतलेपन से मां-बाप परेशान हो जाते हैं. बच्चों की हेल्थ को लेकर ज्यादातर पैरेंट्स के चिंतित रहते हैं.

नवजात शिशु का वजन बढ़ाने के लिए माँ को क्या खाना चाहिए?

नवजात शिशु के लिए मां के दूध को पचाना आसाना होता है, इसलिए मां के दूध से शिशु को कब्ज, दस्त या पेट की अन्य परेशानी बेहद ही कम होती है। अगर आपका बच्चा पर्याप्त मात्रा में स्तनपान करता है, तो इससे उसका वजन बढ़ने में मदद मिलती है। मां का दूध ही बच्चे के लिए सही आहार माना जाता है।

न्यू बोर्न बेबी का वेट कैसे बढ़ाये?

जन्‍म के बाद पहले हफ्ते में शिशु का 10 पर्सेंट वजन घटता है लेकिन अगले एक या दो हफ्ते में यह वजन वापिस बढ़ जाता है। अगले तीन महीनों में ठीक तरह से दूध पीने पर रोज बच्‍चे को 30 ग्राम वेट बढ़ता है। हर बच्‍चा अलग होता है और यह बताना मुश्किल होगा कि बेबी का कितना वजन बढ़ेगा।

1 महीने का बच्चे का कितना वजन होना चाहिए?

बच्चों का सही वजन क्या होना चाहिए? - Sahyadri Hospital.