1907 में हुए सूरत अधिवेशन में कांग्रेस दो दलों में विभाजित हो गई। इस विभाजन का असर छत्तीसगढ़ में भी हुआ। सूरत अधिवेशन की अद्यक्षता राजबिहारी घोष ने की थी। Show
छत्तीसगढ़ पर प्रभाव : नरम दल: हरि सिंह गौर, सी.एम. ठक्कर, देवेंद्र चौधरी, रायबहादुर, शिवराम मुंजे, केलकर, देवेन्द्रनाथ चौधरी। बाद में रविशंकर शुक्ल के प्रयासों से दोनों दल एक हो गए।
Answer (Detailed Solution Below)Option 3 : रास बिहारी घोष सही उत्तर रासबिहारी घोष है। Key Points
1960 में कांग्रेस के सूरज अधिवेशन के अध्यक्ष कौन थे?...चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। देखी आपने पूछा 1960 में कांग्रेस के सूरज अधिवेशन के अध्यक्ष कौन थे तो देखिए जहां तक मुझे समझ में आ रहा है पूछना चाह रहे थे 1960 में कांग्रेस के सूरत अधिवेशन के अध्यक्ष कौन थे साथ में हुआ था एक अधिवेशन अधिवेशन अति महत्वपूर्ण तक गरम दल और नरम दल के आपसी मतभेद होकर इस अधिवेशन में कांग्रेस के कांग्रेश दो भागों में विभाजित हो गई थी इसके बाद 1980 के लखनऊ अधिवेशन में दोनों का आपस में विलय हुआ 26 दिसंबर 1960 को ताप्ती नदी के किनारे संपन्न हुआ राज्य की प्राप्ति के लिए आंदोलन अध्यक्ष पद के लिए नरम दल और गरम दल दोनों में काफी मतभेद थे उग्रवादियों ने सूरत कांग्रेसका अध्यक्ष लोकमान तिलक को अब बाद में लाला लाजपत राय को बनाना बनाना चाहा धन्यवाद Romanized Version 1 जवाब Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App! Surat spilit upsc congress ka vibhajan adiveshan in hindi Surat mein Congress ka Vibhajan kab hua?(सूरत में कांग्रेस का विभाजन) Surat mein Congress ka Vibhajan 1907 mein hua. Immediate Cause Of SURAT SPLIT सूरत विभाजन का तात्कालिक कारण – अध्यक्ष का विवाद -उग्रवादी (Extremist) लाला लाजपत रॉय को अध्यक्ष बनाना चाहते थे जबकि उदारवादी (Moderator) रास बिहारी बोस को।
सूरत विभाजन का कारण 1907
मार्ले मिंटो सुधार 1909
Previous पोस्ट मुस्लिम लीग (30 दिसंबर 1906) Muslim League UPSC Next पोस्ट दिल्ली दरबार का आयोजन सूरत अधिवेशन 1960 के अध्यक्ष कौन थे?उन्होंने रासबिहारी घोष को अध्यक्ष घोषित कर दिया।
गरम दल के सदस्य कौन थे?गरम दल भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के अन्दर ही सदस्यों के मतभेद के कारण उपजा एक धड़ा था जिसके नेता लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और विपिनचंद्र पाल थे।
गरम दल और नरम दल के नेता कौन थे?गरम दल के नेता थे लोकमान्य तिलक जैसे क्रन्तिकारी। वे हर जगह वन्दे मातरम गाया करते थे। और नरम दल के नेता थे मोती लाल नेहरू।
1960 में सूरत में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विभाजन का मुख्य कारण क्या था?चरमपंथियों की ब्रिटिश सरकार से बातचीत करने के लिए नरमपंथियों की क्षमता में विश्वास की कमी 1907 में सूरत में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विभाजन का मुख्य कारण थी।
|