प्रेगनेंसी का सांतवा महीना तीसरी तिमाही में आता है, जो आपकी प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही है। इस समय आपके और बच्चे के शरीर में तेजी से परिवर्तन होता है। इस बदलाव के कारण आपका वजन तेजी से बढ़ सकता है। कई महिलाएं अपने बढ़ते वजन को कम करने के लिए खाने को लेकर परहेज करने लगती है। इससे आप और आपके बच्चे दोनों को नुकसान हो सकता है। इसलिए इस दौरान आपको अपने आहार में कटौती बिल्कुल नहीं करनी चाहिए बल्कि प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में आपको सभी तरह के पोषक तत्वों का अच्छे से सेवन करना चाहिए। साथ ही आपको इस समय रूटीन चेकअप भी करवाते रहना चाहिए। इससे आपको अपनी और बच्चे के स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी मिलती रहती है। इस दौरान आपको एक बात का और ध्यान रखना चाहिए कि बहुत अधिक झुककर काम न करें। साथ ही तेजी से न चलें बल्कि पैरों को दबाकर चलने की कोशिश करें क्योंकि तेजी से चलने से पैर फिसलने का डर रहता है। इसलिए खानपान के साथ इन बातों का भी आपको ध्यान रखना चाहिए। Show
प्रेगनेंसी के सातवें महीने इन चीजों का सेवन करें1. प्रेगनेंसी के सातवें महीने आप अपने आहार में मैग्नीशियम और आयरन की मात्रा को बनाए रखें। यह आपके शरीर में रक्त की कमी को दूर कर सकता है। वहीं मैग्नीशियम शरीर में कैल्शियम के अवशोषण के लिए बेहद जरूरी है। 2. इसके लिए आप अपने नाश्ते में पालक के पराठे, शलजम के पत्ते से बनी चटनी और सलाद का सेवन कर सकते हैं। 3. इसके अलावा ब्राउन ब्रेड, पीनट बटर और सोया मिल्क का सेवन कर सकते हैं। 4. अगर आपको नाश्ते में कुछ हल्की चीजें खानी है, तो आप सभी सब्जियों से बनी प्यूरी खा सकते हैं। हालांकि इसमें अधिक तेल का इस्तेमाल न करें। इससे आपको कई तरह के पोषक तत्व मिल सकते हैं। 5. इसके अलावा आप मसूर की दाल, मल्टीग्रेन से बनी रोटी और हरी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं। दोपहर के खाने में ये चीजें खाएं1. दोपहर के खाने में आप काली सेम की सब्जी, जौ से बनी रोटी और दही का सेवन कर सकते हैं। 2. इसके अलावा हम ब्राउन राइस, काबुली चना से बना छोला और छाछ ले सकते हैं। इससे आपकी सेहत को काफी फायदा मिल सकता है। 3. आप चाहें तो चावल या रोटी के साथ चिकन भी खा सकते हैं। इसके साथ आप सलाद आदि का भी ले सकते हैं। 4. लंच में आप कम मरकरी वाली मछलियां जैसे ट्यूना और फ्राई राइस खा सकते हैं। हालांकि अपने खाने में तेल की कम मात्रा रखने की कोशिश करें। इसे भी पढे़ं- प्रेगनेंसी के छठें महीने क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ? शाम में लें लाइट स्नैक्स1. शाम के स्नैक्स में आप अखरोट, अलसी के बीज और बादाम आदि को रोस्ट करके या भिगोकर खा सकते हैं। 2. इसके अलावा आप शाम में फलों से बना जूस और स्मूदी का भी सेवन कर सकते हैं। 3. मखाने को रोस्ट करके भी खा सकते हैं। इसे आप घी और काला नमक के साथ रोस्ट करें। रात के डिनर में ये खाएं1. रात के खाने में आप नॉर्मल रोटी, हरी सब्जियां और कुछ मीठा शामिल कर सकते हैं। 2. डिनर में आप दूध से बना दलिया या ओट्स भी खा सकते हैं। 3. इसके अलावा नॉनवेज भी खा सकते हैं। हालांकि आपको 100 ग्राम से अधिक चिकन की मात्रा नहीं लेनी चाहिए। 4. आपको प्रेगनेंसी के सातवें महीने अपने आहार में मैग्नीशियम जरूर शामिल करना चाहिए। इसके लिए आप कद्दू के बीज और जौ का आटा खा सकते हैं या काली सेम से बनी सब्जी खा सकते हैं। प्रेगनेंसी में आपको सभी तरह की चीजों का सेवन करना चाहिए लेकिन अगर आपको किसी चीज से खास परेशानी है, तो आपको बिना डॉक्टर की सलाह के उसका सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आपको नुकसान हो सकता है। साथ ही किसी विशेष स्वास्थ्य स्थितियों में आपको बिना डॉक्टर की सलाह की अपने आहार में नयी चीज शामिल नहीं करनी चाहिए। बीतने वाले हर दिन के साथ आपको और अधिक असुविधा का अनुभव हो सकता है। यह एक बहुत खास एहसास भी है क्योंकि आपके करीबी व रिश्तेदारों द्वारा आपका बहुत ध्यान रखा जाता है और आपको अधिक लाड़–प्यार दिया जाता है। अब यह गोद भराई जैसे विशेष अवसरों के आयोजन करने और इस असाधारण यात्रा के सभी विशेष क्षणों को संजोने का समय है।गर्भावस्था के 7वें महीने के सामान्य लक्षणअधिकांश गर्भवती महिलाओं द्वारा अनुभव किए जाने वाले सामान्य लक्षण:
गर्भावस्था के 7वें महीने में शारीरिक परिवर्तनचूंकि शरीर प्रसव के लिए तैयार होना शुरू हो गया है, गर्भावस्था के सातवें महीने में आपके शरीर में कई बदलाव होते हैं।
गर्भावस्था के 7वें महीने में होने वाली आम समस्याएंउपर्युक्त परिवर्तनों के अलावा आप निम्नलिखित परेशानियों का भी अनुभव कर सकती हैं:
शिशु का विकासआपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि आपका शिशु दिन–प्रतिदिन बढ़ रहा है और मजबूत हो रहा है।
क्या करें व क्या न करेंजैसे–जैसे आप अपनी अंतिम तिमाही की तरफ बढ़ती हैं, आपको अपने आहार और अन्य चीजों के लिए अतिरिक्त सावधान और सतर्क रहने की आवश्यकता है। यहाँ गर्भावस्था के 7वें महीने में होने वाली देखभाल और सावधानियों की सूची दी गई है, जिनका पालन आपको इस दौरान करने की आवश्यकता है: क्या करें?
क्या न करें?
गर्भावस्था के 7वें महीने में आहारगर्भावस्था के 7वें महीने में सही आहार बहुत महत्वपूर्ण है और आप अपने चिकित्सक के निर्देशों का सावधानी से पालन करें तो बेहतर रहेगा। जैसा कि यह वह समय है जब आपके बच्चे की संज्ञानात्मक और दृष्टि कौशल विकसित होती है, यह महत्त्वपूर्ण है कि आप ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन करें। यह शिशु में विकास की प्रक्रिया को बढ़ाता है। आप मछली, अंडे और इत्यादि स्वस्थ आहार का सेवन कर सकती हैं, जो ओमेगा 3 फैटी एसिड के बेहतरीन स्रोत हैं। इसके अलावा, विटामिन ‘सी’ और लौह तत्वों से भरपूर फलों और सब्जियों का सेवन करें। इस समय आपके लिए लौह तत्वों का सेवन बेहद जरूरी है। आप अपने आहार में पालक, मांस, अंडे, सभी हरी पत्तेदार सब्जियां आदि शामिल कर सकती हैं जो लौह तत्वों के प्राकृतिक स्रोत हैं। होने वाली माँ के लिए सुझावयहाँ आपकी आखरी तिमाही के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं:
स्त्रीरोग विशेषज्ञ से मुलाकातगर्भावस्था के 7वें महीने से यदि आपको कोई बड़ी समस्या और चिंता नहीं है, तो भी आप महीने में लगभग दो बार चिकित्सक से मिलें। हर प्रसव–पूर्व जांच के साथ, चिकित्सक लगातार शिशु के वजन और लंबाई पर नजर रखेंगे। यह महत्त्वपूर्ण है कि आप चिकित्सक द्वारा दिए गए सभी निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें। आर.एच. नेगेटिव वाली माँ को सातवें महीने में आर.एच. प्रतिरक्षा ग्लोब्युलिन सुई (इंजेक्शन) लगाने की आवश्यकता है। यह सुई बच्चे को माँ के रोग–प्रतिकारक के प्रभावों से बचाने के लिए लगाई जाती है। गर्भ में बच्चे के विकास पर नजर रखने और किसी भी तरह की खामियों को जन्म से पूर्व ही ठीक करने के लिए गर्भवती मांओं को इस महीने में एक अल्ट्रासाउंड करवाने की आवश्यकता होती है। यदि आपको निम्नलिखित में से किसी भी स्थिति का अनुभव हो तो आपको तुरंत चिकित्सक से सलाह लेने की आवश्यकता है:
अपनी अंतिम तिमाही के साथ असीम आनंद, उत्साह और भावनात्मक विचारों के प्रवाह का अनुभव करें। ऊपर दिए गए सुझावों का पालन और आराम करने व ख़ुश रहने की कोशिश करती रहें। सकारात्मकता और प्रसन्नता एक सुखद मातृत्व की कुंजी है। 7 महीने का बच्चा पेट में क्या करता है?बच्चा आपके पेट में खूब हलचल करेगा, इस दौरान उसके मूवमेंट पर ध्यान रखना है। गर्भावस्था के सातवें महीने से प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही की शुरुआत हो जाती है। इस महीने तक शिशु का काफी विकास हो चुका है और आपको बच्चे की मूवमेंट महसूस होनी शुरू हो जाती है।
7वें महीने में शिशु की हलचल कैसे महसूस करें?आपका शिशु हर समय हिलता-डुलना नहीं रहता। वह झपकी भी लेना - शुरुआत में एक बार में कुछ मिनटों के लिए ही। जैसे-जैसे वह बड़ा होगा वह ज्यादा देर तक सोने लगेगा। जब आप उसकी हलचल महसूस करने लगती है, आप यह पैटर्न पहचानने लगती हैं कि शिशु कब सोता है और हिलता-डुलता नहीं है और कब जागता है और काफी ज्यादा हलचल करता है।
गर्भवती महिला को 7महीने में क्या खाना चाहिए?इसलिए ऐसे समय में कैल्शियम से भरपूर चीजें खाएं जैसे, दूध, दही, पनीर, मट्ठा, अंडे की सफेदी वगैरह। बच्चे के शरीर में और आपके शरीर में कैल्शियम का अवशोषण ठीक से हो इसके लिए मैग्नीशियम की मौजूदगी जरूरी है। यह आपको बादाम, ओट्स, फलियों और मोटे अनाज से मिलेगा। इसके अलावा आपके शरीर में होने वाली ऐंठन को भी इससे आराम मिलेगा।
गर्भवती महिला के 7 महीने में दर्द क्यों होता है?प्रेग्नेंसी के दौरान जैसे-जैसे आपका गर्भाशय (यूट्रस) बढ़ने लगता है वह पेट में दूसरे ऑर्गन्स को डिस्प्लेस भी करता है जिस वजह से आपका जी मिचलाता है और बिना कुछ खाए ही ऐसा महसूस होता है जैसे पेट भरा हुआ है या फिर पेट में हल्का दर्द भी होने लगता है। इस तरह का दर्द होना सामान्य सी बात है।
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