गति के तृतीय नियम के अनुसार जब हम किसी वास्तु को धक्का हैं, तो वस्तु उतने ही बल के साथ हमें भी विपरीत दिशा में धक्का देती है। यदि वह वस्तु एक ट्रक है जो सड़क के किनारे खड़ा है; संभवत: हमारे द्वारा बल आरोपित करने पर भी गतिशील नहीं हो पाएगा। एक विद्यार्थी इसे सही साबित करते हुए कहता है कि दोनों बल विपरीत एवं बराबर हैं जो एक-दूसरे का निरस्त कर देते हैं इस तर्क पर अपना विचार दें और बताएँ कि ट्रक गतिशील क्यों नहीं हो पाता। Show
किसी m द्रव्यमान की वस्तु जिसका वेग v का संवेग क्या होगा?
D. 252 Views बस की छत पर रखे सामान को रस्सी से क्यों बाँधा जाता है? जब चलती हुई गाडी में अचानक ब्रेक लगाए जाते हैं अथवा एकाएक उसे मोड़ा जाता है तो गति जड़त्व के कारण गाडी की छत पर रखा समान उसी वेग से उसी दिशा में गतिमान रहने का प्रयास करता है। ऐसे में यदि सामान बाँधा नहीं गया है तो वह छत से नीचे गिर सकता है, इससे सामान के टूटने की संभावना रहती है। अत: बस की छत पर रखे सामान को बाँधकर रखा जाता है। 679 Views किसी बल्लेबाज द्वारा क्रिकेट की गेंद को मारने पर गेंद जमीन पर लुढ़कती है। कुछ दूरी चलने के पश्चात गेंद रुक जाती है। गेंद रुकने के लिए धीमी होती है, क्योंकि
C. गेंद पर गति की दिशा के विपरीत एक बल कार्य कर रहा है। गेंद पर गति की दिशा के विपरीत एक बल कार्य कर रहा है। गेंद पर गति की दिशा के विपरीत एक बल कार्य कर रहा है। 222 Views एक ट्रक विरामावस्था से किसी पहाड़ी से निचे की ओर नियत त्वरण से लुढ़कना शुरू करता है। यदि 20 s में 400 m की दूरी तय करता है।इसका त्वरण ज्ञात करें। अगर इसका द्रव्यमान 7 टन है तो उस पर लगने वाले बल की गणना करें। ( 1 टन = 1000 kg ) प्रारम्भिक वेग (u) = 0 बल, F = m x a = 7000 x 2 = 14000N 261 Views कोई वस्तु शून्य बाह्य असंतुलित बल अनुभव करती है। क्या किसी भी वस्तु के लिए अशून्य वेग से गति करना संभव है? यदि हाँ, तो वस्तु के वेग के परिमाप एवं दिशा पर लगने वाली शर्तों का उल्लेख करें। यदि नहीं, तो कारण स्पष्ट करें। हाँ, संभव है। वास्तव में, गति की अवस्था में परिवर्तन के लिए बल की आवश्यकता होती है न कि एक समान गति की अवस्था को बनाए रखने के लिए। अत: यदि कोई वस्तु पहले से गतिमान है तो वह बाह्य असंतुलित बल की अनुपस्थिति में भी एक समान गति की अवस्था को बनाए रखेगी। 1835 Views जब किसी छड़ी से दरी ( कार्पेट ) को पीटा जाता है, तो धूल के कण बाहर आ जाते हैं। स्पष्ट करें। दरी को छोड़ से पीटने पर धूल के कण नीचे इसलिए गिर जाते हैं, क्योंकि धूल के कण विराम के जड़त्व के कारण विराम में रहने का प्रयत्न करते हैं और दरी को छड़ी से पीटने पर आगे की ओर गति करने लगता है और धूल के कण नीचे गिर जाते हैं। 251 Views Peddia is an Online Hindi Question and Answer Website, That Helps You To Prepare India's All States Board Exams Like BSEB, UP Board, RBSE, HPBOSE, MPBSE, CBSE & Other General Competitive Exams. If You Have Any Query/Suggestion Regarding This Website or Post, Please Contact Us On : [email protected] हेलो दोस्तों में प्रेस दिया हुआ है किसी एम द्रव्यमान की वस्तु कभी भी है तो उसका समय क्या होगा हमें बताना तो हम जानते हैं जो हमारा समय होता है संवेग क्या होते हैं द्रव्यमान * वी के बराबर समय का मर गए थे धर्मा * भी तो यहां से हम से पूजा संवेग क्या हो जाएगा समय इस कंपनी से लिखते पी बराबर क्यों आ जाए मिंटू वी के बराबर हमसे प्रश्न पूछा गया था उसका समय क्या होगा तो समय क्या होगा द्रव्यमान कुत्ते के बराबर अगर हम यहां से संवेग परिवर्तन भी देखना चाहे तो वह भी दे सकते हैं कैसे मान लीजिए अगर किसी एम द्रव्यमान की वस्तु का वेग भी है और कुछ समय बाद दूसरी वस्तु है जिसका द्रव्यमान M2 M3 कुछ भी दिखाओ और उसका भी बिट्टू तुम्हारे से गर्म संवेग परिवर्तन निकाले तो हमारा जो संवेग परिवर्तन होता है डेल्टा बी बराबर वह क्या होता है कि वन माइनस बी क्यू के बराबर जहां पर यह हमारा क्या है पहला संवेग और यह P1 पहला स्वामी बता कि तू क्या है दूसरा समय होता है यहां से समृद्ध परिवर्तन भी निकाल सकते हो समय भी हमसे क्यों शम्मी पूछा गया तुम्हारे सामने शिवलाल क्या हो जाएगा द्रव्यमान भौतिक विज्ञान गणित की विमा की बात करें इसके मात्रक की तो इसका मात्रक योजक दमान का मात्रक क्या होता किलोग्राम इसका मात्रक क्या हो जाएगा किलोग्राम और मैं राष्ट्रीय एकमात्र का था मीटर पर सेकंड किसका मात्रक क्या हो जाए किलोग्राम मीटर प्रति सेकंड और अगर इसकी विमान करना चाहें तो किलोग्राम क्या द्रव्यमान इसकी बीमारी हो जाएगी एवं मीटर लंबाई और समय-समय की बीमारी हो जाएगी सेकंड ऊपर आ जाएगी तो ठीक आत्मा से व्हिस्की भी माध्यम से प्रश्न की समीक्षा की है धन्यवाद किसी द्रव्यमान की वस्तु जिसका वेग v है का संवेग क्या होगा?किसी m द्रव्यमान की वस्तु जिसका वेग v है का संवेग mv होगा ।
संवेग : वस्तु के द्रव्यमान और वेग के गुणनफल को संवेग कहते हैं।
6 किसी वस्तु के द्रव्यमान m वेग v तथा संवेग P में क्या संबंध है?इसके अनुसार, पिण्डों के किसी बन्द निकाय (सिस्टम) पर कोई वाह्य बल न लगाया जाय तो उस निकाय का कुल संवेग नियत बना रहता है। इस नियम का एक परिणाम यह है कि वस्तुओं के किसी भी निकाय का द्रव्यमान केन्द्र (center of mass) एक नियत वेग से चलता रहेगा जब तक उस पर कोई वाह्य बल न लगाया जाय।
9 किसी M द्रव्यमान की वस्तु जिसका वेग v है का संवेग क्या होगा a MV 2 B MV 2 C 1 2 MV 2 उपरोक्त में से सही विकल्प चुनें?जब कोई गतिशील बस अचानक रुकती है तो आप आगे की ओर झुक जाते हैं और जब विरामावस्था से गतिशील होती है तो पीछे की ओर हो जाते हैं, क्यों?
द्रव्यमान वेग तथा संवेग में क्या संबंध है?संवेग = द्रव्यमान X वेग (p = mv)।
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