आदमी नामा’ शीर्षक कविता ने इन अंशों को पढ़कर आपके मन में मनुष्य के प्रति क्या धारणा बनती है? - aadamee naama’ sheershak kavita ne in anshon ko padhakar aapake man mein manushy ke prati kya dhaarana banatee hai?

'आदमी नामा' शीर्षक कविता के इन अंशो को पढ़कर आपके मन में मनुष्य के प्रति क्या धारणा बनती है?

Solution

'आदमी नामा' शीर्षक कविता के अंशों को पढ़कर हमारे मन में मनुष्य के प्रति यह धारणा बनती है कि उसकी प्रवृति केवल अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करना ही है लेकिन कुछ लोग परोपकारी भी हैं। कुछ दूसरों की मद्द करके खुशी महसूस करते हैं तो कुछ अपमानित करके खुश होते हैं। कुछ मनुष्य अच्छे हैं तो कुछ बुरे। अत: मनुष्य भाग्य और परिस्थितियों का दास है।

Concept: पद्य (Poetry) (Class 9 B)

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आदमीनामा के आधार पर आपके मन में मनुष्य के प्रति क्या धारणा बनती है अपने शब्दों में लिखो?

आदमी नामा' शीर्षक कविता के अंशों को पढ़कर हमारे मन में मनुष्य के प्रति यह धारणा बनती है कि, आदमी ही है जो अच्छा और बुरा दोनों कार्य करता है। अच्छे कार्य करने और दूसरों की भलाई करने के कारण वह पीर और देवता के समान बन जाती है, परंतु मनुष्य जब दूसरों को सताने का काम करता है तो वह निंदा का पात्र बन जाता है।

आदमी नामा कविता में कवि का मुख्य उद्देश्य क्या है?

इस कविता में कवि का मुख्य उद्देश्य क्या है? (i) आदमी को उसकी अच्छाइयों, बुराइयों, सीमाओं व सम्भावनाओं से परिचित करवाना। (ii) आदमी को उसकी स्वाभाविक विविधता से परिचित करवाना। (iii) आदमी को उसकी असलियत का आईना दिखाना।