पूरे संसार को ज्ञान और बुद्धि देने वाली मां सरस्वती अपने साधकों को अखंड भक्ति का वरदान देती हैं. देवी सरस्वती मन से मोह रूपी अंधकार को हर लेती हैं. गलत रास्ते पर चल रहे लोगों को प्रगति का रास्ता दिखलाती हैं. Show मां सरस्वती की आरती श्रद्धा के साथ गाने पर कल्याण होता है. ये है माता की आरती... ॐ जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता। सद्गुण वैभवशालिनी, त्रिभुवन विख्याता ॥ जय. ॥ चंद्रवदनि पद्मासिनी, द्युति मंगलकारी। सोहे हंस-सवारी, अतुल तेजधारी ॥ जय. ॥ बाएं कर में वीणा, दूजे कर माला। शीश मुकुट-मणि सोहे, गले मोतियन माला ॥ जय. ॥ देव शरण में आए, उनका उद्धार किया। पैठि मंथरा दासी, असुर-संहार किया ॥ जय. ॥ वेद-ज्ञान-प्रदायिनी, बुद्धि-प्रकाश करो। मोहाज्ञान तिमिर का सत्वर नाश करो ॥ जय. ॥ धूप-दीप-फल-मेवा पूजा स्वीकार करो। ज्ञानचक्षु दे माता, सब गुण-ज्ञान भरो ॥ जय. ॥ मां सरस्वती की आरती, जो कोई जन गावे। हितकारी, सुखकारी, ज्ञान-भक्ति पावे ॥ जय. ॥ ॐ जय सरस्वती माता, मैया जय सरस्वती माता। सद्गुण वैभवशालिनी, त्रिभुवन विख्याता ॥ जय. ॥ मां सरस्वती जी से हम क्या क्या मांगते हैं?सरस्वती को समस्त ज्ञान, साहित्य, संगीत, कला की देवी माना जाता है. शिक्षण संस्थाओं में वसंत पंचमी बड़े की धूमधाम से मनाई जाती है. यह शिक्षा ही तो मनुष्य को पशुओं से अलग बनाती है. मान्यता है कि ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना करने के बाद मनुष्य की रचना की.
आप मां सरस्वती से अपनी राष्ट्र के लिए वरदान में क्या क्या मांगना चाहेंगे?Answer: कवि मां सरस्वती से वरदान मांग रहा है कि इस भारत देश में स्वतंत्रता की नई भावना का अमर मंत्र भर जाए और समस्त व्यक्ति के ह्रदय से ज्ञान का अंधकार हट जाए तथा ज्ञान की ज्योति बहने लगे ।
मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए?मां सरस्वती को केसर अथवा पीले चंदन का तिलक अर्पण करने के बाद इसी चंदन को अपने माथे पर प्रसाद के रूप में अवश्य धारण करें. मान्यता है कि पूजा का उपाय करने पर साधक पर शीघ्र ही मां सरस्वती की कृपा बरसती है. मान्यता है कि किसी भी देवी या देवता की साधना तब तक अधूरी रहती है, जब तकि उनकी पूजा में नैवेद्य न चढ़ा दिया जाए.
सरस्वती का दूसरा नाम क्या है?सरस्वती देवी के अन्य नामों में शारदा, वीणावादिनी, वीणापाणि, आदि कई नामों से जाना जाता है।
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